बिजनौर: लखीमपुर खीरी में बीजेपी और किसानों की झड़प के दौरान किसान के हत्या के मामले में पुलिस भले ही केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र के बेटे आशीष मिश्र और उसके समर्थकों पर हत्या सहित कई धाराओं में मुकदमा लिख कर पुलिस द्वारा कार्रवाई की बात कही जा रही है, लेकिन बिजनौर जिले में भी किसानों ने इस घटना के विरोध में प्रदर्शन करते हुए कलेक्ट्रेट का घेराव कर धरने पर बैठ गए हैं. किसान नेता का साफ तौर से कहना है कि किसानों की हुई हत्या में जब तक मृतक किसानों के हत्यारों को पुलिस द्वारा गिरफ्तार नहीं किया जाएगा और उनको एक करोड़ रुपए का मुआवजा नहीं दिया जाएगा तब तक किसान प्रदर्शन करते रहेंगे.
दरअसल, भारतीय किसान यूनियन के किसानों द्वारा सोमवार को कलेक्ट्रेट परिसर में पहुंचकर लखीमपुर में हुई घटना को लेकर किसान धरने पर बैठ गए हैं. लखीमपुर खीरी में कल एक कार्यक्रम के दौरान बीजेपी और किसानों के बीच हुई झड़प के बाद केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा व बीजेपी समर्थकों द्वारा गाड़ी चढ़ा कर किसानों की हत्या का आरोप किसानों व मृतक के परिजनों ने लगाते हुए थाने में तहरीर दी है. इस घटना को लेकर बिजनौर जिले के किसान में भी प्रशासन व शासन सहित प्रदेश सरकार के खिलाफ गुस्सा देखने को मिल रहा है. किसानों ने इसी गुस्से का इजहार करते हुए आज कलेक्ट्रेट पहुंचकर केंद्रीय ग्रह राज्य मंत्री के बेटे की गिरफ्तारी की मांग करते हुए मृतक किसानों के परिजनों को एक करोड़ रुपये की धनराशि देने की मांग की है.
किसान नेता कुलदीप चौधरी का साफ तौर से कहना है कि इस सरकार में किसानों के ऊपर अभी तक अत्याचार हो रहा, लेकिन अब किसानों की हत्या भी की जा रही है. जब तक किसानों को इस मामले में न्याय नहीं मिलेगा किसान धरने पर बैठे रहेंगे. साथ ही किसानों का चल रहा धरना भी शांतिपूर्ण जारी रहेगा. किसान नेता का कहना है कि भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश प्रवक्ता राकेश टिकैत द्वारा जो भी आदेश होगा, उसको यहां के किसान मानेंगे.