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...जब न्याय की गुहार लगाते हुए DM के पैरों में गिरा फरियादी

सीएम योगी के भ्रष्टाचार मुक्त प्रदेश के सपने को उनके ही अधिकारी डुबोते नजर आ रहे हैं. बस्ती जिले की हरैया तहसील में तहसील दिवस के मौके पर तीन फरियादियों ने जिलाधिकारी के सामने लेखपाल और कानूनगो के भ्रष्टाचार की पोल खोल दी. हालांकि इसके बाद जिलाधिकारी ने मामले की जांच का आश्वासन दिया है.

जिलाधिकारी के सामने पीड़ितों ने लगाई न्याय की गुहार.
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Published : Sep 4, 2019, 10:10 AM IST

बस्ती: सरकार की ओर से भ्रष्टाचार मुक्त शासन के वादे और दावे लगातार किए जाते हैं, लेकिन हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है. जिले के हरैया तहसील में तहसील दिवस के मौके पर एक महिला ने अधिकारियों की घूसखोरी से तंग आकर जहर खाने तक का प्रयास कर डाला. वहीं एक अन्य मामले में न्याय की गुहार लगाता व्यक्ति जिलाधिकारी के पैरों में गिर पड़ा. देखने वाली बात ये है कि मामला जिलाधिकारी के संज्ञान में आने के बाद भी इसको लेकर कोई कार्रवाई की जाएगी या इस बार भी 'अफसरतंत्र' लोकतंत्र पर हावी हो जाएगा.

जिलाधिकारी के सामने पीड़ितों ने लगाई न्याय की गुहार.

मामला एक-
जिले के हरैया तहसील में एक महिला तहसील दिवस में अपनी फरियाद लेकर आई थी. सरकारी सिस्टम से आजिज इस महिला ने तहसील दिवस के दौरान ही जहर खाने का प्रयास किया. हालांकि तहसील दिवस में मौजूद अधिकारियों ने तुरंत महिला के हाथ से जहर वाली सीसी छीन ली. इस मामले पर जब महिला से बात की गई तो पीड़िता विमला देवी ने बताया कि महिला से जमीन का कब्जा हटवाने के नाम पर लेखपाल ने 10 हजार रुपये मांगे. महिला ने अपने गहने बेचकर लेखपाल को 10 हजार रुपये दिए.
इसके बाद भी विमला देवी से जमीन का कब्जा हटवाने के बजाय अब लेखपाल द्वारा दोबारा कानूनगो और एसडीएम के नाम पर 10 हजार रुपये की मांग की जा रही. महिला ने बताया कि लेखपाल को उसने अपने गहने बेचकर पैसे दिए थे. वहीं डीएम माला श्रीवास्तव के सामने घटी इस घटना पर जिलाधिकारी ने नायब तहसीलदार को फटकार लगाई.

मामला दो-
एक अन्य मामले में पति-पत्नी ने समाधान दिवस में पहुचकर हंगामा खड़ा कर दिया. दरअसल, कई दिनों तक अधिकारियों और दफ्तरों के चक्कर लगाने के बाद भी पीड़ित को न्याय नहीं मिला तो फरियादी राम सुरेश डीएम माला श्रीवास्तव के पैरों में गिर पड़ा. पीड़ित ने जिलाधिकारी से बताया कि उसने अपनी भैंस बेचकर लेखपाल को 25 हजार रिश्वत दी थी. राम सुरेश जमीन की पैमाइश कराने के लिए एक साल से दौड़ रहा है. रिश्वत देने के बाद भी लेखपाल ने पीड़ित की जमीन की पैमाइश अभी तक नहीं की.

मामला तीन-
हरैया थाना क्षेत्र के पूरे अवधपुर गांव का है, जहां महिला ने लेखपाल को अपनी भैंस-बकरी बेचकर 50,000 देने का आरोप लगाया है. पैसा देने के बाद भी लेखपाल महेंद्र उपाध्याय पीड़िता के मामले को निस्तारित करने में आनाकानी कर रहे हैं.

बस्ती: सरकार की ओर से भ्रष्टाचार मुक्त शासन के वादे और दावे लगातार किए जाते हैं, लेकिन हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है. जिले के हरैया तहसील में तहसील दिवस के मौके पर एक महिला ने अधिकारियों की घूसखोरी से तंग आकर जहर खाने तक का प्रयास कर डाला. वहीं एक अन्य मामले में न्याय की गुहार लगाता व्यक्ति जिलाधिकारी के पैरों में गिर पड़ा. देखने वाली बात ये है कि मामला जिलाधिकारी के संज्ञान में आने के बाद भी इसको लेकर कोई कार्रवाई की जाएगी या इस बार भी 'अफसरतंत्र' लोकतंत्र पर हावी हो जाएगा.

जिलाधिकारी के सामने पीड़ितों ने लगाई न्याय की गुहार.

मामला एक-
जिले के हरैया तहसील में एक महिला तहसील दिवस में अपनी फरियाद लेकर आई थी. सरकारी सिस्टम से आजिज इस महिला ने तहसील दिवस के दौरान ही जहर खाने का प्रयास किया. हालांकि तहसील दिवस में मौजूद अधिकारियों ने तुरंत महिला के हाथ से जहर वाली सीसी छीन ली. इस मामले पर जब महिला से बात की गई तो पीड़िता विमला देवी ने बताया कि महिला से जमीन का कब्जा हटवाने के नाम पर लेखपाल ने 10 हजार रुपये मांगे. महिला ने अपने गहने बेचकर लेखपाल को 10 हजार रुपये दिए.
इसके बाद भी विमला देवी से जमीन का कब्जा हटवाने के बजाय अब लेखपाल द्वारा दोबारा कानूनगो और एसडीएम के नाम पर 10 हजार रुपये की मांग की जा रही. महिला ने बताया कि लेखपाल को उसने अपने गहने बेचकर पैसे दिए थे. वहीं डीएम माला श्रीवास्तव के सामने घटी इस घटना पर जिलाधिकारी ने नायब तहसीलदार को फटकार लगाई.

मामला दो-
एक अन्य मामले में पति-पत्नी ने समाधान दिवस में पहुचकर हंगामा खड़ा कर दिया. दरअसल, कई दिनों तक अधिकारियों और दफ्तरों के चक्कर लगाने के बाद भी पीड़ित को न्याय नहीं मिला तो फरियादी राम सुरेश डीएम माला श्रीवास्तव के पैरों में गिर पड़ा. पीड़ित ने जिलाधिकारी से बताया कि उसने अपनी भैंस बेचकर लेखपाल को 25 हजार रिश्वत दी थी. राम सुरेश जमीन की पैमाइश कराने के लिए एक साल से दौड़ रहा है. रिश्वत देने के बाद भी लेखपाल ने पीड़ित की जमीन की पैमाइश अभी तक नहीं की.

मामला तीन-
हरैया थाना क्षेत्र के पूरे अवधपुर गांव का है, जहां महिला ने लेखपाल को अपनी भैंस-बकरी बेचकर 50,000 देने का आरोप लगाया है. पैसा देने के बाद भी लेखपाल महेंद्र उपाध्याय पीड़िता के मामले को निस्तारित करने में आनाकानी कर रहे हैं.

Intro:रिपोर्ट- सतीश श्रीवास्तव
बस्ती यूपी
मो- 9889557333

स्लग- डीएम के पैरों पर फरियादी

एंकर- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ये सपना है कि हमारा उतर प्रदेश भ्रष्टाचार मुक्त प्रदेश हो और इस बात को सूबे के मुखिया हमेशा अपने सम्बोधन मे बोलते रहते है लेकिन बस्ती जिले में सरकार के जिम्मेदार अधिकारी मुख्यमंत्री के इन दावों पर पलीता लगाते दिख रहे हैं। आज जिलाधिकारी के सामने हरैया तहसील दिवस में तीन ऐसे मामले सामने आए जिससे सरकार के भ्र्ष्टाचार मुक्त होने के दावे पर प्रश्नचिन्ह खड़े हो रहे हैं। 

पहला मामला बस्ती जिले के हरैया तहसील का है जहां एक महिला आज तहसील दिवस में अपनी फरियाद लेकर आई थी। सरकारी सिस्टम से आजिज आकर महिला ने तहसील दिवस के दौरान ही जहर खाने का प्रयास किया। तहसील दिवस में मौजूद अधिकारियों ने तुरंत महिला के हाथ से कीटनाशक जहर वाली सीसी छीन ली। लेकिन महिला की इस हरकत से सिस्टम पर सवाल तो खड़े होना लाजिमी है।  इस मामले पर महिला से जब बात की गई तो पीड़िता विमला देवी ने बताया कि उसने अपने गहने बेचकर लेखपाल द्वारा  ₹10000 महिला से जमीन का कब्जा हटवाने के नाम पर लिया गया था। लेकिन कब्जा हटवाने के बजाय अब लेखपाल द्वारा दुबारा ₹10000 की मांग कानूनगो व एसडीएम के नाम पर मांगा की जा रही थी। महिला ने बताया कि लेखपाल  को पैसा उसने अपने गहने  बेचकर दिए थे। वहीं डीएम माला श्रीवास्तव के सामने घटी इस घटना पर जिलाधिकारी ने नायब तहसीलदार को फटकार लगाई।


Body:वहीं एक अन्य मामले में पति पत्नी ने समाधान दिवस में पहुच हंगामा खड़ा कर दिया। कई दिनों से दौड़ लगाने के बाद भी पीड़ित को नही मिला तो महिला का पति फरियादी राम सुरेश डीएम माला श्रीवास्तव के पैरों में गिर पड़ा और न्याय की गुहार लगाई, पीड़ित ने डीएम से बताया कि उसने अपनी भैंस बेचकर लेखपाल को 25 हज़ार रिश्वत दी थी, राम सुरेश जमीन पैमाइश कराने के लिए एक साल से दौड़ रहा है। रिश्वत देने के बाद भी लेखपाल ने पीड़ित की जमीन की पैमाइश अभी तक नहीं कि। इस मामले पर डीएम ने कार्यवाही के बजाय जांच की बात कही। 


Conclusion:तीसरा मामला हरैया थाना क्षेत्र के पूरे अवधपुर गांव का है जहां महिला ने लेखपाल को अपनी भैंस बकरी बेचकर 50,000 देने का आरोप लगाया है। पैसा देने के बाद भी लेखपाल महेंद्र उपाध्याय पीड़िता के मामले को निस्तारित करने में आनाकानी कर रहे हैं..

बाइट- जहर खाने का प्रयास करने वाली महिला कमला 
बाइट- डीएम बस्ती माला श्रीवास्तव 


बस्ती यूपी
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