ETV Bharat / state

पैसे लेकर नहीं दिया लोहिया आवास तो महिला ने इच्छामृत्यु की लगाई गुहार

उत्तर प्रदेश के बस्ती में लोहिया आवास में भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है. ग्राम पंचायत अधिकारी और प्रधान पर मिलीभगत कर सरकारी धन का बन्दरबाट करने का आरोप है. आरोप है कि ग्राम पंचायत अधिकारी और प्रधान ने आवास बनाकर देने के नाम पर चयनित पात्रों से रुपये ले लिए और आवास बनवाकर नहीं दिए.

पीड़ित महिला ने इच्छामृत्यु की गुहार लगाई.
author img

By

Published : Aug 24, 2019, 10:29 PM IST

बस्ती: सरकार सबका साथ सबका विकास का नारा लेकर चल रही है, लेकिन सरकार के कुछ अधिकारी और कर्मचारी उनके साख पर बट्टा लगा रहे हैं. जिले में लोहिया आवास के लिए 2015-16 दो पात्रों का चयन हुआ था, जिनके खातों में आवास के लिए रुपये भी भेज दिए गए, लेकिन ग्राम पंचायत अधिकारी और कर्मचारियों ने आवास बनाकर देने के नाम पर उनसे रुपये ले लिए और आवास भी नहीं बने. बार बार शिकायत करने के बाद भी जब महिला को न्याय नहीं मिली तो उसने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इच्छा मृत्यु की मांग की है.

जानकारी देती पीड़ित महिला.


ये है पूरा मामला

  • मामला विक्रमजोत विकासखंड क्षेत्र के शंकरपुर गांव का है.
  • यहां गावं में दो गरीब व्यक्तियों के नाम लोहिया आवास के लिये 2015-16 में चयनित हुए.
  • पात्रों के खाते में धन आया, लेकिन कर्मचारियों ने पात्रों से यह कह कर पैसा निकलवा लिया कि हम आपको आवास बनाकर देंगे.
  • इन गरीब पात्रों को आवास तो नहीं मिला, बल्कि ग्राम पंचायत अधिकारी कमलेश के द्वारा आवास का पूरा पैसा गबन कर लिया गया.
  • रुबीना और रामावतार के नाम पर लोहिया आवास का 4 लाख 90 हजार रुपये फर्जी रूप से भुगतान करा लिया गया और लाभार्थी को इसकी भनक तक नहीं लगी.

पढ़ें- आजमगढ़ में खुली सरकारी दावों की पोल, सड़कों पर तड़प रहे गोवंश

शिकायतकर्ता ने की कार्रवाई की मांग

  • इसकी शिकायत हुई तो विभाग द्वारा सत्यापन कराया गया, जिसमें रूबीना और रामावतार को लोहिया आवास मिला, लेकिन धरातल पर आवास का नामोनिशान नहीं था.
  • वहीं इस सदमें से एक पात्र व्यक्ति की मौत भी हो गई.
  • शिकायतकर्ता राम जनक यादव ने उपजिलाधिकारी से मिलकर शिकायती पत्र दिया.
  • उन्होंने ग्राम पंचायत अधिकारी और प्रधान की मिलीभगत कर सरकारी धन का बन्दरबाट करने का आरोप लगाया.
  • उन्होंने मांग की कि शंकरपुर ग्रामपंचायत के लोहिया आवास लाभार्थियों की जाचं करवा कर आवश्यक कार्रवाई की जाए.

बस्ती: सरकार सबका साथ सबका विकास का नारा लेकर चल रही है, लेकिन सरकार के कुछ अधिकारी और कर्मचारी उनके साख पर बट्टा लगा रहे हैं. जिले में लोहिया आवास के लिए 2015-16 दो पात्रों का चयन हुआ था, जिनके खातों में आवास के लिए रुपये भी भेज दिए गए, लेकिन ग्राम पंचायत अधिकारी और कर्मचारियों ने आवास बनाकर देने के नाम पर उनसे रुपये ले लिए और आवास भी नहीं बने. बार बार शिकायत करने के बाद भी जब महिला को न्याय नहीं मिली तो उसने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इच्छा मृत्यु की मांग की है.

जानकारी देती पीड़ित महिला.


ये है पूरा मामला

  • मामला विक्रमजोत विकासखंड क्षेत्र के शंकरपुर गांव का है.
  • यहां गावं में दो गरीब व्यक्तियों के नाम लोहिया आवास के लिये 2015-16 में चयनित हुए.
  • पात्रों के खाते में धन आया, लेकिन कर्मचारियों ने पात्रों से यह कह कर पैसा निकलवा लिया कि हम आपको आवास बनाकर देंगे.
  • इन गरीब पात्रों को आवास तो नहीं मिला, बल्कि ग्राम पंचायत अधिकारी कमलेश के द्वारा आवास का पूरा पैसा गबन कर लिया गया.
  • रुबीना और रामावतार के नाम पर लोहिया आवास का 4 लाख 90 हजार रुपये फर्जी रूप से भुगतान करा लिया गया और लाभार्थी को इसकी भनक तक नहीं लगी.

पढ़ें- आजमगढ़ में खुली सरकारी दावों की पोल, सड़कों पर तड़प रहे गोवंश

शिकायतकर्ता ने की कार्रवाई की मांग

  • इसकी शिकायत हुई तो विभाग द्वारा सत्यापन कराया गया, जिसमें रूबीना और रामावतार को लोहिया आवास मिला, लेकिन धरातल पर आवास का नामोनिशान नहीं था.
  • वहीं इस सदमें से एक पात्र व्यक्ति की मौत भी हो गई.
  • शिकायतकर्ता राम जनक यादव ने उपजिलाधिकारी से मिलकर शिकायती पत्र दिया.
  • उन्होंने ग्राम पंचायत अधिकारी और प्रधान की मिलीभगत कर सरकारी धन का बन्दरबाट करने का आरोप लगाया.
  • उन्होंने मांग की कि शंकरपुर ग्रामपंचायत के लोहिया आवास लाभार्थियों की जाचं करवा कर आवश्यक कार्रवाई की जाए.
Intro:रिपोर्ट- सतीश श्रीवास्तव
बस्ती यूपी
मो- 9889557333

स्लग- मुफलिसी में जिंदगी

anchor- जहाँ एक तरफ यूपी सरकार सबका साथ सबका विकास का नारा लेकर चल रही है वही योगी सरकार के कुछ अधिकारी व कर्मचारी गरीबो का हक़ पर डाका डालने से नही चूक रहे, सरकार की तरफ से मिलने वाले आवास योजना का पूरा का पूरा रूपया ही जिम्मेदार खा गये, बार बार शिकायत करने के बाद भी जब महिला को न्याय मिलने की उम्मीद खत्म हो गयी तो उसने अब मुख्यमंत्री योगी से इच्छा मृत्यु की माँग की है, बेहद मुफलिसी में जी रही पीड़ित महिला का आरोप है कि जब हमको न्याय नही मिला पा रहा है तो मौत ही मिल जाये, जिससे इस नरक भरी जिन्दगी से छुटकारा मिल जाये,

पूरा मामला विक्रमजोत विकासखंड क्षेत्र के शंकर पुर गाँव का है जहाँ वित्तीय वर्ष 2015-16 में चयनित लोहिया समग्र ग्राम में दो लोहिया आवासो के नाम पर प्रधान ने ब्लॉक कर्मचारियों से मिलकर चार लाख नब्बे हजार रूपया की बडी धाधंली की गई, इसकी शिकायत गांव निवासी रामजनक यादव ने जब आला अधिकारियों से की तो भौतिक सत्यपन मे पूरा भष्टाचार खुल कर समाने आया ,लेकिन अधिकारियों ने कोई भी कार्यवाही नही की ओर वहीं शिकायत कर्ता ने आरटीआई लगा कर जानकारी माँगी तब जाकर यह भष्टाचार खुलकर सामने आ गया, शंकरपुर गावं मे दो गरीब व्यक्तियो के नाम लोहिया आवास के लिये 2015,16 मे चयनित हुये पात्रों के खाते मे धन भी आ गया लेकिन इस धन पर भष्ट कर्मचारियों की निगाह गड गयी और कर्मचारियों ने पात्रों से यह कर पैसा निकलवा लिया कि पैसा निकाल दो हम तुम लोगो को आवास बन कर दे देगे लेकिन इन गरीब पात्रो को आवास तो नही मिला बल्कि ग्राम पंचायत अधिकारी कमलेश के द्वारा आवास का पूरा पैसा गबन कर लिया गया है। जब रुबीना पत्नी मोहम्मद कयूम और रामअवतार पुत्र विदेशी के नाम पर  लोहिया आवास का ₹490000 फर्जी रूप से भुगतान करा लिया गया और लाभार्थी को इसकी भनक तक नहीं लगी ,


Body:जब इसकी शिकायत हुयी तो विभाग द्वारा भौतिक सत्यापन कराया गया, कागज मे रूबीना पत्नी कयूम व रामअवतार पुत्र विदेशी को लोहिया आवास मिला किंतु धरातल पर आवास का नामोनिशान नही मिला,वही इस सदमे मे एक पात्र व्यक्ति की मौत भी हो गई, शिकायतकर्ता राम जनक यादव ने उपजिलाधिकारी से मिलकर शिकायतीपत्र दिया, ग्राम पंचायत अधिकारी व प्रधान की मिलीभगत कर सरकारी धन का बन्दरबांट करने का आरोप लगाया है कि शंकरपुर ग्रामपंचायत के लोहिया आवास लाभार्थियों की जाचं करवा कर आवश्यक कार्यवाही किया जायें ।

बाइट- गरीब महिला रुबीना
बाइट- ग्रामीण..
बाइट- जगदम्बा सिंह.....एसडीएम


बस्ती यूपी


Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.