बस्ती: कोरोना महामारी से जूझ रहे देश में एक तरफ लॉकडाउन है तो दूसरी तरफ बेमौसम बरसात किसानों की फसल को नुकसान पहुंचा रही है. इस समय किसान अपनी फसल को काटने की तैयारी में हैं और बारिश से उनकी फसल को नुकसान हो रहा है.
बिगड़ा मौसम का मिजाज
मंगलवार को मौसम का मिजाज अन्य जिलों की अपेक्षा बस्ती जिले में ज्यादा बिगड़ गया. यहां बिजली की कड़कड़ाहट के साथ कई घंटों तक तेज बरसात हुई, जिससे खेत और खलिहान पर मड़ाई के लिए रखी गेहूं की फसल भीग गई, जिससे अन्नदाता के चेहरे पर चिंता की लकीरें गहरी हो गई हैं.
इस बार गेहूं की फसल तैयार होने के समय से ही संकट है. जनवरी और फरवरी में बेमौसम बरसात और ओलावृष्टि से खेत में फसल प्रभावित हो गई थी. किसानों की अब कुछ उम्मीद जगी तो मौसम ने फिर बेईमानी कर दी है. कहीं फसल की कटाई चल रही है तो कहीं मड़ाई, लेकिन अचानक बरसात होने से फसल बर्बाद हो गई, जिससे गेहूं तैयार कर घर लाने में फिर दो-तीन दिन की देरी होगी.अचानक हुई बरसात से किसान खासा परेशान हैं क्योंकि खेतों में कटी पड़ी फसल तितर-बितर हो गई. इस वजह से किसानों को फसल की मड़ाई करने के लिए अभी इंतजार करना होगा. वहीं जिन किसानों की फसल की मड़ाई की जा चुकी थी, उन्हें भी गेहूं और भूसा दोनों बारिश से बचाने का मौका नहीं मिला. इससे किसानों को काफी नुकसान हुआ है.