बस्तीः जहां एक तरफ सरकार गरीबों को मुफ्त राशन मुहैया कराने का आदेश दिया है. वहीं, दूसरी तरफ कोटेदार गरीबों के हक का राशन डकार जा रहे हैं. ऐसा ही मामला ग्रामसभा थान्हाखास में सामने आया है. कोटेदार की दंबगई की शिकायत करने बुधवार को जब समाजसेवी चन्द्र मणि के नेतृत्व में ग्रामीण हर्रैया तहसील पर पहुंचे तो अधिकारी नहीं मिले. अधिकारियों के अनुपस्थित में ग्रामीणों ने एसडीएम की गाड़ी पर ही ज्ञापन चस्पा दिया.
ग्रामसभा थान्हाखास के राम किशुन, मंजू, हरीराम, संजू, सरोज, रेनू, संतोष, शिवदास, दिलीप, लक्ष्मण, मीराकुमारी, पूजा, उषा, पूनम, प्रभू नाथ, कैलाश, शिवकुमार सहित सैकड़ों ग्रामीणों का आरोप है कि कोटेदार उनका अंगूठा लगवाकर राशन जब्त कर जाते हैं.
समाज सेवी चन्द्र मणि ने बताया कि इस प्रकरण का निष्पक्ष जांच के लिए लगातार तहसील आ रहे हैं लेकिन यहां कोई सुनवाई नहीं हो रही है. उन्होंने बताया कि तहसील में कोई अधिकारी मौके पर जनसमस्याओं की सुनवाई हेतु उपस्थित नहीं है. अधिकारियों की अनुपस्थिति में कार्यालय पर ज्ञापन चस्पा करने का तरीका पुराना हो चुका है.
इसे भी पढ़ें-गांव के विकास के लिए आए धन में गोलमाल कर प्रधान मालामाल, सीडीओ ने दिए जांच के आदेश
चंद्र मणि का आरोप है कि तहसील के अधिकारी कई की दिन कार्यालय तक नहीं आते. लेकिन बिना गाड़ी कहीं नहीं जाते, इसलिए गाड़ी पर वाहन चस्पाया है. ऐसे में योगीराज में अब जनता अधिकारियों की अनुपस्थिति में उनकी गाड़ी से फरियाद करेगी. समाजसेवी द्वारा एसडी की गाड़ी पर वाहन चिपकाने के बाद इसे देखने के लिए तहसील में उपस्थित फरियादियों के साथ-साथ कर्मचारियों व अधिवक्ताओं की भीड़ जमा हो गई. लोगों ने बताया कि ज्ञापन सौंपने का यह तरीका अनोखा है.