बस्ती: दिल्ली में रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स ने टिकट रैकेट का पर्दाफाश करते हुए कथित 'सॉफ्टवेयर डेवलपर' को गिरफ्तार किया. इसके बाद इस रैकेट के सरगना हामिद अशरफ के तार बस्ती से जुड़े होने की बात सामने आई. इस रैकेट का नेटवर्क पाकिस्तान, बांग्लादेश और दुबई तक बताया जा रहा है. यह रैकेट टिकटों की धांधली कर हर महीने करोड़ों कमाता था और आतंकी फंडिंग में इस्तेमाल करता था.
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आमतौर पर एक टिकट को मैन्युअली बुक करने में 2.55 मिनट तक का वक्त लगता है. यह गैंग इस घोटाले के जरिए हर महीने 10 से 15 करोड़ रुपये तक समेट रहा था. इस गैंग का पहला टारगेट कैश कमाना होता था. आरोप है कि कैश कमाने के बाद ये लोग इस रकम से टेरर फंडिंग करते थे. आरपीएफ के महानिदेशक अरुण कुमार ने खुलासे में बताया था कि पूछताछ में यह पता चलता है कि यूपी के बस्ती जिले का रहने वाला हामिद अशरफ इस रैकेट का मुखिया है, जो दुबई से इस गिरोह का संचालन कर रहा है. अशरफ गोंडा में हुए बम धमाकों में वान्टेड रहा है.
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एसपी हेमराज मीणा ने बताया कि अशरफ की 28 अप्रैल 2016 में गिरफ्तारी हुई थी. दो अलग-अलग थाना क्षेत्रों में सीआरपीसी की कई गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज है. जेल भी भेजा गया था. अब ये जमानत पर बाहर है. एसपी ने बताया कि फिलहाल तलाश चल रही है. पुलिस की टीमें लगी हुई हैं. गोंडा बम विस्फोट में इसका नाम सामने है. उन्होंने कहा कि अशरफ के नाम का बस्ती से कोई पासपोर्ट जारी नहीं हुआ है.