बस्ती: सीएम योगी आदित्यनाथ गौशालाओं को लेकर गंभीर नजर आ रहे हैं, लेकिन करोड़ों रुपये पानी की तरह बह जाने के बाद भी पशुओं के लिए कोई व्यवस्था नहीं हो सकी है. गौशालाएं अब छुट्टा पशुओं के लिए क्रबगाह बनती जा रही हैं. छुट्टा पशुओं को सरकारी गौशालाओं में रखने की योजना बुरी तरह फ्लॉप हो रही है.
- अस्थायी बनाई गई गौशाला में तीन गायों की मौत का मामला सामने आया है.
- केवल जनवरी महीने में ही तीन गौवंशों की मौत हो गयी है.
- अस्थाई गौशाला नंद की क्षमता 45 गौवंशों की है, वहां 38 गोवंश ही मौजूद हैं.
- करोड़ों रुपये खर्च करने के बाद भी पशुओं के लिए कोई व्यवस्था नहीं है.
गौशाला में इन गौवंशों की देखभाल के लिए चार-चार सफाई कर्मचारी भी लगे हैं. मगर इन गोवंशों को ठंड से बचाने के लिए जो सुविधाएं मिलनी चाहिये, वह नहीं मिल रही हैं. नतीजा ठंड लगने से गोवंश की मौत हो जा रही है. इन गोवंशों को काऊ कोट तक नहीं पहनाया गया है. ठंडक से बचने के लिए इस गौशाला में कोई भी व्यवस्था नहीं हैं, जिसके चलते प्रतिदिन किसी गोवंश की मौत ठंडक से हो जाती हैं.
जांच के बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए डीएम बस्ती को शिकायती पत्र भेजा जाएगा. दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जायेगी.
प्रेम प्रकाश मीणा,ज्वॉइंट मजिस्ट्रेट