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बस्ती: कर्मचारियों की लापरवाही से नंद गौशाला में तीन गायों की मौत, नोटिस जारी

उत्तर प्रदेश के बस्ती में बनाई गई अस्थायी गौशाला में तीन गायों की मौत का मामला सामने आया है. केवल जनवरी महीने में ही तीन गौवंशों की मौत हो गयी है.

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Published : Jan 11, 2020, 11:49 AM IST

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नंद गौशाला में एक महीने में तीन गायों की मौत.

बस्ती: सीएम योगी आदित्यनाथ गौशालाओं को लेकर गंभीर नजर आ रहे हैं, लेकिन करोड़ों रुपये पानी की तरह बह जाने के बाद भी पशुओं के लिए कोई व्यवस्था नहीं हो सकी है. गौशालाएं अब छुट्टा पशुओं के लिए क्रबगाह बनती जा रही हैं. छुट्टा पशुओं को सरकारी गौशालाओं में रखने की योजना बुरी तरह फ्लॉप हो रही है.

नंद गौशाला में एक महीने में तीन गायों की मौत.
  • अस्थायी बनाई गई गौशाला में तीन गायों की मौत का मामला सामने आया है.
  • केवल जनवरी महीने में ही तीन गौवंशों की मौत हो गयी है.
  • अस्थाई गौशाला नंद की क्षमता 45 गौवंशों की है, वहां 38 गोवंश ही मौजूद हैं.
  • करोड़ों रुपये खर्च करने के बाद भी पशुओं के लिए कोई व्यवस्था नहीं है.

गौशाला में इन गौवंशों की देखभाल के लिए चार-चार सफाई कर्मचारी भी लगे हैं. मगर इन गोवंशों को ठंड से बचाने के लिए जो सुविधाएं मिलनी चाहिये, वह नहीं मिल रही हैं. नतीजा ठंड लगने से गोवंश की मौत हो जा रही है. इन गोवंशों को काऊ कोट तक नहीं पहनाया गया है. ठंडक से बचने के लिए इस गौशाला में कोई भी व्यवस्था नहीं हैं, जिसके चलते प्रतिदिन किसी गोवंश की मौत ठंडक से हो जाती हैं.

जांच के बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए डीएम बस्ती को शिकायती पत्र भेजा जाएगा. दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जायेगी.
प्रेम प्रकाश मीणा,ज्वॉइंट मजिस्ट्रेट

बस्ती: सीएम योगी आदित्यनाथ गौशालाओं को लेकर गंभीर नजर आ रहे हैं, लेकिन करोड़ों रुपये पानी की तरह बह जाने के बाद भी पशुओं के लिए कोई व्यवस्था नहीं हो सकी है. गौशालाएं अब छुट्टा पशुओं के लिए क्रबगाह बनती जा रही हैं. छुट्टा पशुओं को सरकारी गौशालाओं में रखने की योजना बुरी तरह फ्लॉप हो रही है.

नंद गौशाला में एक महीने में तीन गायों की मौत.
  • अस्थायी बनाई गई गौशाला में तीन गायों की मौत का मामला सामने आया है.
  • केवल जनवरी महीने में ही तीन गौवंशों की मौत हो गयी है.
  • अस्थाई गौशाला नंद की क्षमता 45 गौवंशों की है, वहां 38 गोवंश ही मौजूद हैं.
  • करोड़ों रुपये खर्च करने के बाद भी पशुओं के लिए कोई व्यवस्था नहीं है.

गौशाला में इन गौवंशों की देखभाल के लिए चार-चार सफाई कर्मचारी भी लगे हैं. मगर इन गोवंशों को ठंड से बचाने के लिए जो सुविधाएं मिलनी चाहिये, वह नहीं मिल रही हैं. नतीजा ठंड लगने से गोवंश की मौत हो जा रही है. इन गोवंशों को काऊ कोट तक नहीं पहनाया गया है. ठंडक से बचने के लिए इस गौशाला में कोई भी व्यवस्था नहीं हैं, जिसके चलते प्रतिदिन किसी गोवंश की मौत ठंडक से हो जाती हैं.

जांच के बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए डीएम बस्ती को शिकायती पत्र भेजा जाएगा. दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जायेगी.
प्रेम प्रकाश मीणा,ज्वॉइंट मजिस्ट्रेट

Intro:रिपोर्ट- सतीश श्रीवास्तव
बस्ती यूपी
मो- 9889557333

स्लग- क्रबगाह बनी गौशालाएं 

एंकर- सूबे के मुखिया भले ही गौशालाओं को लेकर गंभीर नजर आ रहे हो और करोडों रुपये पानी की तरह बह रहा हो लेकिन यही गौशालाएं अब छुट्टा पशुओं के लिये क्रबगाह बनती जा रही है। एक तरफ छुट्टा पशुओं को सरकारी गौशालाओं में रखने की उत्तर प्रदेश सरकार की अति महत्वाकांक्षी योजना बस्ती मे  बुरी तरह फ्लॉप हो रही है. प्रबुद्ध जन अब इस योजना को पूरी तरह अव्यवहारिक बता रहे हैं।जनपद की बात करें तो अब तक नगरपालिका परिसर और ग्रामीण क्षेत्रों में बने गौशालाओं में जितने गोवंश मर चुके हैं उनमें 10 फीसदी गोवंश भी नही मरते यदि वे आजाद रहे होते. ऐसा इसलिये कहना पड़ रहा है कि वे अपने चारे का बन्दोबस्त कर लेते थे, चाहे वह किसानों को नुकसान पहुंचाकर ही क्यों न हो. उन्हे पकड़कर गौशालाओं में लाया गया, उनकी आजादी और निवाला दोनो छीना गया।

जनपद के दुबौलिया ब्लॉक के मसहा गांव में बनी अस्थायी गौशाला में केवल जनवरी माह में 3 गौवंशों की मौत हो गयी है और दो पशु गंभीर रूप से बिमार है। मसहा मे बने नंद अस्थाई गौशाला मे जिसकी क्षमता 45 गौवंश की है लेकिन वर्तमान मे 38 गौवंश ही माजूद है,


Body:इन गौवंशों की देखभाल के लिए चार,चार सफाई कर्मचारी भी लगे है मगर इन गौवंशों को ठंड से बचाने के लिए जो सुविधाएं मिलनी चाहिये वह नही मिल रही है नतीजा ठंड लगने से गौवंश की मौत हो जा रही है। इन गौवंशों को काँऊ कोट तक नही पहनाया गया है, ठंडक से बचने के लिए इस गौशाला मे कोई भी व्यवस्था नही है जिसके चलते प्रतिदिन किसी न किसी गौवंश की मौत ठंडक लगने से हो रही है। मौके पर गौशाला मे 2 पशु जिन्दगी और मौत की जंग लड रहे है। स्थानियें ग्रामीणों की शिकायत है कि जो पशु मर जाते है उन्को सफाई कर्मचारी इस गौशाला के अन्दर दफना देते है जिससे मरे हुये पशु के रोग जीवित पशुओं को भी पकड ले रहे है। वो भी संक्रमण बिमारी के शिकार हो जा रहे है। सफाई कर्मचारी अज्ञाराम से बात की गयी तो उन्होंने बताया की जो सुविधा मौके पर है वो सभी पशुओं को उपलब्ध कराया जा रहा है।





Conclusion:इस मामले को लेकर हरिया तहसील के ज्वाइट मजिस्ट्रेट प्रेम प्रकाश मीणा से बातचीत की गयी तो उन्होंने जाँच कर दोषी के खिलाफ कार्यवाही करने के लिए डीएम बस्ती को शिकायती पत्र भेजने कि बात बताई है और कहा कि दोषियों के खिलाफ कठोर कार्यवाही की जायेगा।

बाइट- अज्ञाराम सफाई कर्मचारी
बाइट- प्रधान,,, शिव शंकर
बाइट- ज्वाइट मजिस्ट्रेट प्रेम प्रकाश मीणा


बस्ती यूपी
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