बस्ती: जनपद में तहसील समाधान दिवस शुरू करने की सरकार की मंशा तो अच्छी थी, मगर इसका मकसद पूरा होता नजर नहीं आ रहा है. मंगलवार को तहसील समाधान दिवस में कुल 186 मामले सामने आए, लेकिन मौके पर निस्तारण मात्र 18 मामलों का ही हुआ. वहीं तहसील दिवस के बाद डीएम-एसपी ने चौपाल लगाकर विकास कार्यों का सत्यापन किया.
186 मामलों में केवल 18 मामलों का किया गया निस्तारण
दरअसल, जनपद के हरैया विकास खण्ड में मंगलवार को तहसील दिवस का आयोजन किया गया. इसमें कुल 186 मामले सामने आए, जिनमें 18 मामलों का मौके पर निस्तारण कर दिया गया. इस दौरान डीएम आशुतोष निरंजन और एसपी हेमराज मीणा समेत सभी अधिकारियों ने लोगों की समस्याओं को सुना. डीएम ने कहा कि तहसील समाधान दिवस में प्रार्थना पत्रों के निस्तारण की गुणवत्ता की समीक्षा शासन स्तर से भी की जाती है. प्रदेश के मुख्य सचिव एक माह में दो बार वीडियो कांफ्रेंसिंग करके शिकायतों के निस्तारण की समीक्षा करते हैं.
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लंबित मामलों का निस्तारण करने के लिए अधिकारियों को दिए निर्देश
तहसील समाधान दिवस के अवसर पर डीएम आशुतोष निरंजन ने सभी शिकायतों और लंबित मामलों का निस्तारण करने के लिए सभी अधिकारियों को निर्देश दिए. समाधान दिवस में लोगों की समस्याओं को सुनते हुए उन्होंने कहा कि अधिकारी मौके पर जाकर स्थलीय निरीक्षण करके और शिकायतकर्ता को सुनकर आपसी सुलह समझौते से विवादों का निस्तारण कराना सुनिश्चित करें.
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डीएम-एसपी ने गांव में लगाई चौपाल
तहसील दिवस के बाद जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने हरैया ब्लाक के त्रिलोकपुर तिवारी गांव में चौपाल लगाकर विकास कार्यों का सत्यापन किया और लोगों की समस्याओं को सुना. यहां उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना के 5 लाभार्थियों को उनके आवास की चाबी भी दी. इसके बाद उन्होंने गांव में बनने वाले आंगनबाड़ी केंद्र भवन का शिलान्यास के लिए भूमि पूजन किया. गांव में चौपाल के दौरान जिलाधिकारी ने प्राथमिक विद्यालय में कायाकल्प योजना के तहत बाउंड्री वॉल, पूरे विद्यालय परिसर में फर्श और शौचालय आदि बनने पर प्रसन्नता व्यक्त की. साथ ही अध्यापकों को निर्देश दिए कि इसका सही रख रखाव करें.