बस्तीः दुबौलिया क्षेत्र के सुविखा बाबू गांव को सरयू के पानी ने चारों तरफ से घेर लिया है. बाढ़ के पानी कमर तक होने से रोजाना छोटे-छोटे बच्चों अपने घर पानी में घुसकर जाने को मजबूर है. प्रशासन के द्वारा नाव की व्यवस्था न होने की वजह से ये बच्चे रोज अपनी जान को जोखिम में डालकर घर से स्कूल आते-जाते हैं.
कटरिया-चांदपुर बंधा और सरयू नदी के बीच सुविधा बाबू गांव स्थित है. सरयू का पानी बढ़ने के चलते सुविखा बाबू गांव पानी घिरा हुआ है. यहां से आने-जाने के लिए प्रशासन ने दो नाव की व्यवस्था कर रखी है. इन नावों के सहारे कई छात्र-छात्राएं प्राथमिक विद्यालय कटरिया, आदर्श बाल शिक्षा निकेतन दुबौलिया, राज पब्लिक स्कूल दुबौलिया, सैनिक इंटर कॉलेज दुबौलिया, पूर्व माध्यमिक विद्यालय बंजरिया सूबी व अन्य स्कूलों में पढ़ने के लिए जाते हैं.
रोज की तरह सुविखा बाबू की छात्र-छात्राएं अपने विद्यालय पर पढ़ने के लिए गए. छुट्टी होने पर बंधे के पास पहुंचे, जहां से नाव मिलती है. स्कूल से आने के बाद इंतजार लंबा हुआ तो वह भूख-प्यास से बिलबिलाने लगे. फिर इन छात्रों ने उस पगडंडी से जाने का निर्णय लिया जिस पर पानी भरा था. सभी बच्चे पानी में उतरकर घर के लिए चले गए.
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स्वास्थ्य व आपदा प्रबंधन की टीम सुविखा बाबू गांव गई थी. वहां पर लोगों का परीक्षण व दवा का छिड़काव कराया गया है. जहां तक छात्र-छात्राओं के पानी में जाने का सवाल है, तो क्षेत्रीय लेखपाल को निर्देशित किया गया है कि वह बच्चों के आने -जाने के समय से नाव की व्यवस्था सुनिश्चित करें.
-जगदम्बा सिंह, एसडीएम