बस्ती: जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन घोषणा कर चुके हैं कि एक जनवरी को जिले के सात हजार स्वास्थ्य कर्मचारियों को पहले स्टेज में कोरोना की वैक्सीन लगाई जाएगी. लेकिन जिस स्टोर में कोविड की वैक्सीन रखी जानी है, वह स्टोर अभी कंप्लीट नहीं हुआ है. इसके आलावा कोरोना की वैक्सीन को रखने के लिए रेफ्रिजरेटर भी नहीं आ पाया है और न ही वैक्सीन के आने की कोई संभावना नजर आ रही है.
दो दिन पहले कोरोना वैक्सीन स्टोर का काम ठप पड़ गया था. विभाग की माने तो ठेकेदार ने रेट कम होने का बहाना बनाकर काम अधूरा छोड़ दिया है. शासन ने 15 दिसम्बर तक जिला मुख्यालय पर कोरोना वैक्सीन भंडारण के लिए अलग से स्टोर रूम तैयार कर लेने को कहा था. काम अधूरा होने पर ठेकेदार को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था, जिसके बाद काम दोबारा शुरू हुआ है.
अगले माह से कोरोना की वैक्सीन जिले में आने की संभावना है. इसे देखते हुए शासन स्तर से 50 हजार रुपये का बजट निर्धारित करते हुए निर्देशित किया गया है कि कोरोना वैक्सीन के भंडारण के लिए नियमित टीके के स्टोर से अलग स्टोर रूम तैयार करा लिया जाए. यूआईपी के एक कमरे को इसके लिए आरक्षित करते हुए वहां पर टॉइल्स आदि लगाने का कार्य कराया गया. इसके बाद ठेकेदार ने काम बंद कर दिया है. स्टोर रूम के दरवाजे और खिड़कियां खराब हैं. कमरे में रंगाई-पुताई आदि भी कराया जाना है.
वैक्सीन स्टोरेज के लिए आधा दर्जन डीप रेफ्रिजरेटर और आईएलआर मिलने की संभावना है. इन उपकरणों को बिजली मुहैया कराने के लिए कमरे में सॉकेट आदि लगाया जाना है. बिजली का भी काम अभी अधूरा है. अधूरा काम देखकर अब जिम्मेदारों की सांस फूलने लगी है. ठेकेदार को नोटिस जारी की गई है. ठेका निरस्त करने व ब्लैक लिस्टेड करने तक की चेतावनी दी जा रही है. अधिकारियों की मंशा है कि किसी तरह काम पूरा कराकर रिपोर्ट शासन को प्रेषित कर दी जाए.
सीएमओ डॉक्टर एके गुप्ता ने इस बारे में बताया कि कोरोना वैक्सीन स्टोर का कुछ काम बाकी है. ठेकेदार को काम पूरा कराने के लिए चेतावनी दी गई है. अगर इसके बाद भी काम नहीं पूरा किया जाता है तो किसी अन्य से काम पूरा कराया जाएगा. एक जनवरी को सात हजार स्वास्थ्य कर्मचारियों को वैक्सीन लगाया जाना है और इसके लिए तैयारी पूरी कर ली जाएगी.