बस्तीः निकाय चुनाव के दूसरे चरण के लिए सभी पार्टियों ने अपना दमखम झोंक दिया है. जैसे-जैसे निकाय चुनाव में चुनावी सरगर्मियां बढ़ रही हैं, वैसे-वैसे यह चुनाव अब हिंसात्मक होता चला जा रहा है. ऐसे ही हिंसात्मक चुनाव की कुछ तस्वीरें जिले के गणेशपुर नगर पंचायत के सामने आई हैं, जहां देर रात एक निर्दलीय प्रत्याशी के प्रतिनिधि रहमान के घर पर भाजपा समर्थकों ने हमला बोल दिया. आरोप है कि दर्जनों की संख्या में भाजपा समर्थक निर्दलीय प्रत्याशी अफसाना खातून के प्रतिनिधि और 20 साल तक गणेशपुर के प्रधान रहे रहमान के घर पहुंचे और जमकर उत्पात मचाया.
पूर्व बीजेपी विधायक की मौजूदगी में हुआ हमला
निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ रही अफसाना के प्रतिनिधि रहमान ने पूर्व भाजपा विधायक दयाराम चौधरी पर आरोप लगया है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि 'मेरे घर पर जो हमला हुआ है वह पूर्व विधायक की मौजूदगी में हुआ है और उनके ललकारने पर ही मेरे घर पर और मुझ पर उनके समर्थकों ने धावा बोल दिया, जिसमें मेरे एक समर्थक को चोट भी आई है. अब ऐसे में यह सवाल उठता है कि आचार संहिता लगने के बाद भी किस तरीके से कानून का मजाक उड़ाया जा रहा है. सत्ता के नशे में चूर पूर्व विधायक लोकतंत्र की मर्यादा को तार-तार कर रहे हैं'.
गणेशपुर नगर पंचायत में पहली बार हो रहा चुनाव
दरअसल, नवसृजित नगर पंचायत गणेशपुर में पहली बार चुनाव हो रहा है, जिसको लेकर सभी पार्टियां अपनी-अपनी जोर आजमाइश कर रही हैं, क्योंकि गणेशपुर नगर पंचायत का इलाका मुस्लिम बाहुल्य माना जाता है, इसलिए बीजेपी की राह यहां पर कठिन है. जिसको देखते हुए बीजेपी के प्रत्याशी येन, केन और प्रकारेण नगर पंचायत की सीट हासिल करना चाह रही है. आरोप है कि इसी क्रम में शुक्रवार देर रात बीजेपी समर्थकों ने एक निर्दलीय प्रत्याशी के प्रतिनिधि रहमान के घर पर हमला बोल दिया और काफी देर तक उत्पात मचाया.
दोनों पक्ष पुलिस से लगा रहे न्याय की गुहार
आपको बता दें इस नगर पंचायत में सदर सीट के पूर्व विधायक दयाराम चौधरी की पत्नी सोनमती चौधरी चुनाव मैदान में हैं. बीजेपी इस सीट को जीतने के लिए हर मुमकिन प्रयास कर रही है, क्योंकि मुस्लिम आबादी ज्यादा होने के कारण यहां पर बीजेपी की डगर कठिन है. निर्दलीय प्रत्याशी के प्रतिनिधि के घर हुई इस हिंसा की तस्वीरें मोबाइल और सीसीटीवी के कैमरे में कैद हो गईं, जिसमें यह देखा जा सकता है कि किस तरीके से बीजेपी समर्थक उत्पात मचा रहे हैं. फिलहाल अब इस पूरे मामले को लेकर दोनों पक्ष ने पुलिस से न्याय की गुहार लगा रहा है. पुलिस ने अभी तक किसी पक्ष से एफआईआर दर्ज नहीं की है.
एक-दूसरे पर लगाया आरोप
निर्दल प्रत्याशी के प्रतिनिधि रहमान और बीजेपी के पूर्व विधायक दयाराम ने एक दूसरे पर आरोप लगाया है. रहमान का कहना है कि पूर्व विधायक के इशारे पर हमला हुआ, घर आते वक्त पूर्व विधायक और उनके समर्थकों ने उनकी गाड़ी पर हमला किया, जब वे जान बचाकर भागे तो उनके घर पर भी हमला किया गया. वहीं, पूर्व विधायक दयाराम चौधरी ने सभी आरोपों को खारिज कर दिया और उल्टा रहमान पर मारपीट और साजिश रचने का आरोप लगाया. इस मामले में पूर्व विधायक की तरफ से भी एफआईआर के लिए शिकायत की गई है. फिलहाल पुलिस ने अभी किसी पक्ष से एफआईआर नहीं लिखा है, बल्कि मामले की गहनता से छानबीन कर रही. वहीं, डीएसपी आलोक प्रसाद ने कहा कि मामला पुलिस के संज्ञान में है, जांच कर कार्रवाई की जा रही है.
पढ़ेंः जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह बोले- भाजपा के हर महापौर प्रत्याशी की होगी प्रचंड जीत