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बस्ती: एसडीएम की अनोखी पहल, लोगों को नहीं जाना पड़ेगा कोर्ट

उत्तर प्रदेश के बस्ती में एसडीएम प्रेम प्रकाश मीणा ने जमीन विवाद का निस्तारण करने के लिए एक अच्छी तरकीब निकाली है. एसडीएम ने लंबित मुकदमे में शीघ्र निस्तारण के लिए हरैया न्यायालय को अब गांव-गांव तक पहुंचने का निर्णय लिया है.

जमीन विवाद निपटाने के लिए एसडीएम की अनोखी पहल.
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Published : Nov 16, 2019, 2:22 PM IST

Updated : Nov 16, 2019, 3:14 PM IST

बस्ती: जिले के ज्वाइंट मजिस्ट्रेट प्रेम प्रकाश मीणा ने गांव-गांव जाकर जमीन विवाद का मौके पर निस्तारण करने की अनूठी पहल शुरू की है. दरअसल, उपजिलाधिकारी प्रेम प्रकाश मीणा ने सराहनीय पहल करते हुये वर्षों से लंबित मुकदमे में शीघ्र निस्तारण के लिए हर्रैया न्यायालय को अब गांव-गांव तक पहुंचने का निर्णय लिया है. इस दौरान स्थलीय निरीक्षण कर संबंधित वादी और प्रतिवादियों को बुलाकर मौके पर ही बहस सुनकर न्यायालय प्रक्रिया के तहत जल्द फैसले सुना दिया जाएगा.

जमीन विवाद निपटाने के लिए एसडीएम की अनोखी पहल.

जमीन विवाद का स्थलीय निरीक्षण
इस प्रक्रिया से लोगों को फैसले जल्द मिलेंगे और साथ ही स्थलीय निरीक्षण से मौके की वास्तविक स्थिति के बारे में भी पता चल जाएगा. इस पहल से आम लोगों को सालों तक कोर्ट-कचेहरी के चक्कर लगाने पड़ते थे, उससे भी निजात मिल जाएगा. इसी मुहिम के तहत अलग-अलग जगह न्यायालय लगा कर लगभग 11 मामलों की सुनवाई एसडीएम हर्रैया प्रेमप्रकाश मीणा ने की.

निरीक्षण के बाद मामले का किया निस्तारण
वादी और प्रतिवादी के दलीलों के साथ स्थलीय निरीक्षण के बाद मामले का निस्तारण किया जाता है. एसडीएम प्रेम प्रकाश मीणा ने कहा कि स्थलीय निरीक्षण से वास्तविक स्थिति का पता चलता है. आम लोगों को सालों तक कोर्ट कचहरी का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा. उन्होंने बताया कि हर्रैया का चार्ज लेने के बाद मैंने देखा की कोर्ट में काफी मामले लम्बित पड़े हैं और विभिन्न कारणों से कोर्ट भी नियमित नहीं चल पा रही थी. इसलिए हमने सोचा कि क्यों न लोगों को कोर्ट बुलाने के बजाय, कोर्ट को लोगों तक ले जाया जाए.

बस्ती: जिले के ज्वाइंट मजिस्ट्रेट प्रेम प्रकाश मीणा ने गांव-गांव जाकर जमीन विवाद का मौके पर निस्तारण करने की अनूठी पहल शुरू की है. दरअसल, उपजिलाधिकारी प्रेम प्रकाश मीणा ने सराहनीय पहल करते हुये वर्षों से लंबित मुकदमे में शीघ्र निस्तारण के लिए हर्रैया न्यायालय को अब गांव-गांव तक पहुंचने का निर्णय लिया है. इस दौरान स्थलीय निरीक्षण कर संबंधित वादी और प्रतिवादियों को बुलाकर मौके पर ही बहस सुनकर न्यायालय प्रक्रिया के तहत जल्द फैसले सुना दिया जाएगा.

जमीन विवाद निपटाने के लिए एसडीएम की अनोखी पहल.

जमीन विवाद का स्थलीय निरीक्षण
इस प्रक्रिया से लोगों को फैसले जल्द मिलेंगे और साथ ही स्थलीय निरीक्षण से मौके की वास्तविक स्थिति के बारे में भी पता चल जाएगा. इस पहल से आम लोगों को सालों तक कोर्ट-कचेहरी के चक्कर लगाने पड़ते थे, उससे भी निजात मिल जाएगा. इसी मुहिम के तहत अलग-अलग जगह न्यायालय लगा कर लगभग 11 मामलों की सुनवाई एसडीएम हर्रैया प्रेमप्रकाश मीणा ने की.

निरीक्षण के बाद मामले का किया निस्तारण
वादी और प्रतिवादी के दलीलों के साथ स्थलीय निरीक्षण के बाद मामले का निस्तारण किया जाता है. एसडीएम प्रेम प्रकाश मीणा ने कहा कि स्थलीय निरीक्षण से वास्तविक स्थिति का पता चलता है. आम लोगों को सालों तक कोर्ट कचहरी का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा. उन्होंने बताया कि हर्रैया का चार्ज लेने के बाद मैंने देखा की कोर्ट में काफी मामले लम्बित पड़े हैं और विभिन्न कारणों से कोर्ट भी नियमित नहीं चल पा रही थी. इसलिए हमने सोचा कि क्यों न लोगों को कोर्ट बुलाने के बजाय, कोर्ट को लोगों तक ले जाया जाए.

Intro:बस्ती न्यूज रिपोर्ट
प्रशांत सिंह
9161087094
8317019190

बस्ती: देश की न्यायपालिका में लाखों ऐसे मामले लम्बित हैं जो पीढ़ी दर पीढ़ी चले आ रहे हैं. इसमें ज्यादातर मामले जमीनी विवाद के होते है. ये मामले इसलिए भी लम्बित रह जाते हैं क्योंकि स्थलीय निरीक्षण नही हो पाता और भ्रस्टाचार के जाल में फंसकर तारीख पर तारीख मिलती रहती है. लेकिन जनपद में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट प्रेम प्रकाश मीणा ने गांव-गांव जाकर मामलों का मौके पर निस्तारण की अनूठी पहल शुरू की है.

दरअसल उपजिलाधिकारी ज्याइन्ट मजिस्टेट हर्रैया प्रेम प्रकाश मीणा ने सराहनीय पहल करते हुये वर्षो से लम्बित मुकदमे में शीघ्र निस्तारण के लिए हरैया न्यायालय को अब गांव गांव तक पहुंचने का निर्णय लिया है. इस दौरान स्थलीय निरीक्षण कर संबंधित वादी और प्रतिवादियों को बुला कर, मौके पर बहस सुन कर न्यायालय प्रक्रिया के तहत जल्द फैसले सुना दिया जयेगा. इससे लोगो को फैसले जल्द मिलेंगे और साथ ही स्थलीय निरीक्षण से मौके कि वास्तविक स्थिति के बारे में भी पता चल जायेगा. इस पहल से आम जन जो सालों तक कोर्ट कचेहरी के चक्कर लगाते थे उससे भी निजात उन्हें मिल जायेगा.
इसी मुहिम के तहत हरैया तहसील के ब्लाक कप्तानगंज क्षेत्र के नरहर पुर और अलग अलग जगह न्यायालय लगा कर लगभग 11 मामलों की सुनवाई एसडीएम हरैया प्रेमप्रकाश मीणा ने की. मामलों को वादी और प्रतिवादी के दलीलों के साथ स्थलीय निरीक्षण के बाद निस्तारण किया गया.
इसी को आगे बढ़ाते हुए यदि तहसीलदार कोर्ट में भी लागू किया जाएगा तो ऐसे में जमीनी विवाद जल्द खत्म हो सकते हैं.

Body:अक्सर देखा जाता है जमीनी विवाद को लेकर पट्टीदारों में और गाँवो के अन्य लोगों से झगड़ा होता रहता है जो की हत्या तक का रूप ले लेता है. इस तरह के जमीनी विवाद के निर्णय को लेकर ज्वाइन मजिस्ट्रेट प्रेम प्रकाश मीणा की पुरे क्षेत्र में प्रशंसा हो रही है. लोगो में जल्द न्याय की उम्मीद जग गयी है.

ज्वाइंट मजिस्ट्रेट प्रेम प्रकाश मीणा ने कहा कि स्थलीय निरीक्षण से वास्तविक स्थिति का पता चलता है एवं आम जनमानस को सालों तक कोर्ट कचहरी का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा. उन्होंने बताया कि हरैया का चार्ज लेने के बाद मैन देख की कोर्ट में काफी मामले लम्बित पड़े हैं और बिभिन्न कारणों से कोर्ट भी नियमित नही चल पा रही थी. इसलिए हमने सोचा कि क्यों न लोगों को कोर्ट बुलाने के बजाय कोर्ट लोगों तक जाए. इसके बाद ने गांव में कोर्ट लगाकर मौके पर ही मामले की जांच कर जल्द न्याय देने की कोशिश करेंगे.

बाइट....प्रेम प्रकाश मीणा, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट, एसडीएम हरैयाConclusion:
Last Updated : Nov 16, 2019, 3:14 PM IST
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