बस्ती: जिले के ज्वाइंट मजिस्ट्रेट प्रेम प्रकाश मीणा ने गांव-गांव जाकर जमीन विवाद का मौके पर निस्तारण करने की अनूठी पहल शुरू की है. दरअसल, उपजिलाधिकारी प्रेम प्रकाश मीणा ने सराहनीय पहल करते हुये वर्षों से लंबित मुकदमे में शीघ्र निस्तारण के लिए हर्रैया न्यायालय को अब गांव-गांव तक पहुंचने का निर्णय लिया है. इस दौरान स्थलीय निरीक्षण कर संबंधित वादी और प्रतिवादियों को बुलाकर मौके पर ही बहस सुनकर न्यायालय प्रक्रिया के तहत जल्द फैसले सुना दिया जाएगा.
जमीन विवाद का स्थलीय निरीक्षण
इस प्रक्रिया से लोगों को फैसले जल्द मिलेंगे और साथ ही स्थलीय निरीक्षण से मौके की वास्तविक स्थिति के बारे में भी पता चल जाएगा. इस पहल से आम लोगों को सालों तक कोर्ट-कचेहरी के चक्कर लगाने पड़ते थे, उससे भी निजात मिल जाएगा. इसी मुहिम के तहत अलग-अलग जगह न्यायालय लगा कर लगभग 11 मामलों की सुनवाई एसडीएम हर्रैया प्रेमप्रकाश मीणा ने की.
निरीक्षण के बाद मामले का किया निस्तारण
वादी और प्रतिवादी के दलीलों के साथ स्थलीय निरीक्षण के बाद मामले का निस्तारण किया जाता है. एसडीएम प्रेम प्रकाश मीणा ने कहा कि स्थलीय निरीक्षण से वास्तविक स्थिति का पता चलता है. आम लोगों को सालों तक कोर्ट कचहरी का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा. उन्होंने बताया कि हर्रैया का चार्ज लेने के बाद मैंने देखा की कोर्ट में काफी मामले लम्बित पड़े हैं और विभिन्न कारणों से कोर्ट भी नियमित नहीं चल पा रही थी. इसलिए हमने सोचा कि क्यों न लोगों को कोर्ट बुलाने के बजाय, कोर्ट को लोगों तक ले जाया जाए.