बस्तीः जिले के जेल अक्षीक्षक के खिलाफ बंदी रक्षकों ने मोर्चा खोल दिया है. आरोप है कि जेल अधीक्षक की पत्नी के पैर न छूने पर उन्हें छुट्टियां नहीं दी जा रही है. उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है. साथ ही बंदी रक्षकों ने जेलर के निजी कार्यों में लगाए जाने का भी आरोप लगाया है. इस संबंध में बंदी रक्षकों ने डीएम को ज्ञापन सौंपा है. एडीएम ने इस मामले की जांच की बात कही है.
बस्ती जिला कारागार के कर्मचारियों ने छुट्टी न देने पर जेल अधीक्षक पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उनका कहना है कि उन्हें पारिवारिक वजहों से अवकाश की आवश्यकता है लेकिन उन्हें अवकाश नहीं दिया जा रहा है. आरोप है कि जेल अधीक्षक के द्वारा कुछ चुनिंदा कर्मचारियों को अपने निजी कार्यों में व्यस्त रखा जाता है. साथ ही छुट्टी मांगे जाने पर जेल अधीक्षक अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हैं.
बंदी रक्षकों ने आरोप लगाया कि उन्हें एडीएम से अवकाश मांगने के लिए कहा जाता है. साथ ही आरोप लगाया कि जेल अधीक्षक की पत्नी की यदि कोई चापलूसी न करें तो उसे मानसिक रूप से परेशान किया जाता है. जेल अधीक्षक की पत्नी के पैर न छूने वाले कर्मचारियों को प्रताड़ित किया जाता है. बंदी रक्षकों ने इस संबंध में डीएम दफ्तर जाकर डीएम को ज्ञापन सौंपा. साथ ही डीएम से न्याय़ की गुहार लगाई. वहीं, एडीएम कमलेश चंद्र का कहना है कि आरोपों की जांच की जा रही है.
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