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एक सड़क बनाकर दो बार लिया भुगतान, ग्रामीणों ने ऐसे खोली पोल... - बस्ती की न्यूज

बस्ती के एक गांव में एक सड़क को बनाकर दो बार भुगतान लेने का आरोप ग्रामीणों ने पूर्व प्रधान पर लगाया है. इसके अलावा अन्य कई विकास कार्यों को लेकर ग्रामीणों ने गंभीर आरोप लगाए हैं. इस मामले में सीडीओ का कहना है कि जांच में दोषी मिलने पर कार्रवाई की जाएगी.

एक सड़क बनाकर दो बार लिया गया भुगतान.
एक सड़क बनाकर दो बार लिया गया भुगतान.
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Published : Nov 5, 2021, 10:21 PM IST

बस्तीः जिले के रामनगर ब्लॉक में पड़ने वाले परसोंईया गांव में एक सड़क को बनाकर दो बार भुगतान लेने का आरोप ग्रामीणों ने पूर्व प्रधान पर लगाया है. ग्रामीणों ने कहा कि इस गड़बड़ी में पूर्व प्रधान के पति भी शामिल हैं. उधर, पूर्व प्रधान के प्रतिनिधि ने सभी आरोपों को निराधार बताया. सीडीओ का कहना है कि जांच में यदि कोई दोषी मिला तो कार्रवाई की जाएगी.

परसोइया गांव की पूर्व प्रधान माया देवी और उनके पति महेंद्र कुमार पर गांव के विकास कार्यों को लेकर खेल करने का आरोप लगा है. ग्रामीणों का आरोप है कि पीडब्ल्यूडी से शीतल सिंह के ट्यूबवेल तक सड़क बनी. इसी सड़क का नाम बदल-बदलकर इंटरलॉकिंग सड़क के नाम पर दो बार भुगतान ले लिया. मसलन, शीतल सिंह के खेत से सन्तकुमार के खेत तक औऱ फिर सन्तकुमार के खेत से सेतू के खेत तक इंटरलॉकिंग का कार्य दिखाकर धन की बंदरबांट कर ली गई.

एक सड़क बनाकर दो बार लिया गया भुगतान.

प्रधानमंत्री सड़क से सालिक राम के घर तक इंटरलॉकिंग तो कराई गई लेकिन इसी प्रधानमंत्री सड़क का प्राइमरी स्कूल तक का भुगतान भी बिना काम कराए ले लिया गया. इसी तरह गांव में कुछ सड़कें बनी ही नहीं और भुगतान ले लिया गया. ग्रामीणों का कहना है कि शिवनाथ सिंह के मकान से लेकर प्रकाश के घर तक इंटरलॉकिंग व सुधीर सिंह के मकान से रामकुमार के मकान तक इंटरलॉकिंग कार्य केवल कागजों पर ही हुआ. ग्रामीणों का आरोप है कि पंचायत भवन समेत अन्य मदों का पैसा भी हड़प लिया गया.

ये भी पढ़ेंः 1 करोड़ 80 लाख बेसिक विद्यार्थियों के खातों में कल पहुंचेंगे 1100 रुपये

इस बारे में प्रधान प्रतिनिधि महेंद्र ने सारे आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि सारे आरोप निराधार हैं. वहीं, सीडीओ राजेश प्रजापति ने कहा कि जांच के लिए टीम बनाकर स्पॉट पर भेज दी गयी थी. सड़क व पंचायत भवन आदि की जांच हो चुकी है. जांच में दोषी पाए जाने पर सख्त से सख्त कार्यवाही की जाएगी.

बस्तीः जिले के रामनगर ब्लॉक में पड़ने वाले परसोंईया गांव में एक सड़क को बनाकर दो बार भुगतान लेने का आरोप ग्रामीणों ने पूर्व प्रधान पर लगाया है. ग्रामीणों ने कहा कि इस गड़बड़ी में पूर्व प्रधान के पति भी शामिल हैं. उधर, पूर्व प्रधान के प्रतिनिधि ने सभी आरोपों को निराधार बताया. सीडीओ का कहना है कि जांच में यदि कोई दोषी मिला तो कार्रवाई की जाएगी.

परसोइया गांव की पूर्व प्रधान माया देवी और उनके पति महेंद्र कुमार पर गांव के विकास कार्यों को लेकर खेल करने का आरोप लगा है. ग्रामीणों का आरोप है कि पीडब्ल्यूडी से शीतल सिंह के ट्यूबवेल तक सड़क बनी. इसी सड़क का नाम बदल-बदलकर इंटरलॉकिंग सड़क के नाम पर दो बार भुगतान ले लिया. मसलन, शीतल सिंह के खेत से सन्तकुमार के खेत तक औऱ फिर सन्तकुमार के खेत से सेतू के खेत तक इंटरलॉकिंग का कार्य दिखाकर धन की बंदरबांट कर ली गई.

एक सड़क बनाकर दो बार लिया गया भुगतान.

प्रधानमंत्री सड़क से सालिक राम के घर तक इंटरलॉकिंग तो कराई गई लेकिन इसी प्रधानमंत्री सड़क का प्राइमरी स्कूल तक का भुगतान भी बिना काम कराए ले लिया गया. इसी तरह गांव में कुछ सड़कें बनी ही नहीं और भुगतान ले लिया गया. ग्रामीणों का कहना है कि शिवनाथ सिंह के मकान से लेकर प्रकाश के घर तक इंटरलॉकिंग व सुधीर सिंह के मकान से रामकुमार के मकान तक इंटरलॉकिंग कार्य केवल कागजों पर ही हुआ. ग्रामीणों का आरोप है कि पंचायत भवन समेत अन्य मदों का पैसा भी हड़प लिया गया.

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इस बारे में प्रधान प्रतिनिधि महेंद्र ने सारे आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि सारे आरोप निराधार हैं. वहीं, सीडीओ राजेश प्रजापति ने कहा कि जांच के लिए टीम बनाकर स्पॉट पर भेज दी गयी थी. सड़क व पंचायत भवन आदि की जांच हो चुकी है. जांच में दोषी पाए जाने पर सख्त से सख्त कार्यवाही की जाएगी.

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