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बस्ती: लापरवाही की भेंट चढ़ी पंचायत भवन निर्माण की योजना, मानक के विपरीत हो रहा निर्माण - बस्ती में पंचायत भवन का निर्माण

उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले के कई गांवों में मानकों की अनदेखी करके पंचायत भवन का निर्माण कराया जा रहा है. जब इसका जायजा लिया गया तो निर्माण स्थल पर कोई तकनीकी सहायक और अपर अभियंता मौजूद नहीं थे.

मानकों के विपरीत हो रहा पंचायत भवन का निर्माण.
मानकों के विपरीत हो रहा पंचायत भवन का निर्माण.
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Published : Sep 21, 2020, 10:29 AM IST

बस्ती: सरकार ग्राम पंचायतों के विकास के लिए तत्पर है. वहीं बस्ती में विभागीय लापरवाही से योजनाएं धरातल पर आने से पहले ही दम तोड़ती नजर आ रही हैं. सरकार ग्राम पंचायतों में विकास के लिए पंचायत भवन बनाकर पंचायतों को मजबूत करने का प्रयास कर रही है. वहीं जिले के पंचायती राज का पूरा महकमा सरकार के इस बजट को लूटने में लग गया है. सरकार द्वारा पंचायत भवन निर्माण के लिए जारी किए गए नक्शे और एस्टीमेट को दरकिनार कर दिया गया है. कई गांवों में मानकों की अनदेखी करके धड़ल्ले से गुणवत्ताविहीन पंचायत भवन का निर्माण कराया जा रहा है. शासन द्वारा जारी नक्शे और एस्टीमेट की जानकारी अधिकतर तकनीकी सहायक और अपर अभियंता को खुद ही नहीं है.

मानकों के विपरीत हो रहा पंचायत भवन का निर्माण.

मानक के विपरीत हो रहा निर्माण कार्य
मामला बस्ती जिले के हर्रैया ब्लॉक का है, जहां 53 ग्राम पंचायतों में पंचायत भवन और सामुदायिक शौचालय का राज्य वित्त और मनरेगा के संयुक्त बजट से निर्माण कराया जा रहा है. आरोप है कि इसमें सरकार द्वारा जारी मानकों की अनदेखी कर निर्माण हो रहा है. निर्माणस्थल पर न तो तकनीकी सहायक हैं न ही अपर अभियंता. कार्यदाई संस्था और ग्राम पंचायत मनमाने ढंग से निर्माण कार्य करा रहे हैं. ग्रामीणों की शिकायत के बाद भी निर्माण की गुणवत्ता नहीं सुधारी जा रही है. जब मीडिया की टीम ने हर्रैया ब्लॉक के हरिवंशपुर ग्राम पंचायत और सरैया तिवारी ग्राम पंचायत में बन रहे पंचायत भवन निर्माण का जायजा लिया तो सभी सामग्रियों में कमियां मिलीं और भवन के पिलर में 6 सरिया की जगह 4 सरिया लगाकर निर्माण कार्य चालू है. ईंट दोयम दर्जे के मिले, लोकल बालू और सीमेंट का प्रयोग भी मानक के अनुरूप नहीं मिला. यहां तक कि ग्राम प्रधान खुद पंचायत भवन के निर्माण स्थल पर नहीं दिखे. ऐसे में गुणवत्ता पर सवाल उठना लाजिमी है.

कमियों की होगी दोबारा जांच
जब इस संबंध में खण्ड विकास अधिकारी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि गुणवत्ता को सुनिश्चित कराने के लिए हर ग्राम पंचायतों में अपर अभियंता, सेक्टर प्रभारी और सचिवों को तैनात किया गया है. वह उसकी निरंतर निगरानी करेंगे. अगर कोई कमी पाई जाती है तो सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि जहां कमियां आई हैं उनकी दोबारा जांच कराई जा रही है. इसके लिए जो भी जिम्मेदार लोग हैं उनसे धन की वसूली की जाएगी और उनके खिलाफ FIR दर्ज होगा. खण्ड विकास अधिकारी ने कहा कि गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होगा.

बस्ती: सरकार ग्राम पंचायतों के विकास के लिए तत्पर है. वहीं बस्ती में विभागीय लापरवाही से योजनाएं धरातल पर आने से पहले ही दम तोड़ती नजर आ रही हैं. सरकार ग्राम पंचायतों में विकास के लिए पंचायत भवन बनाकर पंचायतों को मजबूत करने का प्रयास कर रही है. वहीं जिले के पंचायती राज का पूरा महकमा सरकार के इस बजट को लूटने में लग गया है. सरकार द्वारा पंचायत भवन निर्माण के लिए जारी किए गए नक्शे और एस्टीमेट को दरकिनार कर दिया गया है. कई गांवों में मानकों की अनदेखी करके धड़ल्ले से गुणवत्ताविहीन पंचायत भवन का निर्माण कराया जा रहा है. शासन द्वारा जारी नक्शे और एस्टीमेट की जानकारी अधिकतर तकनीकी सहायक और अपर अभियंता को खुद ही नहीं है.

मानकों के विपरीत हो रहा पंचायत भवन का निर्माण.

मानक के विपरीत हो रहा निर्माण कार्य
मामला बस्ती जिले के हर्रैया ब्लॉक का है, जहां 53 ग्राम पंचायतों में पंचायत भवन और सामुदायिक शौचालय का राज्य वित्त और मनरेगा के संयुक्त बजट से निर्माण कराया जा रहा है. आरोप है कि इसमें सरकार द्वारा जारी मानकों की अनदेखी कर निर्माण हो रहा है. निर्माणस्थल पर न तो तकनीकी सहायक हैं न ही अपर अभियंता. कार्यदाई संस्था और ग्राम पंचायत मनमाने ढंग से निर्माण कार्य करा रहे हैं. ग्रामीणों की शिकायत के बाद भी निर्माण की गुणवत्ता नहीं सुधारी जा रही है. जब मीडिया की टीम ने हर्रैया ब्लॉक के हरिवंशपुर ग्राम पंचायत और सरैया तिवारी ग्राम पंचायत में बन रहे पंचायत भवन निर्माण का जायजा लिया तो सभी सामग्रियों में कमियां मिलीं और भवन के पिलर में 6 सरिया की जगह 4 सरिया लगाकर निर्माण कार्य चालू है. ईंट दोयम दर्जे के मिले, लोकल बालू और सीमेंट का प्रयोग भी मानक के अनुरूप नहीं मिला. यहां तक कि ग्राम प्रधान खुद पंचायत भवन के निर्माण स्थल पर नहीं दिखे. ऐसे में गुणवत्ता पर सवाल उठना लाजिमी है.

कमियों की होगी दोबारा जांच
जब इस संबंध में खण्ड विकास अधिकारी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि गुणवत्ता को सुनिश्चित कराने के लिए हर ग्राम पंचायतों में अपर अभियंता, सेक्टर प्रभारी और सचिवों को तैनात किया गया है. वह उसकी निरंतर निगरानी करेंगे. अगर कोई कमी पाई जाती है तो सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि जहां कमियां आई हैं उनकी दोबारा जांच कराई जा रही है. इसके लिए जो भी जिम्मेदार लोग हैं उनसे धन की वसूली की जाएगी और उनके खिलाफ FIR दर्ज होगा. खण्ड विकास अधिकारी ने कहा कि गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होगा.

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