बस्तीः जनपद दो वर्ष पूर्व ही ओडीएफ घोषित हो गया था, लेकिन जिले के सरकारी स्कूलों में अभी तक शौचालय अधूरे पड़े हैं. हरैया विकासखंड के प्राथमिक विद्यालय में शौचालय की स्थिति खस्ताहाल है. इस स्कूल के शौचालय में कोई भी छात्र उसमें जाने से डरता है और नया शौचालय अभी तक अधूरा पड़ा है.
इस प्राथमिक विद्यालय में 92 छात्रों का नामांकन हुआ है और प्रधानाध्यापक सहित कुल 4 स्टाफ यहां कार्यरत है. शौचालय पिछले 3 सालों से खराब पड़ा है. विद्यालय में मौजूद शौचालय का निर्माण वर्षों पहले हुआ था, शौचालय की सीट टूटी पड़ी है. यहां तक कि शौचालय का गड्ढा पूरी तरह मिट्टी से पटा हुआ है. उसमें अभी तक ढक्कन नहीं लगाया गया है. अभी भी विद्यालय में निर्माण का कार्य जारी है, गांव के प्रधान ने विद्यालय के दो कमरों में कब्जा कर रखा है. जहां लेबर-मजदूर रहते हैं.
विद्यालय के प्रधानाध्यापक नईमुद्दीन का कहना है कि इसकी शिकायत हमने विभाग के उच्चाधिकारियों से की है. इस बाबत ग्राम प्रधान से भी कई बार शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. जब छात्रों से बातचीत की गई तो छात्रों ने कहा कि शौचालय खराब है, प्रयोग के लायक नहीं है इसलिए हम लोगों को बाहर खुले में शौच जाना पड़ता है. जब जिम्मेदार मौन हैं तो इन नौनिहालों को खुले में शौच जाने की मजबूरी है. जहां प्राथमिक विद्यालय में बच्चों को हर सुविधा मुहैया कराने का दावा किया जाता है, वहीं इन बच्चों को खुले में शौच भेजा जा रहा है.
जैसे ही हमें इस बात की जानकारी हुई. मैं खुद मौके पर गया और स्कूल का निरीक्षण किया. व्यवस्था को दुरुस्त करने का प्रधानाध्यापक और ग्राम प्रधान को सख्त निर्देश दे दिया गया है. इस मामले में जो दोषी होगा उसके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी.
-प्रेम प्रकाश मीणा, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट