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बस्ती: सरयू नहर कटने से कई गांव जलमग्न, भुखमरी की कगार पर ग्रामीण

बस्ती में सरयू नहर के टूटने से कई गांव जलमग्न हो गए है. किसानों की कई बीघा फसले बर्बाद हो गई हैं. लोगों के घरों में पानी घुस आया है. ग्रामीणों के घरों में चार दिन से चूल्हा तक नहीं जल पा रहा है. वहीं ग्रामीणों में नहर विभाग के अधिकारियों के प्रति जबरदस्त आक्रोश है.

कई गांव हुए जलमग्न.
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Published : Jul 28, 2019, 10:55 PM IST

बस्ती: गुणवत्ता विहीन नहरों के निर्माण से जिले में बार-बार सरयू नहर कट रही है. एक महीने के अंदर सरयू नहर तीन बार कट चुकी है, जिससे किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ा है.

सरयू नहर टूटने से ग्रामीण परेशान, देखें वीडियो.

नहर कटने से लोगों के घरों के अंदर घुसा पानी-

  • हर्रैया तहसील क्षेत्र के श्रीपतिपुर गांव और उसके आसपास 24 गांव में नहर का पानी ग्रामीणों के घरों में घुस गया है.
  • ग्रामीणों के घरेलू सामान सब भीग गए हैं.
  • पशुओं के लिए चारे का संकट खड़ा हो गया है.
  • ग्रामीणों के घरों मे चार दिन से चूल्हा तक नहीं जल पा रहा है.
  • ग्रामीणों में नहर विभाग के अधिकारियों के प्रति जबरदस्त आक्रोश है.
  • कोई भी नहर विभाग का अधिकारी कटान के पास जाने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा है.
  • पानी का बहाव तेज होने के चलते नहर को लोग नहीं बांध पा रहे हैं.
  • नहर के पानी से सड़क और हजारों बीघा खेत-खलिहान जलमग्न हो गए हैं.

पानी के कारण किसानों की फसलें हुई बर्बाद-

  • गन्ने की फसल, सब्जियां और धान की फसल सहित खाली खेत पूरी तरह डूब गए हैं.
  • सरकारी स्कूलों में छुट्टियां कर दी गई हैं.
  • श्रीपतिपुर प्राथमिक स्कूल में नहर का पानी लबालब भरा हुआ है.
  • सरयू नहर के कटने से हजारों बीघा फसलें बर्बाद हो गई हैं.

यह प्राकृतिक आपदा है. निश्चित रूप से ग्रामीणों की हर संम्भव मदद की जाएगी. नहर के कुछ भागों का निर्माण नहीं हो पाया है. जल्द ही सारी समस्याओं का निदान हो जाएगा.
-अजय सिह, विधायक, हर्रैया

डीएम माला श्रीवास्तव इस आपदा से अभी अनजान हैं. उन्हें जब बताया गया कि नहर कट गई थी, जिससे इलाके में पानी भर गया और सैकड़ों घरों मे चूल्हे नहीं जल रहे है तो इस बात पर डीएम ने कहा कि जल्द ही कटी नहर को दुरुस्त कर लिया जाएगा और प्रशासन की तरफ से हर संभव मदद ग्रामीणों को दिलाई जाएगी.

बस्ती: गुणवत्ता विहीन नहरों के निर्माण से जिले में बार-बार सरयू नहर कट रही है. एक महीने के अंदर सरयू नहर तीन बार कट चुकी है, जिससे किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ा है.

सरयू नहर टूटने से ग्रामीण परेशान, देखें वीडियो.

नहर कटने से लोगों के घरों के अंदर घुसा पानी-

  • हर्रैया तहसील क्षेत्र के श्रीपतिपुर गांव और उसके आसपास 24 गांव में नहर का पानी ग्रामीणों के घरों में घुस गया है.
  • ग्रामीणों के घरेलू सामान सब भीग गए हैं.
  • पशुओं के लिए चारे का संकट खड़ा हो गया है.
  • ग्रामीणों के घरों मे चार दिन से चूल्हा तक नहीं जल पा रहा है.
  • ग्रामीणों में नहर विभाग के अधिकारियों के प्रति जबरदस्त आक्रोश है.
  • कोई भी नहर विभाग का अधिकारी कटान के पास जाने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा है.
  • पानी का बहाव तेज होने के चलते नहर को लोग नहीं बांध पा रहे हैं.
  • नहर के पानी से सड़क और हजारों बीघा खेत-खलिहान जलमग्न हो गए हैं.

पानी के कारण किसानों की फसलें हुई बर्बाद-

  • गन्ने की फसल, सब्जियां और धान की फसल सहित खाली खेत पूरी तरह डूब गए हैं.
  • सरकारी स्कूलों में छुट्टियां कर दी गई हैं.
  • श्रीपतिपुर प्राथमिक स्कूल में नहर का पानी लबालब भरा हुआ है.
  • सरयू नहर के कटने से हजारों बीघा फसलें बर्बाद हो गई हैं.

यह प्राकृतिक आपदा है. निश्चित रूप से ग्रामीणों की हर संम्भव मदद की जाएगी. नहर के कुछ भागों का निर्माण नहीं हो पाया है. जल्द ही सारी समस्याओं का निदान हो जाएगा.
-अजय सिह, विधायक, हर्रैया

डीएम माला श्रीवास्तव इस आपदा से अभी अनजान हैं. उन्हें जब बताया गया कि नहर कट गई थी, जिससे इलाके में पानी भर गया और सैकड़ों घरों मे चूल्हे नहीं जल रहे है तो इस बात पर डीएम ने कहा कि जल्द ही कटी नहर को दुरुस्त कर लिया जाएगा और प्रशासन की तरफ से हर संभव मदद ग्रामीणों को दिलाई जाएगी.

Intro:रिपोर्ट- सतीश श्रीवास्तव
बस्ती यूपी
मो- 9889557333

स्लग- सरयू नहर का कहर, गांव, खेत, स्कूल सब जलमग्न

एंकर- सरजू नहर खण्ड के अधिकारियों के गुणवत्ता विहीन नहरों के निर्माण से बस्ती जिले में बार बार सरयू नहर कट रही है, एक महीने के अंदर सरयू नहर 3 बार कट चुकी है जिससे किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ा है, हरैया तहसील क्षेत्र के श्रीपतिपुर गांव और उसके आस पास दो दर्जनों गांव मे नहर का पानी इस कदर ग्रामीणों के घरों मे घुस गया है कि ग्रामीणों के घरेलू सामान सब भीग गये है, पशुओं के चारे का संकट खड़ा हो गया है, वहीं ग्रामीणों के घरों मे चार दिन से चूल्हा तक नही जल पा रहा है, चारों तरफ से नहर के पानी से घिरे गाँव के ग्रामीणों मे नहर विभाग के अधिकारियों के प्रति जबरदस्त आक्रोश है, इसलिये कोई भी नहर का अधिकारी कटी नहर के पास जाने की हिम्मत नही जुठा पा रहा है, वहीं दर्जनों ग्रामीण कटी हुयी नहर को बाँधने का भरसक प्रत्यन कर रहे है लेकिन पानी का बहाव तेज होने के चलते नहर को नही बाँध पा रहे है, नहर के पानी से सड़क व हजारों बीघा खेत खलिहान जलमग्न हो गए, लोगों को आवागमन में दुश्वारियां झेलनी पड़ रही है, श्रीपतिपुर से नर्सिगपुर मार्ग पर पानी से लबलब भर गया है जिससे इस सड़क से आने जाने वाले दर्जनों गांव के लोगो को काफी दिक्कत समाना उठाना पड़ रहा, पिछले 4 दिन से यह मार्ग बाधित है, आसपास के गांव के गन्ने की फसल, सब्जी की फसल और धान की फसल सहित खाली खेत पूरी तरह डूब गए है, वही सरकारी स्कूलों मे छुट्टियां कर दी गयी है, श्रीपतिपुर प्राथमिक स्कूल मे नहर का पानी लबलब भरा हुवा है, जहाँ एक तरफ किसान कड़ी धूप में मेहनत कर अपनी फसल को उगाता है और वहीं दूसरी तरफ सरयू नहर के अफसरो की लापरवाही की वजह से नहरें उनकी फसलों को तबाह कर रही, जिससे पानी तो बर्बाद हो ही रहा बल्कि किसानों के खेत भी खराब हो रहे, अनुमान है इस सरयू नहर के कटने से हजारों  बीघा फसल बर्बाद हो गयी है, जिसकी भरपाई किसानों को खुद ही करनी होगी, किसानों को बर्बाद हुई फसल का सरकार से कोई मूल्य नही मिलने वाला है।

सरयू नहर पर सरकार अब तक कई अरब रुपए खर्च कर चुकी है, लेकिन यह योजना आज तक पूरी नही हो पाई, और जहां नहरें बनी है वहां पानी जाते ही अचानक कट जाती है, जिस योजना से किसानों को लाभ होना था वही योजना अब किसानों के लिए अभिशाप बन रही है, गुडवत्ता विहीन नहरों का निर्माण कर सरयू नहर विभाग के इंजीनियर अपने जेबे तो गर्म कर लिये और ग्रामीणों व किसानों को नुकसान के मुह मे झोक दिये, बस्ती में सरयू नहर के कटने से यह साफ हो गया है कि जिले में इस योजना का हाल बहुत ही बुरा है।


Body:डीएम माला श्रीवास्तव इस आपदा से अभी अनजान है, उन्हें जब बताया गया कि नहर कट गई थी जिससे इलाके में पानी भर गया, सैकड़ों घरों मे चूल्हे नही जल रहे है तो इस बात पर डीएम ने कहा कि जल्द ही कटी नहर को दुरुस्त कर लिया जाएगा,और प्रशासन की तरफ से हरसंभव मदद ग्रामीणो को दिलायी जायेगी.


Conclusion:नहर कटने के बारे मे हर्रिया के बीजेपी विधायक अजय सिह से बात की गई तो उन्होंने कहा की पानी है और ये प्राकृतिक आपदा है, निश्चित रुप से ग्रामीणों की हरसंम्भव मदद की जायेगी ,नहर के कुछ पार्टो का निर्माण नही हो पाया है और जल्द ही नहरो का पानी मनोरमा मे गिरा दिया जायेगा तो सारी समस्याओं का निदान हो जायेगा,विधायक जी को ये नहीं पता की नहर का पानी कोई प्राकृतिक आपदा नही होती है ये नहर विभाग के अधिकारियों की लपरवाही का नतीजा है जो बार बार नहर कट रही है और दर्जनों गांव जलमग्न हो रहे है इसे प्राकृतिक आपदा से नही जोडा जा सकता है

बाइट-ग्रामवासी महिला
बाइट- किसान
बाइट- बीजेपी विधायक अजय सिह 


बस्ती यूपी
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