बस्ती : भाजपा के सांसद, राष्ट्रीय मंत्री और बिहार प्रदेश के प्रभारी हरीश द्विवेदी मंगलवार को शहीद सत्यवान सिंह स्टेडियम में पहुंचे. यहां उन्होंने 'सांसद खेल महाकुंभ' के आयोजन को लेकर फीडबैक लिया. गौरतलब है कि आगामी 13 नवंबर से 20 नवंबर तक चलने वाले 'सांसद खेल महाकुंभ' का आयोजन होने जा रहा है. इसकी पूरी जिम्मेदारी सांसद हरीश द्विवेदी ने खुद संभाल रखी है.
आपको बता दें, अभी तक 500 से अधिक खिलाड़ियों ने अलग-अलग खेलों में अपना रजिस्ट्रेशन करवा लिया है, जो 'सांसद खेल महाकुंभ' में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे. सांसद हरीश द्विवेदी ने बताया कि इस आयोजन का मकसद इतना है कि ऐसे खेलों को बढ़ावा दिया जाए जो विलुप्त होते जा रहे हैं. और ऐसे खिलाड़ियों को भी आगे बढ़ने का मौका मिले जिनकी प्रतिभा गांव में ही रह जाती है और निखर नहीं पाती. उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार खेलो इंडिया एक प्रोग्राम चला रही है, ताकि ग्रामीण खेलों को प्रोत्साहित कर उन्हें आगे बढ़ाया जाए.
वहीं प्रियंका गांधी द्वारा आज आगामी विधानसभा चुनाव में 40% महिलाओं को आरक्षण देने के एलान पर पलटवार करते हुए हरीश द्विवेदी ने कहा- 70 वर्षो तक कांग्रेस ने देश पर राज किया, मगर आज तक उन्हें कभी महसूस नहीं हुआ कि महिलाओं को 40% आरक्षण देना है. देश की जनता उन पर कितना विश्वास करेगी यह तो आने वाले विधानसभा चुनाव का परिणाम ही बताएगा. क्योंकि कांग्रेस सत्ता में रह चुकी है, लेकिन उन्होंने तब महिलाओं के हक को लेकर कुछ नहीं किया था. भाजपा सरकार में सभी वर्ग और धर्म के लोगों को समान अधिकार दिया गया है, और समान रूप से महिलाओं को भी भाजपा ने बड़े पदों पर बैठाया है. क्योंकि हमारे प्रधानमंत्री सबका साथ और सबका विकास के नारे के साथ चल रहे हैं.
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प्रियंका गांधी द्वारा टिकट में आरक्षण की घोषणा किए जाने को सांसद हरीश द्विवेदी ने महज एक राजनीतिक एजेंडा बताया और कहा कि कांग्रेस पार्टी के राहुल गांधी और प्रियंका गांधी हर 5 साल में एक बार चुनावी टूर पर निकलते हैं. आने वाले समय में उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं, इसलिए ये लोग एक बार फिर से यूपी में चुनाव से पहले टूर पर निकल गए हैं. यूपी के चुनाव में प्रियंका गांधी के प्रभाव के सवाल पर श्री द्विवेदी ने कहा कि सपा-बसपा और कांग्रेस का वह भी दौर था, जब ये लोग और उनके नेता खुद को हिंदू कहने में भी शर्म करते थे. लेकिन आज भाजपा ने एक ऐसा माहौल बना दिया है कि इन पार्टी के नेताओं को भी मंदिर में जाना पड़ रहा है और पूजा करने के बाद बताना पढ़ रहा है कि हम भी हिंदू हैं.