बस्ती: मामला कप्तानगंज थाना क्षेत्र के बनहरा का है. यहां राम जानकी मंदिर के भूमि में लगे सैकड़ों सागौन के पेड़ों को काटा जा रहा है. वन विभाग के रेंजर की मिलीभगत से वन माफिया ने ये काम कराया. बेशकीमती लकड़ी के वृक्ष काट लिए गए.
राम जानकी मंदिर भूमि में काटे सागौन के पेड़-
सागौन के पेड़ों काटे जाने की सूचना मंदिर के महंत प्रेम नारायण को हुई तो उन्होंने तत्काल इसकी सूचना डायल 100 पुलिस को दिया, लेकिन मौके पर पुलिस के न पहुंचने पर मंदिर के महंत ने इसकी लिखित शिकायत कप्तानगंज के वन रेंजर अजय प्रसाद शुक्ल को की. बावजूद मौके पर वन विभाग का कोई भी अधिकारी नहीं गया.
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सागौन के 51 पेड़ काटे-
जब इसकी जानकारी पुलिस और वन विभाग के आलाधिकारियों की हुई तो आनन-फानन में सागौन के बाग मे कप्तानगंज पुलिस और वन विभाग की टीम पहुंची. वहां पाया कि 51 पेड़ सागौन के वन माफियाओं ने काट लिए हैं. लगभग 45 पेड़ की लकड़ी बाग से वन माफिया उठा ले गए हैं और कुछ पेड़ बाग में पडे़ हैं.
भ्रष्ट अधिकारियों को नहीं है किसी का डर-
वन विभाग के रेंजर अजय शंकर शुक्ल ने महंत की तहरीर पर छह वन माफियाओं के खिलाफ कप्तानगंज थाने में मुकदमा दर्ज कराया है, लेकिन अभी तक वन माफियाओं ने बेशकीमती लकड़ी कहां पर छुपा कर रखी है. उसका पता नहीं चल पाया है. कप्तानगंज में आए दिन सागौन के वृक्षों को वन विभाग की मिलीभगत से वन माफिया चोरी से काट ले जाते हैं. वन विभाग कभी अज्ञात और कभी नामाजद मुकदमा दर्ज कराकर अपनी जिम्मेदारी से पलड़ा झाड़ लेता है. इन भ्रष्ट अधिकारियों पर प्रशासन का डर जरा सा भी नहीं है.