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बस्ती में गर्ल्स हॉस्टल पर यूपी पुलिस का कब्जा, छात्राओं को हो रही मुश्किल

बस्ती मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल में चल रही पुलिस चौकी को हटाने के लिए प्रधानाचार्य ने एसपी को पत्र लिखा है. प्राचार्य का कहना है कि चौकी चलने के कारण बिना कक्षाएं अटैंड किए वापस लौट अपने घर लौट गई है. इससे नर्सिंग की छात्राओं का पढ़ाई बाधित हो रही है.

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Published : Nov 28, 2022, 8:52 PM IST

बस्ती: उत्तर प्रदेश पुलिस के अवैध कब्जे की वजह से कुछ छात्र परेशान हैं, उनकी पढ़ाई रुक गई है. आलम ये है कि बस्ती मेडिकल कॉलेज गर्ल्स हॉस्टल पर पुलिस वालों ने कब्जा जमा लिया है. हॉस्टल में पुलिस चौकी का संचालन किया जा रहा है. कॉलेज के प्राचार्य ने एसपी को पत्र लिखकर हॉस्टल को खाली कराने की मांग की है. एसपी ने चौकी को एक कमरे में सीमित करने और कॉलेज प्रशासन का सहयोग करने की बात कही है.

बस्ती मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य मनोज कुमार ने बताया कि 2019 में जब कॉलेज बन रहा था. तब यहां कोई सुरक्षा व्यवस्था नहीं थी. इसलिए प्रशासन से सुरक्षा मांग की गई थी. जिस पर प्रसाशन ने कहा कि आप जगह दे दीजिए, हम अस्थाई चौकी बना देंगे. इसलिए कॉलेज परिसर में बने गर्ल्स हॉस्टल में चौकी के लिए जगह दे दी गई. लेकिन 2019 से चली आ रही यह व्यवस्था अब नर्सिंग की छात्राओं पर भारी पड़ रही है. क्योंकि चौकी के साथ पुलिसकर्मियों ने यहां अपना आशियाना भी बना लिया है.

प्राचार्य के मुताबिक साल 2022 में उत्तर प्रदेश नर्सेज एंड मिडवाइफ काउंसिल लखनऊ स्तर से बीएससी नर्सिंग प्रशिक्षण पाठ्यक्रम में कॉलेज को 60 सीट की अनुमति प्रदान की गई है. जिसमें अक्टूबर 2022 में पहली काउंसलिंग के बाद 53 छात्राओं का चयन किया जा चुका है. इन छात्राओं की कक्षाएं भी 16 नवंबर से शुरू हो गई हैं. लेकिन, हॉस्टल खाली न होने के कारण प्रवेश होने के बाद भी विभिन्न जिलों से हॉस्टल में रहने आई छात्राएं बिना क्लास अटैंड किए घर वापस लौट गई है.

जानकारी देते प्रधानाचार्य और एसपी

इस कारण से महर्षि वशिष्ठ स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय रामपुर के प्राचार्य डॉ. मनोज कुमार ने एसपी को पत्र लिख कर हॉस्टल खाली कर चौकी कही और संचालित करने की मांग की है. मेडिकल कॉलेज परिसर में छात्रावास के 14 कमरों में से 6 कमरों में रामपुर चौकी का संचालन और पुलिसकर्मी निवास कर रहे हैं.

प्रधानाचार्य मनोज कुमार ने आगे बताया कि हॉस्टल को खाली कराने की मांग पहले भी की जा चुकी है. वर्तमान में अक्टूबर 2022 के अंतिम सप्ताह में बीएससी नर्सिंग प्रशिक्षण पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए छात्राएं आ गई है. लेकिन छात्राओं के निवास के लिए बने हॉस्टल में पुलिसकर्मी निवास कर रहे हैं. इसीलिए प्रशासन से अनुरोध है कि गर्ल्स हॉस्टल में चल रही रामपुर चौकी और यहां निवास कर रहे पुलिस कर्मियों से हॉस्टल खाली कराएं. जिससे नर्सिंग की छात्राएं यहां निवास कर सकें. इसी मांग के साथ एसपी बस्ती को दोबारा पत्र लिखा गया है. हॉस्टल खाली होते ही उसे छात्राओं को आवंटित किया जाएगा. इससे छात्राओं की पढ़ाई बाधित नहीं होगी और कक्षाएं सुचारू रुप से चलने लगेंगी.


एसपी दीपेंद्र चौधरी ने इस बारे में बताया कि रामपुर पुलिस चौकी को मेडिकल कॉलेज के गर्ल्स हॉस्टल से हटाने का अनुरोध किया गया है. उक्त इलाके में पुलिस चौकी की जरूरत है. इसलिए चौकी हटाया जाना उचित नहीं है. मगर गर्ल्स हॉस्टल के 6 कमरों से कब्जा हटवाकर सीमित कराया जाएगा और मेडिकल कॉलेज प्रशासन का सहयोग किया जाएगा.

यह भी पढ़ें: बस्ती में चला 'बाबा का बुलडोजर', 15 करोड़ की सरकारी जमीन कब्जा मुक्त

बस्ती: उत्तर प्रदेश पुलिस के अवैध कब्जे की वजह से कुछ छात्र परेशान हैं, उनकी पढ़ाई रुक गई है. आलम ये है कि बस्ती मेडिकल कॉलेज गर्ल्स हॉस्टल पर पुलिस वालों ने कब्जा जमा लिया है. हॉस्टल में पुलिस चौकी का संचालन किया जा रहा है. कॉलेज के प्राचार्य ने एसपी को पत्र लिखकर हॉस्टल को खाली कराने की मांग की है. एसपी ने चौकी को एक कमरे में सीमित करने और कॉलेज प्रशासन का सहयोग करने की बात कही है.

बस्ती मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य मनोज कुमार ने बताया कि 2019 में जब कॉलेज बन रहा था. तब यहां कोई सुरक्षा व्यवस्था नहीं थी. इसलिए प्रशासन से सुरक्षा मांग की गई थी. जिस पर प्रसाशन ने कहा कि आप जगह दे दीजिए, हम अस्थाई चौकी बना देंगे. इसलिए कॉलेज परिसर में बने गर्ल्स हॉस्टल में चौकी के लिए जगह दे दी गई. लेकिन 2019 से चली आ रही यह व्यवस्था अब नर्सिंग की छात्राओं पर भारी पड़ रही है. क्योंकि चौकी के साथ पुलिसकर्मियों ने यहां अपना आशियाना भी बना लिया है.

प्राचार्य के मुताबिक साल 2022 में उत्तर प्रदेश नर्सेज एंड मिडवाइफ काउंसिल लखनऊ स्तर से बीएससी नर्सिंग प्रशिक्षण पाठ्यक्रम में कॉलेज को 60 सीट की अनुमति प्रदान की गई है. जिसमें अक्टूबर 2022 में पहली काउंसलिंग के बाद 53 छात्राओं का चयन किया जा चुका है. इन छात्राओं की कक्षाएं भी 16 नवंबर से शुरू हो गई हैं. लेकिन, हॉस्टल खाली न होने के कारण प्रवेश होने के बाद भी विभिन्न जिलों से हॉस्टल में रहने आई छात्राएं बिना क्लास अटैंड किए घर वापस लौट गई है.

जानकारी देते प्रधानाचार्य और एसपी

इस कारण से महर्षि वशिष्ठ स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय रामपुर के प्राचार्य डॉ. मनोज कुमार ने एसपी को पत्र लिख कर हॉस्टल खाली कर चौकी कही और संचालित करने की मांग की है. मेडिकल कॉलेज परिसर में छात्रावास के 14 कमरों में से 6 कमरों में रामपुर चौकी का संचालन और पुलिसकर्मी निवास कर रहे हैं.

प्रधानाचार्य मनोज कुमार ने आगे बताया कि हॉस्टल को खाली कराने की मांग पहले भी की जा चुकी है. वर्तमान में अक्टूबर 2022 के अंतिम सप्ताह में बीएससी नर्सिंग प्रशिक्षण पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए छात्राएं आ गई है. लेकिन छात्राओं के निवास के लिए बने हॉस्टल में पुलिसकर्मी निवास कर रहे हैं. इसीलिए प्रशासन से अनुरोध है कि गर्ल्स हॉस्टल में चल रही रामपुर चौकी और यहां निवास कर रहे पुलिस कर्मियों से हॉस्टल खाली कराएं. जिससे नर्सिंग की छात्राएं यहां निवास कर सकें. इसी मांग के साथ एसपी बस्ती को दोबारा पत्र लिखा गया है. हॉस्टल खाली होते ही उसे छात्राओं को आवंटित किया जाएगा. इससे छात्राओं की पढ़ाई बाधित नहीं होगी और कक्षाएं सुचारू रुप से चलने लगेंगी.


एसपी दीपेंद्र चौधरी ने इस बारे में बताया कि रामपुर पुलिस चौकी को मेडिकल कॉलेज के गर्ल्स हॉस्टल से हटाने का अनुरोध किया गया है. उक्त इलाके में पुलिस चौकी की जरूरत है. इसलिए चौकी हटाया जाना उचित नहीं है. मगर गर्ल्स हॉस्टल के 6 कमरों से कब्जा हटवाकर सीमित कराया जाएगा और मेडिकल कॉलेज प्रशासन का सहयोग किया जाएगा.

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