बस्ती: शेयर मार्केट में लोगों का पैसा इन्वेस्ट करने वाले युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के 15 दिन बाद रुधौली थाने में चार लोगों पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है. दरअसल सतीश चंद्र नाम के एक युवक की निर्माणाधीन मकान के अंदर संदिग्ध हालत में मौत हो गई थी. इसके बाद इस पूरे घटनाक्रम को आत्महत्या का रूप देकर मामले की फाइल को हमेशा के लिए बंद कर दिया गया.
जब इस पूरे प्रकरण की जानकारी आईजी आशुतोष कुमार को हुई तो उन्होंने कड़ी दर कड़ी जोड़ने के बाद एसपी को तत्काल कार्रवाई करने के निर्देश दिए. सतीश चंद्र की हत्या के मामले में रुधौली थाने में 4 लोगों के खिलाफ धारा 302 के तहत मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है.
इन्वेस्टर्स ने की निष्पक्षता से कार्रवाई की मांग
इस पूरे मामले में सबसे ज्यादा परेशानी उन लोगों के सामने खड़ी हो गई है, जिन्होंने अपने जीवन की गाढ़ी कमाई को मृतक के जरिए इन्वेस्ट किया था. ऐसे सैकड़ों लोगों ने सतीश चंद्र की मौत के बाद पुलिस अधिकारियों से मिलकर मामले में निष्पक्षता से कार्रवाई करने की मांग भी की थी.
यूपी एसटीएफ भी कर रही जांच
जानकारी के अनुसार यूपी एसटीएफ भी इस मामले की जांच कर रही है. पैसा इन्वेस्ट करने वाले कुछ लोगों ने बातचीत में बताया कि 1000 से अधिक लोगों ने 200 करोड़ से अधिक रुपया इन्वेस्ट किया था, जिनका पैसा डूब चुका है. सतीश चंद्र की मौत के बाद अब किसी को कुछ समझ नहीं आ रहा है कि उन्हें उनका पैसा कैसे वापस मिलेगा. दरअसल मृतक सतीश चंद्र लोगों से इस शर्त पर पैसा इन्वेस्ट करवाता था कि वह उनके द्वारा दिए गए पैसों का हर महीने 10% ज्यादा वापस करेगा. इसी लालच में लोग उसे लाखों रुपये इन्वेस्ट करने के लिए दे देते थे.
मृतक के पिता ने लगाए आरोप
मृतक के पिता ने आईजी को लिखित शिकायत देते हुए आरोप लगाया था कि उनके बेटे की पत्नी यानी कि उनकी बहू ने साजिश करके उनके बेटे की हत्या की और पूरे मामले को आत्महत्या में बदलने की साजिश रची. बहरहाल इस पूरे मामले से पर्दा हटाने के लिए पुलिस अधीक्षक हेमराज मीणा ने खुद कमान संभाल ली है. वह सतीश की मौत का राज खोलने के लिए बारीकी से जांच कर रहे हैं.
इन्वेस्टर्स ने दिए थे लाखों रुपये
पैसा इन्वेस्ट करने वाले लोगों का कहना है कि उन्होंने मृतक सतीश चंद्र को कई लाख रुपये मात्र एक स्टांप व बॉन्ड भरवाकर दे दिए थे. अचानक उसकी मौत ने उन्हें अर्श से फर्श पर ला दिया है क्योंकि इन्होंने लाखों रुपये सतीश चंद्र को इन्वेस्ट करने के लिए दिए थे.
मृतक हर महीने 10% बढ़ाकर देता था रुपये
पुलिस के लिए यह भी चुनौती है कि सतीश चंद्र आखिर कौन सा ऐसा बिजनेस करता था कि वह लोगों के पैसे हर माह 10% बढ़ाकर वापस करता था. सतीश चंद्र महंगी गाड़ियों से पुलिस सुरक्षा लेकर चलता था. शहर के बड़े-बड़े उद्योगपतियों ने भी सतीश चंद्र के पास लाखों रुपये निवेश किए थे. अब उनके सामने ऐसा संकट खड़ा हो गया है कि न वे अब इस राज को अपने दिल में रख पा रहे हैं और न ही बता पा रहे हैं.
एसपी हेमराज मीणा ने बताया कि सतीश चंद्र नाम के युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हुई थी. इस मामले में जब पुलिस के पास शिकायत पहुंची तो 4 लोगों के खिलाफ हत्या की धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है. निष्पक्ष तरीके से मामले में कार्रवाई की जा रही है.
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