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बस्ती: रिटायर्ड शिक्षक बन बैठा इंटर कॉलेज का प्रिंसिपल, 12 साल बाद हुआ खुलासा

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Published : Jun 18, 2020, 9:19 PM IST

Updated : Jun 18, 2020, 9:28 PM IST

उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले से चौंकाने वाला मामला सामना आया है. यहां केंद्रीय विद्यालय के प्राथमिक सेक्शन से रिटायर्ड शिक्षक 12 साल से इंटर कॉलेज का प्रिंसिपल बना हुआ था. जब मामले की जानकारी जेडी माध्यमिक शिक्षा को हुई तो उन्होंने इसकी जांच के आदेश दिए हैं.

retired teacher became principal of inter college of basti
बस्ती में इंटर कॉलेज के फर्जी प्रिंसिपल रमेश चंद्र सिंह का खुलासा.

बस्ती: माध्यमिक शिक्षा विभाग में एक बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है. केंद्रीय विद्यालय के प्राइमरी सेक्शन से अनिवार्य सेवानिवृत्ति लेने वाला शिक्षक इंटर कॉलेज का प्रधानाचार्य बन बैठा. जेडी की जांच में मामला सामने आया है. मामला देशराज नारंग इंटर कॉलेज वाल्टरगंज का है. प्रधानाचार्य को सात दिन के अंदर स्पष्टीकरण देने के लिए जेडी ने नोटिस जारी की है. सात दिन के अंदर जवाब न देने पर आरोपी प्रधानाचार्य के खिलाफ अंतिम विधिक कार्रवाई की जाएगी.

रिटायर्ड शिक्षक के प्रिंसिपल बनने का हुआ खुलासा.

जेडी की ओर से जारी नोटिस में कहा गया है कि सहायक आयुक्त केंद्रीय विद्यालय संगठन अलीगंज के द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार रमेश चंद्र सिंह की प्रथम नियुक्ति 26 अगस्त 1988 को प्राथमिक शिक्षक के पद पर हुई थी और स्वैच्छिक सेवानिवृत्त तक वह इसी पद पर कार्यरत रहे. इसी पद के वेतनमान के अनुसार पेंशन भुगतान आदेश भी जारी हुआ है. साल 2008 में इनका चयन माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड से प्रधानाचार्य पद पर हुआ व तैनाती देशराज नारंग इंटर कॉलेज वाल्टरगंज में हुई.

नोटिस में कहा गया है कि इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य पद की निर्धारित अर्हता प्रशिक्षित परास्नातक के साथ उच्चतर कक्षाओं में कम से कम चार साल शिक्षण कार्य का अनुभव होना जरूरी है. रमेश सिंह पर आरोप है कि इन्होंने कूटरचित तरीके से पीजीटी शिक्षक का फर्जी अनुभव प्रमाण पत्र माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड के समक्ष प्रस्तुत कर अनियमित तरीके से प्रधानाचार्य के पद पर नियुक्ति करा ली है.

जेडी माध्यमिक शिक्षा मनोज द्विवेदी ने बताया कि आरटीआई से जानकारी मांगने पर मालूम हुआ कि रमेशचंद्र सिंह केंद्रीय विद्यालय में प्राथमिक शिक्षक के पद पर तैनात थे और उसी पद से रिटायर होकर पेंशन हासिल कर रहे हैं. इस पर उन्हें अभिलेख सहित तलब किया गया था, लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया है.

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जेडी माध्यमिक ने बताया कि नोटिस जारी कर प्रधााचार्य को एक सप्ताह का समय दिया गया है. इसके बाद कार्रवाई की जाएगी.

बस्ती: माध्यमिक शिक्षा विभाग में एक बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है. केंद्रीय विद्यालय के प्राइमरी सेक्शन से अनिवार्य सेवानिवृत्ति लेने वाला शिक्षक इंटर कॉलेज का प्रधानाचार्य बन बैठा. जेडी की जांच में मामला सामने आया है. मामला देशराज नारंग इंटर कॉलेज वाल्टरगंज का है. प्रधानाचार्य को सात दिन के अंदर स्पष्टीकरण देने के लिए जेडी ने नोटिस जारी की है. सात दिन के अंदर जवाब न देने पर आरोपी प्रधानाचार्य के खिलाफ अंतिम विधिक कार्रवाई की जाएगी.

रिटायर्ड शिक्षक के प्रिंसिपल बनने का हुआ खुलासा.

जेडी की ओर से जारी नोटिस में कहा गया है कि सहायक आयुक्त केंद्रीय विद्यालय संगठन अलीगंज के द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार रमेश चंद्र सिंह की प्रथम नियुक्ति 26 अगस्त 1988 को प्राथमिक शिक्षक के पद पर हुई थी और स्वैच्छिक सेवानिवृत्त तक वह इसी पद पर कार्यरत रहे. इसी पद के वेतनमान के अनुसार पेंशन भुगतान आदेश भी जारी हुआ है. साल 2008 में इनका चयन माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड से प्रधानाचार्य पद पर हुआ व तैनाती देशराज नारंग इंटर कॉलेज वाल्टरगंज में हुई.

नोटिस में कहा गया है कि इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य पद की निर्धारित अर्हता प्रशिक्षित परास्नातक के साथ उच्चतर कक्षाओं में कम से कम चार साल शिक्षण कार्य का अनुभव होना जरूरी है. रमेश सिंह पर आरोप है कि इन्होंने कूटरचित तरीके से पीजीटी शिक्षक का फर्जी अनुभव प्रमाण पत्र माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड के समक्ष प्रस्तुत कर अनियमित तरीके से प्रधानाचार्य के पद पर नियुक्ति करा ली है.

जेडी माध्यमिक शिक्षा मनोज द्विवेदी ने बताया कि आरटीआई से जानकारी मांगने पर मालूम हुआ कि रमेशचंद्र सिंह केंद्रीय विद्यालय में प्राथमिक शिक्षक के पद पर तैनात थे और उसी पद से रिटायर होकर पेंशन हासिल कर रहे हैं. इस पर उन्हें अभिलेख सहित तलब किया गया था, लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया है.

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जेडी माध्यमिक ने बताया कि नोटिस जारी कर प्रधााचार्य को एक सप्ताह का समय दिया गया है. इसके बाद कार्रवाई की जाएगी.

Last Updated : Jun 18, 2020, 9:28 PM IST
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