बस्ती: हरैया थानाक्षेत्र के हरेवा शुक्ल गांव में गुरुवार को भूमि विवाद को लेकर तीन सगे भाइयों में विवाद हो गया. विवाद इतना बढ़ गया कि तीनों के बीच मारपीट हो गई. इस दौरान सबसे बड़े भाई अचानक जमीन पर गिर गए, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई. घटना की जानकारी पुलिस मौके पर पहुंची. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.
परिवार में बड़े थे राम सुमिरन
पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि हरेवा शुक्ल गांव के रामसुख के चार बेटों में 65 वर्षीय राम सुमिरन सबसे बड़े थे. उनसे छोटे रामबहादुर, बाला प्रसाद और बाढू हैं. इनमें बाढू की पांच साल पहले ही मौत हो गई थी. राम सुमिरन के बेटे साहबदीन के अनुसार उनके दिवंगत चाचा बाढू की बेटी मीना की शादी हो चुकी है. वह अपने पिता की संपूर्ण जायदाद की मालिक है.
सगे भाई जताते थे आपत्ति
साहबदीन ने बताया कि मीना और उनके पिता रामसुमिरन को आवास के लिए सरकार की ओर से रकम मिली थी. मीना की ओर से बनवाए गए आवास का प्रयोग उनके चाचा बाला प्रसाद करते थे. साहबदीन के अनुसार मीना के आवास के पश्चिम और उनके आवास के सामने खलिहान की जमीन थी जो ग्राम पंचायत की है. उसमें उसके पिता गन्ने की पत्तियां रखते हैं. इससे उसके चाचा बाला प्रसाद और राम बहादुर और उनके स्वजन आपत्ति जताते थे.
अपशब्द कहकर किया हमला
साहबदीन ने बताया कि उनके भाई पल्टू ने गन्ने की पत्ती छीलकर खलिहान में रखी तो उनके दोनो चाचा और उनके परिवार वाले अपशब्द कहने लगे. पिता और उनके भाई ने जब प्रतिरोध किया तो उनके चाचा और उनके दो पुत्रों ने उनके पिता को जमीन पर पटक दिया और मारा पीटा, जिससे उनकी मौत हो गई.
शरीर पर नहीं मिले चोट के निशान
डीएसपी के अनुसार मृतक के शरीर पर चोट के निशान नहीं मिले हैं. पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट हो सकेगा. पुलिस ने तहरीर के आधार पर आरोपितों के विरुद्ध गैर इरादतन हत्या की धारा में मुकदमा दर्ज कर लिया है.