बस्ती: विश्व भर में कोरोना वायरस ने तबाही मचा रखी है, लोगों को जागरूक करने का सरकार द्वारा लगातार प्रयास किया जा रहा है, लॉकडाउन के बाद रोज मजदूरी करके अपना पेट भरने वाले मजदूरों के सामने खाने का संकट देखकर जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन ने पहल की और ऐसे मजदूरों के खाने की व्यवस्था कर उन्हें खाने के पैकेट दिए.
परिवारों के सामने रोजी रोटी का संकट
लॉकडाउन के बाद तमाम ऐसे गरीब और मजदूर तबके के परिवारों के सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है, लेकिन उनके इस मुश्किल वक्त में बस्ती के जिला प्रशासन ने संवेदनशीलता को दिखाते हुए उन्हें भूखे पेट नहीं रहने दे रहे है. वहीं लॉकडाउन के बाद भी बस्ती मंडी समिति में रोजाना हजारों की भीड़ इकठ्ठा होती थी, जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ता दिख रहा था लेकिन लोगों को सब्जी मुहैया कराना भी प्रशासन के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है. ऐसे में जिलाधिकारी की अध्यक्षता में एक प्लान तैयार किया गया. इसमें बाहर से आने वाली बड़ी गाड़िया जिसमे आलू प्याज समेत वो सब्जी जिनकी सप्लाई दूसरे प्रदेशों से होती थी उन्हें बस्ती सब्जी मंडी में लाया गया. यहां के बड़े आढ़तियों द्वारा अपने निजी वाहन द्वारा चिन्हित किये गए और मंडियों में पहुंचाया गया. इससे समस्त जनपद में सब्जीयों की सप्लाई हो सकी और वहां से ठेले के माध्यम से घर-घर जाकर सब्जियों की पूर्ति की जा रही है.
सब्जी मण्डी में जिलाधिकारी बस्ती ने एसडीएम को प्रभारी नियुक्त किया है, जिनकी देख रेख में सब्जियों की सप्लाई पूरे जनपद में की जा रही है. मंडी समिति से संक्रमण फैलने के खतरे को देखते हुए जिला प्रशासन ने आम लोगों को सब्जी मंडी में प्रवेश वर्जित कर दिया है. केवल अलग-अलग तहसील और क्षेत्र से आये रिटेलर को पास के जरिये खरीददारी करने की अनुमति दी गयी, जिससे मंडी परिषद में रोज के मुकाबले अब भीड़ बहुत कम देखने को मिली. वहां के व्यापारियों ने भी प्रशासन के इस पहल को सार्थक बताया.