बस्ती: जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन ने कोरोना वायरस के कारण लॉकडाउन की स्थिति में लोगों से अपील की है कि वे अपने बीमारी को न छुपाएं. साथ ही मेडिकल टीम का जांच में सहयोग करें. उन्होंने कहा कि जिला अस्पताल, ओपेक कैली अस्पताल और मेडिकल कॉलेज में क्वारंटाइन, आइसोलेशन, जांच और इलाज की निःशुल्क व्यवस्था है. आप सिर्फ सूचना दीजिए, मेडिकल टीम आपके घर पहुंचकर जांच करेगी.
डीएम ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की टीम लगाकर तुरकहिया मोहल्ले के लगभग 1,800 घरों का सर्वे पिछले दो दिनों में कराया गया है, लेकिन किसी भी व्यक्ति ने बाहर से आने वालों या बीमार व्यक्ति के बारे में कोई सूचना नहीं दी है. बीमार या बीमारी को छुपाना पूरे मोहल्ले और जिले के लिए घातक हो सकता है.
धर्मगुरुओं से डीएम ने की अपील
उन्होने धर्मगुरुओं से भी अपील किया कि वे अपने धर्म के मानने वालों को इस बीमारी के भयावहता के बारे में बताएं. साथ ही उनसे यह भी अपील करें कि वे बीमारी को न छुपाएं. अस्पताल में उपलब्ध सुविधाओं का सहयोग करें.
'बीमारी को छुपाना खतरनाक'
डीएम ने बताया कि मृतक हसनैन अली ने अपनी यात्रा और बीमारी के बारे में छुपाया और डॉक्टरों के बार-बार पूछने के बाद भी कोई जानकारी उसके परिवार वालों ने नहीं दी. इसका परिणाम परिवार को और उनके सम्पर्क में आये हुए लोगों के लिए खतरनाक साबित हुआ.
'बाहर से आए लोगों के बारे में तत्काल दें सूचना'
उन्होने अपील किया कि बाहर से आने वाले सभी लोगों के बारे में तत्काल प्रशासन या कंट्रोल रूम 05542-287774 को सूचित करें. साथ ही जांच में जाने वाले मेडिकल टीम एवं सरकारी कर्मचारियों का सहयोग करें.
'लोगों को करें जागरूक'
डीएम आशुतोष निरंजन ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति गरम पानी पियें, गुनगुने पानी का भाप ले, हाथ धोयें, व्यक्तिगत साफ-सफाई रखें. इस बीमारी से बचाव के लिए एक-एक आदमी जिम्मेदारी ले और अपने सम्पर्क में आने वाले लोगों को जागरूक करें.
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'लॉकडाउन का उल्लंघन करने पर होगी कार्रवाई'
उन्होंने कहा कि डॉक्टर और स्टाफ हथेली पर जान रखकर काम कर रहे हैं. लॉकडाउन के दौरान बाहर घूमना अपराध की श्रेणी में आता है और बाहर घूमते पाये जाने पर विधिक कार्रवाई की जाएगी. बाहर से आने वाले व्यक्ति के बारे में 112 नम्बर पर पर सूचना दे सकते हैं.