बस्ती: मोदी सरकार के आने के बाद बड़े जोर शोर से स्वच्छता अभियान चलाया गया, ताकि देश के हर गली मोहल्ले को स्वच्छ बनाया जा सके. लेकिन सरकार की यह सोच अमीरों के मोहल्ले तक तो पहुंचती है, वहीं गरीबों के घरों तक पहुंचते-पहुंचते दम तोड़ देती है. जनपद के बभनान में गरीबों के लिए आसरा योजना के तहत बनी कालोनी में गंदगी का अंबार लगा है. पानी तक की व्यवस्था लोगों को नहीं मिल पा रही है. अब लोगों का कहना है कि ऐसे आसरा से अच्छा तो बेआसरा थे.
दरअसल, जिले के बभनान में सरकार ने गरीबों के लिए आसरा योजना के तहत आवास बना कर अलॉट किया. लेकिन जिनकी जिम्मेदारी वहां व्यवस्था देने की थी समय के साथ उन्होंने मुंह मोड़ लिया. आज की स्थिति यह है कि वहां रहने वाले लोग आज पानी की किल्लत से जूझ रहे हैं. हैंडपम्प से पानी भर कर तीन मंजिल ऊपर ले जाना पड़ता है. इतना ही नहीं बरसात में कमरों तक में पानी टपक रहा है. गंदगी का आलम यह है कि घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है. जलजमाव की सड़ांध से कालोनी के साथ-साथ आस पास के लोगों को भी परेशान होना पड़ रहा है.
कालोनीवासियों के कहना है कि गंदगी की वजह से बीमारी का डर बना रहता है. कई महीनों से पानी की किल्लत बानी हुई है, लेकिन शिकायत के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हो रही, सिर्फ आश्वासन मिल रहा है. उन्होंने बताया कि गंदगी की वजह से कीड़े निकल रहे हैं, यहां तक कि सांप भी कई बार निकल चुके हैं. इसकी शिकायत जब ईओ बभनान और चेयरमैन से की गई, तो वह कहते हैं कि हमारा काम था आपको आवास देना अब हमारी कोई जिम्मेदारी नहीं है.
वहीं ज्वाइंट मजिस्ट्रेट प्रेम प्रकाश मीणा से जब इस बाबत पूछा गया तो उन्होंने कहा कि शिकायत की जांच कराई जाएगी और अगर सही पाया जाता है तो तत्काल समस्या को खत्म कराया जाएगा. लोगों की किसी भी प्रकार की समस्या नहीं होने दी जाएगी. प्रशासन लगातार लोगों की शिकायत को दूर करने का प्रयास कर रहा है.