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न्याय के लिए सैनिक परिवार लगा रहा गुहार, जानें क्या है मामला

बस्ती में सैनिक कोटे में सरकार द्वारा मिली जमीन पर दबंगों ने कब्जा कर लिया है. सैनिक का परिवार न्याय के लिए परिवार डीएम और एसडीएम के कार्यालय के बाहर चक्कर लगा रहा है.

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न्याय के लिए सैनिक परिवार लगा रहा गुहार
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Published : Oct 5, 2022, 5:04 PM IST

बस्तीः जनपद के कोतवाली थाना क्षेत्र में सैनिक कोटे में सरकार द्वारा मिली जमीन पर दबंगों ने कब्जा कर लिया है. जिसके बाद न्याय के लिए सैनिक का परिवार दर-दर भटकने को मजबूर है. अपने सैनिक पिता को सम्मान दिलाने के लिए सैनिक के दोनों बेटे डीएम से लेकर सीएम तक गुहार लगा चुके हैं. लेकिन कहीं से न्याय नहीं मिल पाया है.

बस्ती में सैनिक कोटे में सरकार द्वारा मिली जमीन पर दबंगों के कब्जे के बाद सैनिक के बेटों ने कही ये बातें.
बता दें कि कोतवाली थाना क्षेत्र (Kotwali police station area) के निपनिया गांव के रहने वाले सैनिक विनोद कुमार अब दुनिया में नहीं है. जब वह रिटायर हुए तो 10 अक्टूबर 2014 को उनके जीवन यापन के लिए सैनिक कोटे से एक बिस्वा जमीन आवंटित हुई थी. सैनिक के बेटे मुकेश ने बताया कि उस पर अनिरुद्ध नाम के एक शख्स ने कब्जा कर लिया है.
सैनिक के बेटे के अनुसार, उनका परिवार अपने मुखिया के सेना में होने की सजा भुगत रहा है. बेटे मुकेश अपने पिता को आज भी वो सम्मान नहीं दिला पाए हैं. जिसको उनके पिता को सरकार से मिला था. घर के आंगन में पड़े मेडल और सर्टिफिकेट इस बात की गवाही दे रहे हैं कि सेना में रहते हुए विनोद कुमार ने अपना पूरा जीवन न्यौछावर कर दिया था. सैनिक विनोद की किडनी की बीमारी से 2018 में इलाज के दौरान मौत हो गई. इससे पहले सैनिक की पत्नी की भी मौत हो चुकी थी.

सैनिक की जमीन पर दबंगों का कब्जा
दिवंगत सैनिक विनोद के बेटे मुकेश के कंधों पर परिवार की पूरी जिम्मेदारी आ गई. मुकेश अपनी नौकरी छोड़कर माता की सेवा करता रहा. लेकिन माता-पिता दोनों ने उसका साथ छोड़ दिया. मुकेश ने सोचा अब पिता को आवास बनाने के लिए सरकार ने जो जमीन पट्टे में दी थी. उस पर मकान बनाकर पिता के सपने को पूरा किया जाए. लेकिन मुकेश ने देखा जिस जमीन को सरकार ने सैनिक कोटे से उनके पिता को आवास के लिए पट्टा किया था. लेकिन उस जमीन को दबंगों ने कब्जा कर रहे हैं.
मामले की शिकायत सैनिक के बेटे मुकेश ने डीएम और एडीएम के पास गए, लेकिन न्याय नहीं मिला. मामले में लेखपाल ने बताया कि सैनिक विनोद कुमार को जिस जमीन का पट्टा सरकार से हुआ है. उसका जमीन और कब्जा करने वाले शख्स अनिरुद्ध का गाटा संख्या 429 (ख) एक ही है. ऐसे में पहला अधिकार सैनिक के परिवार का है, उसके बाद पीछे बची जमीन पर दूसरे कास्तकार की जमीन है. इसके बावजूद सैनिक के हिस्से की जमीन पर भी दबंगो द्वारा कब्जा किया जा रहा है. सैनिक के परिवार को प्रशासन द्वारा भी न्याय नहीं मिला पा रहा है. इसके बाद दिवंगत सैनिक का बेटा न्याय के लिए भटक रहा है.

यह भी पढ़ें-यूपी पुलिस में स्पोर्ट्स कोटे के 534 पदों के लिये आवेदन प्रक्रिया शुरू, ऐसे करें आवेदन

सैनिक परिवार के साथ तहसील प्रशासन
इस मामले में सदर तहसील के एसडीएम शैलेश दुबे (SDM Shailesh Dubey) ने बताया कि प्रकरण की जांच कराई गई है. सैनिक परिवार को सैनिक कोटे से पट्टे में एक बिस्वा जमीन दी गई थी. उन्हें बताया गया है कि कुछ लोग सैनिक परिवार की जमीन पर कब्जा कर रहे हैं. जिस पर अवैध निर्माण को रोकने का आदेश कर दिया गया है. मामले की जांच करवाई जा रही है. सैनिक परिवार को उनका पूरा अधिकार दिलवाने के लिए तहसील प्रशासन कटिबद्ध है.


यह भी पढ़ें-आगरा के मधुराज हॉस्पिटल में लगी आग, संचालक, उसकी बेटी और बेटे की मौत

बस्तीः जनपद के कोतवाली थाना क्षेत्र में सैनिक कोटे में सरकार द्वारा मिली जमीन पर दबंगों ने कब्जा कर लिया है. जिसके बाद न्याय के लिए सैनिक का परिवार दर-दर भटकने को मजबूर है. अपने सैनिक पिता को सम्मान दिलाने के लिए सैनिक के दोनों बेटे डीएम से लेकर सीएम तक गुहार लगा चुके हैं. लेकिन कहीं से न्याय नहीं मिल पाया है.

बस्ती में सैनिक कोटे में सरकार द्वारा मिली जमीन पर दबंगों के कब्जे के बाद सैनिक के बेटों ने कही ये बातें.
बता दें कि कोतवाली थाना क्षेत्र (Kotwali police station area) के निपनिया गांव के रहने वाले सैनिक विनोद कुमार अब दुनिया में नहीं है. जब वह रिटायर हुए तो 10 अक्टूबर 2014 को उनके जीवन यापन के लिए सैनिक कोटे से एक बिस्वा जमीन आवंटित हुई थी. सैनिक के बेटे मुकेश ने बताया कि उस पर अनिरुद्ध नाम के एक शख्स ने कब्जा कर लिया है. सैनिक के बेटे के अनुसार, उनका परिवार अपने मुखिया के सेना में होने की सजा भुगत रहा है. बेटे मुकेश अपने पिता को आज भी वो सम्मान नहीं दिला पाए हैं. जिसको उनके पिता को सरकार से मिला था. घर के आंगन में पड़े मेडल और सर्टिफिकेट इस बात की गवाही दे रहे हैं कि सेना में रहते हुए विनोद कुमार ने अपना पूरा जीवन न्यौछावर कर दिया था. सैनिक विनोद की किडनी की बीमारी से 2018 में इलाज के दौरान मौत हो गई. इससे पहले सैनिक की पत्नी की भी मौत हो चुकी थी.

सैनिक की जमीन पर दबंगों का कब्जा
दिवंगत सैनिक विनोद के बेटे मुकेश के कंधों पर परिवार की पूरी जिम्मेदारी आ गई. मुकेश अपनी नौकरी छोड़कर माता की सेवा करता रहा. लेकिन माता-पिता दोनों ने उसका साथ छोड़ दिया. मुकेश ने सोचा अब पिता को आवास बनाने के लिए सरकार ने जो जमीन पट्टे में दी थी. उस पर मकान बनाकर पिता के सपने को पूरा किया जाए. लेकिन मुकेश ने देखा जिस जमीन को सरकार ने सैनिक कोटे से उनके पिता को आवास के लिए पट्टा किया था. लेकिन उस जमीन को दबंगों ने कब्जा कर रहे हैं.
मामले की शिकायत सैनिक के बेटे मुकेश ने डीएम और एडीएम के पास गए, लेकिन न्याय नहीं मिला. मामले में लेखपाल ने बताया कि सैनिक विनोद कुमार को जिस जमीन का पट्टा सरकार से हुआ है. उसका जमीन और कब्जा करने वाले शख्स अनिरुद्ध का गाटा संख्या 429 (ख) एक ही है. ऐसे में पहला अधिकार सैनिक के परिवार का है, उसके बाद पीछे बची जमीन पर दूसरे कास्तकार की जमीन है. इसके बावजूद सैनिक के हिस्से की जमीन पर भी दबंगो द्वारा कब्जा किया जा रहा है. सैनिक के परिवार को प्रशासन द्वारा भी न्याय नहीं मिला पा रहा है. इसके बाद दिवंगत सैनिक का बेटा न्याय के लिए भटक रहा है.

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सैनिक परिवार के साथ तहसील प्रशासन
इस मामले में सदर तहसील के एसडीएम शैलेश दुबे (SDM Shailesh Dubey) ने बताया कि प्रकरण की जांच कराई गई है. सैनिक परिवार को सैनिक कोटे से पट्टे में एक बिस्वा जमीन दी गई थी. उन्हें बताया गया है कि कुछ लोग सैनिक परिवार की जमीन पर कब्जा कर रहे हैं. जिस पर अवैध निर्माण को रोकने का आदेश कर दिया गया है. मामले की जांच करवाई जा रही है. सैनिक परिवार को उनका पूरा अधिकार दिलवाने के लिए तहसील प्रशासन कटिबद्ध है.


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