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विधायक और अधिकारियों के बीच टकराव बढ़े, एक और बीजेपी विधायक ने डीएम पर लगाए ये आरोप - बस्ती महोत्सव पर भ्रष्टाचार

यूपी के बस्ती जिले के रुधौली विधानसभा सीट से बीजेपी विधायक संजय जायसवाल ने जिला प्रशासन पर अवैध वसूली करने का आरोप लगाया है. विधायक ने कहा कि जिला प्रशासन पंडित दीनदयाल उपाध्याय के सपनों को चूर-चूर कर रहा है. बस्ती महोत्सव लूट का उत्सव बन गया है. उन्होंने आरोप लगाया कि अवैध वसूली से बस्ती महोत्सव कराया जा रहा है.

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बीजेपी विधायक संजय जायसवाल ने डीएम पर बस्ती महोत्सव के लिए वसूली करने का आरोप लगाया.
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Published : Jan 27, 2020, 9:54 PM IST

बस्ती: रुधौली विधानसभा सीट से बीजेपी विधायक संजय जायसवाल ने अपनी ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. विधायक ने जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. दरअसल, मंगलवार से बस्ती महोत्सव का आगाज हो रहा है और ठीक एक दिन पहले विधायक का जिला प्रशासन के खिलाफ बगावती तेवर कई सवाल खड़े कर रहा है.

बीजेपी विधायक ने जिला प्रशासन पर लगाए गंभीर आरोप.

'बस्ती महोत्सव के लिए की गई वसूली'
विधायक संजय जायवसाल ने आरोप लगाया कि जिले में महोत्सव के नाम पर जिले के अधिकारी, कर्मचारी, व्यापारी और कई संगठन के लोगों से जमकर वसूली की जा रही है, जबकि गन्ना किसानों का बस्ती की चीनी मिलों पर 99 करोड़ का बकाया है और जिला प्रशासन महोत्सव कराने में लगा हुआ है. विधायक ने विभिन्न विभागों से वसूली किए गए रुपयों की जानकारी देते हुए एक लिस्ट जारी की है, जिसमें उन्होंने किस विभाग से कितने रुपये वसूले गए हैं. इसका खुलासा किया है.

इन लोगों से की गई वसूली
बीजेपी विधायक ने जानकारी देते हुए बताया कि जिले में सरकारी शराब की दुकानों से 25 से 30 लाख रुपये की वसूली हुई है. इसके अलावा जनपद के सभी 1365 कोटेदारों से लगभग 1000 से 1500 रुपये की वसूली की गई. सभी ब्लॉकों के एसएमआई से लगभग 20 हजार रुपये प्रति गोदाम की वसूली हुई है.

इतना ही नहीं, सभी पेट्रोल पंपों से लगभग 10 हजार रुपये प्रति पम्प की वसूली की गई है. जनपद के सभी ड्रग लाइसेंस मेडिकल स्टोरों से लगभग 1000 रुपये प्रति दुकान के हिसाब से वसूली हुई है.

'लूट का उत्सव बना बस्ती महोत्सव'
बीजेपी विधायक ने कहा कि सभी नगर पंचायतों से 1 लाख, भट्ठा व्यवसायी से लगभग 10 से 15 हजार, नर्सिंग होम से लगभग 25 से 30 हजार, सीएचसी सेंटर से लगभग 20 हजार, हर बैंक से 3 लाख, राइस मिल एसोसिएशन से लगभग 15 लाख, 1249 से अधिकांश ग्राम पंचायतों से लगभग 5 हजार रुपये प्रति ग्राम पंचायत की वसूली की शिकायतें उन्हें मिली है. उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन पंडित दीनदयाल उपाध्याय के सपनों को चूर-चूर कर रहा है. बस्ती महोत्सव लूट का उत्सव बन गया है.

बकाएदारों का किया जा रहा उत्पीड़न
बीजेपी विधायक ने कहा कि जनपद का करोड़ों के राजस्व का नुकसान हो रहा है और जिला प्रशासन अवैध वसूली कराने में लगा है. वहीं दूसरी तरफ जनपद के सम्मानित राजस्व के बकाएदारों पर जिला प्रशासन इस कदर उत्पीड़न कर रहा कि उनकी समस्त संपत्तियों की कुर्की और नीलामी की कार्रवाई कराकर उसे समाचार पत्रों में प्रकाशित कर विभिन्न विभाग के राजस्व बकायेदारों का सामाजिक तथा मानसिक उत्पीड़न किया जा रहा है.

इस वजह से हुए अलग
बीजेपी विधायक संजय जायसवाल ने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा कमजोरों पर कार्रवाई और बड़े राजस्व बकाएदारों को सहूलियत दी जा रही है. जिला प्रशासन के दोहरे नीति से प्रदेश सरकार की छवि खराब हो रही है. इतना ही नहीं बस्ती की धरोहर आचार्य रामचंद्र शुक्ल का बस्ती महोत्सव में न कहीं नाम और न ही स्थान है. उनकी मूर्ति खेतों में पड़ी हुई है, जिसे पिछले कई वर्षों से बड़ेवन चौराहे पर स्थापित करवाने की मांग कर रहा हूं, लेकिन जिला प्रशासन द्वारा इस पर कोई अमल नहीं किया जा रहा. इन्हीं कारणों से मैंने अपने आप को पिछली बार भी बस्ती महोत्सव से अलग किया था. इस बार भी बस्ती मोहत्सव से अलग करने का एलान कर दिया है.

'मुख्यमंत्री से करेंगे शिकायत'
विधायक ने मांग की है कि जिला प्रशासन श्वेत पत्र जारी करे कि बस्ती महोत्सव कराए जाने के लिए उन्हें कितनी- कितनी धनराशि कहां से प्राप्त हुई है. उन्होंने कहा कि जब तक मेरे गन्ना किसानों का बकाया भुगतान व आचार्य रामचंद्र शुक्ल की उपेक्षित मूर्ति का अनावरण बड़ेवन चौराहे पर नहीं होता, तब तक वे महोत्सव का बहिष्कार करते रहेंगे. विधायक ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर बस्ती महोत्सव में हो रहे भ्रष्टाचार की शिकायत करने की भी बात कही.


यह महोत्सव पूरी तरह से पारदर्शी है. किसी को अगर कोई आपत्ति है तो वो मुझसे संवाद कर सकता है. विधायक ने जो भी आरोप लगाए हैं, वो सब गलत व निराधार हैं.
-आशुतोष निरंजन, डीएम

ये भी पढ़ें: बस्ती: बीजेपी विधायक ने सपा के पूर्व विधायक पर की अभद्र टिप्पणी

बस्ती: रुधौली विधानसभा सीट से बीजेपी विधायक संजय जायसवाल ने अपनी ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. विधायक ने जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. दरअसल, मंगलवार से बस्ती महोत्सव का आगाज हो रहा है और ठीक एक दिन पहले विधायक का जिला प्रशासन के खिलाफ बगावती तेवर कई सवाल खड़े कर रहा है.

बीजेपी विधायक ने जिला प्रशासन पर लगाए गंभीर आरोप.

'बस्ती महोत्सव के लिए की गई वसूली'
विधायक संजय जायवसाल ने आरोप लगाया कि जिले में महोत्सव के नाम पर जिले के अधिकारी, कर्मचारी, व्यापारी और कई संगठन के लोगों से जमकर वसूली की जा रही है, जबकि गन्ना किसानों का बस्ती की चीनी मिलों पर 99 करोड़ का बकाया है और जिला प्रशासन महोत्सव कराने में लगा हुआ है. विधायक ने विभिन्न विभागों से वसूली किए गए रुपयों की जानकारी देते हुए एक लिस्ट जारी की है, जिसमें उन्होंने किस विभाग से कितने रुपये वसूले गए हैं. इसका खुलासा किया है.

इन लोगों से की गई वसूली
बीजेपी विधायक ने जानकारी देते हुए बताया कि जिले में सरकारी शराब की दुकानों से 25 से 30 लाख रुपये की वसूली हुई है. इसके अलावा जनपद के सभी 1365 कोटेदारों से लगभग 1000 से 1500 रुपये की वसूली की गई. सभी ब्लॉकों के एसएमआई से लगभग 20 हजार रुपये प्रति गोदाम की वसूली हुई है.

इतना ही नहीं, सभी पेट्रोल पंपों से लगभग 10 हजार रुपये प्रति पम्प की वसूली की गई है. जनपद के सभी ड्रग लाइसेंस मेडिकल स्टोरों से लगभग 1000 रुपये प्रति दुकान के हिसाब से वसूली हुई है.

'लूट का उत्सव बना बस्ती महोत्सव'
बीजेपी विधायक ने कहा कि सभी नगर पंचायतों से 1 लाख, भट्ठा व्यवसायी से लगभग 10 से 15 हजार, नर्सिंग होम से लगभग 25 से 30 हजार, सीएचसी सेंटर से लगभग 20 हजार, हर बैंक से 3 लाख, राइस मिल एसोसिएशन से लगभग 15 लाख, 1249 से अधिकांश ग्राम पंचायतों से लगभग 5 हजार रुपये प्रति ग्राम पंचायत की वसूली की शिकायतें उन्हें मिली है. उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन पंडित दीनदयाल उपाध्याय के सपनों को चूर-चूर कर रहा है. बस्ती महोत्सव लूट का उत्सव बन गया है.

बकाएदारों का किया जा रहा उत्पीड़न
बीजेपी विधायक ने कहा कि जनपद का करोड़ों के राजस्व का नुकसान हो रहा है और जिला प्रशासन अवैध वसूली कराने में लगा है. वहीं दूसरी तरफ जनपद के सम्मानित राजस्व के बकाएदारों पर जिला प्रशासन इस कदर उत्पीड़न कर रहा कि उनकी समस्त संपत्तियों की कुर्की और नीलामी की कार्रवाई कराकर उसे समाचार पत्रों में प्रकाशित कर विभिन्न विभाग के राजस्व बकायेदारों का सामाजिक तथा मानसिक उत्पीड़न किया जा रहा है.

इस वजह से हुए अलग
बीजेपी विधायक संजय जायसवाल ने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा कमजोरों पर कार्रवाई और बड़े राजस्व बकाएदारों को सहूलियत दी जा रही है. जिला प्रशासन के दोहरे नीति से प्रदेश सरकार की छवि खराब हो रही है. इतना ही नहीं बस्ती की धरोहर आचार्य रामचंद्र शुक्ल का बस्ती महोत्सव में न कहीं नाम और न ही स्थान है. उनकी मूर्ति खेतों में पड़ी हुई है, जिसे पिछले कई वर्षों से बड़ेवन चौराहे पर स्थापित करवाने की मांग कर रहा हूं, लेकिन जिला प्रशासन द्वारा इस पर कोई अमल नहीं किया जा रहा. इन्हीं कारणों से मैंने अपने आप को पिछली बार भी बस्ती महोत्सव से अलग किया था. इस बार भी बस्ती मोहत्सव से अलग करने का एलान कर दिया है.

'मुख्यमंत्री से करेंगे शिकायत'
विधायक ने मांग की है कि जिला प्रशासन श्वेत पत्र जारी करे कि बस्ती महोत्सव कराए जाने के लिए उन्हें कितनी- कितनी धनराशि कहां से प्राप्त हुई है. उन्होंने कहा कि जब तक मेरे गन्ना किसानों का बकाया भुगतान व आचार्य रामचंद्र शुक्ल की उपेक्षित मूर्ति का अनावरण बड़ेवन चौराहे पर नहीं होता, तब तक वे महोत्सव का बहिष्कार करते रहेंगे. विधायक ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर बस्ती महोत्सव में हो रहे भ्रष्टाचार की शिकायत करने की भी बात कही.


यह महोत्सव पूरी तरह से पारदर्शी है. किसी को अगर कोई आपत्ति है तो वो मुझसे संवाद कर सकता है. विधायक ने जो भी आरोप लगाए हैं, वो सब गलत व निराधार हैं.
-आशुतोष निरंजन, डीएम

ये भी पढ़ें: बस्ती: बीजेपी विधायक ने सपा के पूर्व विधायक पर की अभद्र टिप्पणी

Intro:रिपोर्ट - सतीश श्रीवास्तव
बस्ती यूपी
मो -9889557333

स्लग - बीजेपी विधायक का डीएम के खिलाफ जंग ए ऐलान

एंकर - बीजेपी के विधायक संजय जायसवाल ने अपनी ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है, विधायक ने बस्ती के जिला अधिकारी आशुतोष निरंजन पर कई गंभीर आरोप लगाया है, दरअसल कल से बस्ती महोत्सव का आगाज हो रहा है और ठीक एक दिन पहले विधायक का जिला प्रशासन के खिलाफ बगावती तेवर कई सवाल खड़ा कर रहा है, विधायक ने आरोप लगाया कि जिले में महोत्सव के नाम पर जिले के अधिकारी, कर्मचारी, व्यापारी और कई संगठन के लोगो से जमकर वसूली की जा रही है जब को गन्ना किसानो का बस्ती की चीनी मिलों पर 99 करोड़ का बकाया है और जिला प्रशासन महोत्सव कराने में लगा हुआ है। भाजपा विधायक संजय प्रताप जयसवाल ने जिला प्रशासन के खिलाफ खोला मोर्चा खोल दिया है, रुधौली विधायक संजय प्रताप जयसवाल ने अपने आवास पर आयोजित प्रेस कांफ्रेंस के दौरान जिला प्रशासन पर अवैध वसूली करने का आरोप लगाया है। कहा कि जिला प्रशासन पंडित दीनदयाल उपाध्याय के सपनों को कर रहा चुर चूर कर रहा है। बस्ती महोत्सव लूट का उत्सव बन गया है। आरोप लगाया कि अवैध वसूली से बस्ती का महोत्सव कराया जा रहा है। विधायक संजय ने विभिन्न विभागों से वसूली किये गए रुपयों का भी जानकारी देते हुए एक लिस्ट जारी की है जिसमें उन्होंने किस विभाग से कितने रुपए वसूले गए है का खुलासा किया है। जिले में  सरकारी शराब की दुकानों से 25 से 30 लाख रुपए की हुई वसूली करने कि बात कही। इसके अलावा जनपद के सभी 1365 कोटेदारों से लगभग 1000 से 1500 की हुई वसूली कि गई। सभी ब्लॉकों के एसएमआई से लगभग 20 हज़ार रुपये प्रति गोदाम की वसूली हुई है, इतना ही नहीं सभी पेट्रोल पंपों से लगभग 10 हज़ार रुपये प्रति पेट्रोल पम्प की हुई वसूली कि गई है। जनपद के सभी ड्रग लाइसेंस मेडिकल स्टोरों से लगभग 1000 प्रति दुकान के हिसाब से हुई वसूली हुई है। इतना ही नहीं सभी नगर पंचायतों से 1लाख, भट्ठा व्यवसाई से लगभग 10 से 15 हज़ार, नर्सिंग होम से लगभग 25 से 30 हज़ार, सीएचसी सेंटर से लगभग 20 हज़ार, बैंकों से 3 लाख प्रति बैंक, राइस मिल एसोसिएशन से लगभग 15 लाख, 1249 से अधिकांश ग्राम पंचायतों से लगभग 5 हज़ार रुपये प्रति ग्राम पंचायत की वसूली की शिकायतें उन्हें मिली है। जनपद का करोड़ों का राजस्व का नुकसान हो रहा है और जिला प्रशासन अवैध वसूली कराने में लगा है। वही दूसरी तरफ जनपद के सम्मानित राजस्व के बकायेदारों पर जिला प्रशासन इस कदर उत्पीड़न कर रहा कि उनके समस्त संपत्तियों की कुर्की और नीलामी की कार्यवाही कराकर उसे समाचार पत्रों में प्रकाशित कर विभिन्न विभाग के राजस्व बकायेदारों का सामाजिक तथा मानसिक उत्पीड़न किया जा रहा है। जिला प्रशासन द्वारा कमजोरों पर कार्यवाही जबकि बड़े राजस्व बकायेदारों को सहूलियत दी जा रही है। जिला प्रशासन के दोहरे नीति से प्रदेश सरकार की छवि खराब हो रही है। इतना ही नहीं बस्ती की धरोहर आचार्य रामचंद्र शुक्ल का बस्ती महोत्सव में ना कहीं नाम है और ना ही स्थान है। ऐसे महान विभूति की मूर्ति वर्षों से उखाड़कर फेकी गयी जो अभी तक खेतों में पड़ी है,


Body:जब की उनके द्वारा पिछले कई वर्षों से उसी को बड़ेवन चौराहे पर स्थापित करवाने की मांग कर रहा हूं लेकिन जिला प्रशासन द्वारा इस पर कोई अमल नहीं किया जा रहा। इन्हीं कारणों से मैंने अपने आप को पिछली बार भी बस्ती महोत्सव से अलग किया था इस बार भी बस्ती मोहत्सव से अलग करने का ऐलान कर दिया है। विधायक ने मांग की है कि जिला प्रशासन श्वेत पत्र जारी करे कि बस्ती महोत्सव कराए जाने के लिए उन्हें कितनी- कितनी धनराशि कहां से प्राप्त हुई है। कहा कि जब तक मेरे गन्ना किसानों का बकाया भुगतान व आचार्य रामचंद्र शुक्ल की उपेक्षित मूर्ति का अनावरण बडेवन चौराहे पर नहीं होता तब तक वो महोत्सव का।बहिष्कार करते रहेंगे। विधायक ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर बस्ती महोत्सव में हो रहे भ्रष्टाचार की शिकायत करने की भी बात कही।

इस पूरे आरोप को लेकर डीएम आशुतोष निरंजन ने बताया कि ये महोत्सव पूरी तरह से पारदर्शी है और किसी को अगर कोई आपत्ति है तो वो उनसे संवाद कर सकता है। विधायक ने को भी आरोप लगाए है वो सब गलत व निराधार है।

बाइट - संजय जायसवाल,,,, बीजेपी विधायक
बाइट - डीएम आशुतोष निरंजन


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