बस्ती: उत्तर प्रदेश में योगी सरकार सत्ता में आई तो सबसे पहले प्रदेश की सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के लिए अभियान चलाया गया. पिछले 6 साल से यूपी की सड़को को पीडब्ल्यूडी विभाग गड्ढा मुक्त कर रहा है. इसके बाद भी यूपी की सड़कें गड्ढा मुक्त नहीं हो पा रही हैं. आरोप है कि यहां गड्ढों के नाम पर इंजीनियर ठेकेदारों से मिलकर अपनी जेब गरम करने में लगे हुए हैं. ऐसे में यूपी की सड़के कहां गड्ढा मुक्त होंगी. एक बार फिर से बस्ती लोक निर्माण विभाग सुर्खियों में है. जहां ठेकेदार द्वारा एक सड़क निर्माण में भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है.
जनपद के हरैया तहसील क्षेत्र में हरैया बभनान मार्ग से गाजियापुर होते हुए बरहपुर गांव तक लगभग 3 किलोमीटर सड़क निर्माण का काम शुरू हुआ था. यहां इंजीनियर साइड पर पहुंकर ठेकेदार को काम की गुणवत्ता समझाई और निर्देश देकर चले गए. इसके बाद ठेकेदार ने बिहार से मजदूरों को बुलाकर सड़क निर्माण के कार्य पर लगा दिया. यहां डामर वाली सड़क निर्माण में कार्य में डामर का प्रयोग नहीं किया जा रहा था. जिसके बाद ग्रामीणों ने विरोध करते हुए शिकायत की. शिकायत के बाद भी इंजिनियर और ठेकेदार पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है.
सड़क निर्माण कार्य को लेकर ग्रामीणों ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि यहां ठेकेदार मजदूरों से सड़क का काम करवा रहे हैं. यहां आगे की सड़क बन रही है और पीछे की सड़क उखड़ रही है. यहां ग्रामीणों डामर वाली सड़क पैरों से नहीं हाथों से उखड़ जा रही है. ग्रामीणों ने बताया कि सड़कों को गड्ढा मुक्त करने में ठेकेदार और इंजीनियर की वजह से भ्रष्टाचार चरम पर है. ग्रामीणों ने बताया कि डीएम को पूरे मामले में अवगत करा दिया गया है. उन्होंने बस्ती लोक निर्माण विभाग को जांच कर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है. जिसके बाद सड़क का निर्माण कार्य दूसरी बार किया जा रहा है.
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