बस्तीः एक महिला के लिए मां बनना दुनिया की सबसे बड़ी खुशी का पल होता है. लेकिन उसके जिगर का टुकड़ा दुनिया में आते ही अचानक लापता हो जाए तो सोचिए उस मां के दिल पर क्या गुजरेगी. ऐसा ही कुछ हुआ कोतवाली थाना क्षेत्र के एसएस नर्सिंग होम में, जहां भरवलिया निवासी छाया नाम की महिला ने मंगलवार को बेटे को जन्म दिया. जन्म लेने के बाद छाया की चचेरी बहन और आशा बहू पूजा बच्चे को घुमाने के बहाने अस्पताल के बाहर चली गई.
कुछ देर बाद जब पूजा वापस आई तो बच्चा उसके पास नहीं था. काफी पूछने पर पूजा ने स्वीकार नहीं किया कि बच्चा उसने ही गायब किया है. देर रात थक हारकर बच्चे के पिता इंद्रेश ने कोतवाली पुलिस को सूचना दी. मौके पर पहुंची कोतवाली पुलिस ने छाया और उसके परिजनों से पूछताछ के बाद आशा बहू पूजा को हिरासत में लिया. सख्ती से पूछताछ करने के बाद पूजा टूट गई और सारी कहानी बयां कर दिया.
कोतवाली पुलिस की जांच के दौरान आशा बहू पूजा से पूछताछ किया गया तो पता चला कि प्रमोद कुमार पाण्डेय व प्रीती पाण्डेय की शादी के लगभग 15 वर्ष हो चुके है, लेकिन कोई बच्चा पैदा नहीं हुआ. प्रमोद पाण्डेय झाड़ फूंक व पूजा-पाठ का काम करता है. इसी दौरान प्रमोद पाण्डेय की मुलाकात आशा बहू पूजा से हुई, जिसने एक बच्चे की आवश्यकता के बारे में बताया. पूजा ने प्रमोद को बच्चा देने के लिए वादा किया और मंगलवार को फोन करके एसएस मेडिकल सेन्टर आने की बात कही, दोनों में ह्वाट्सऐप के माध्यम से चैटिंग भी हुई थी.
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इसके बाद आशा बहू ने बच्चे को चुराकर प्रमोद पांडेय के सुपुर्द कर दिया. बच्चे के बदले में प्रमोद पांडेय ने 5000 रुपये दिए, बाकि रुपये बाद में देने की बात कही. पुलिस के अनुसार आशा बहू से बच्चा लेकर प्रमोद कुमार पाण्डेय बोलेरो से अपने गांव आ गया. यहां से अपनी पत्नी को लेकर ग्राम तेलियाडीह अपने मित्र के घर चला गया था. आशा बहू पूजा के निशादेही पर बच्चे प्रमोद और उसकी पत्नी को अलसुबह 5 बजे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. अपने बच्चे को वापस पाकर छाया और उसका परिवार अब फूले नहीं समा रहा है.