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covid-19 निर्देशों का पालन न करने पर 712 FIR, 40 लाख का जुर्माना

बस्ती में कोविड 19 के दौरान बचाव के लिए जारी शासन के निर्देशों का उल्लंघन करने वाले 712 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है. साथ ही मास्क न पहनने पर 21 हजार 293 लोगों से 23.24 लाख जुर्माना वसूला गया है.

डीएम आशुतोष निरंजन.
डीएम आशुतोष निरंजन.
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Published : Aug 24, 2020, 9:54 PM IST

बस्ती: कोरोना वायरस से बचाव के लिए जनपद में शासन के निर्देशों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की गई है. डीएम आशुतोष निरंजन ने बताया कि लॉकडाउन के समय धारा 144 का उल्लंघन करने पर 712 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है. साथ ही मास्क न लगाने पर 21 हजार 293 लोगों से 23.24 लाख जुर्माना वसूला गया है. डीएम ने बताया कि शासन की गाइडलाइन के अनुसार, रात में निषेधाज्ञा लगाई गई थी. इसका उल्लंघन करने पर 4629 लोगों से 7.79 लाख जुर्माना वसूल किया गया. वहीं दो पहिया वाहन पर पिछली सीट पर यात्रा करने पर 3634 लोगों से 9.90 लाख रुपये जुर्माना वसूल किया गया.

डीएम आशुतोष निरंजन ने बताया कि मार्च 2020 में कोरोना वायरस शुरू होने पर इसकी जांच के लिए जिले में कोई व्यवस्था नहीं थी. गोरखपुर मेडिकल कॉलेज सैम्पल भेजना पड़ता था, लेकिन अब जिला अस्पताल और बस्ती मेडिकल कॉलेज के ओपेक कैली अस्पताल में ट्रूनेट मशीन लग गई है. इससे कोरोना वायरस की जांच जिला स्तर पर ही हो जाती है.

उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस के मरीजों के इलाज के लिए ओपेक कैली अस्पताल में एल-3 और जवाहर नवोदय विद्यालय रूधौली, जयराम उपाध्याय बालिका महाविद्यालय पड़रीबाबू, परसरामपुर, सीएचसी मुण्डेरवा और जेल में कोविड अस्पताल बनाया गया है. इस समय जिले के अलावा अन्य जिलों सिद्धार्थ नगर, संतकबीर नगर, देवरिया के मरीज भी भर्ती किए जा रहे हैं और इनका इलाज किया जा रहा है. साथ ही ओपेक कैली अस्पताल में कुल 40 वेन्टीलेटर की व्यवस्था की गई है, ताकि गम्भीर रोगियों का समुचित इलाज किया जा सके. उन्होंने बताया कि कोरोना मरीजों की निगरानी के लिए जिले के हर गांव और नगर क्षेत्र के वार्ड में निगरानी समितियां गठित की गई हैं. प्रत्येक ब्लाक में दो-दो रैपिड रिस्पान्स टीम (आरआरटी) गठित करके सम्भावित कोविड रोगियों का सैम्पल इकट्ठा किया गया है.

डीएम ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान जिले में आए प्रवासी कामगारों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए ग्राम विकास, कृषि, उद्यान, मत्स्य, निर्माण कार्यदायी संस्थाओं, कौशल विकास मिशन, आरसेटी और बैंकों से मिलकर कार्यवाही की गई है. गरीब कल्याण रोजगार अभियान के तहत 3.34 करोड़ में 120 दिन के अभियान में लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया गया है. अभी तक 16733 परियोजनाओं के सापेक्ष 15096 परियोजनाएं पूरी करते हुए लोगों को रोजगार मुहैया कराया गया है. डीएम ने बताया कि जिले में कुल 1204 गांव में 50 हजार 474 प्रवासी कामगार आए हैं. इन सभी 1204 गांव में मनरेगा का काम चल रहा है और 36278 कामगारों को रोजगार उपलब्ध कराया गया है.

बस्ती: कोरोना वायरस से बचाव के लिए जनपद में शासन के निर्देशों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की गई है. डीएम आशुतोष निरंजन ने बताया कि लॉकडाउन के समय धारा 144 का उल्लंघन करने पर 712 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है. साथ ही मास्क न लगाने पर 21 हजार 293 लोगों से 23.24 लाख जुर्माना वसूला गया है. डीएम ने बताया कि शासन की गाइडलाइन के अनुसार, रात में निषेधाज्ञा लगाई गई थी. इसका उल्लंघन करने पर 4629 लोगों से 7.79 लाख जुर्माना वसूल किया गया. वहीं दो पहिया वाहन पर पिछली सीट पर यात्रा करने पर 3634 लोगों से 9.90 लाख रुपये जुर्माना वसूल किया गया.

डीएम आशुतोष निरंजन ने बताया कि मार्च 2020 में कोरोना वायरस शुरू होने पर इसकी जांच के लिए जिले में कोई व्यवस्था नहीं थी. गोरखपुर मेडिकल कॉलेज सैम्पल भेजना पड़ता था, लेकिन अब जिला अस्पताल और बस्ती मेडिकल कॉलेज के ओपेक कैली अस्पताल में ट्रूनेट मशीन लग गई है. इससे कोरोना वायरस की जांच जिला स्तर पर ही हो जाती है.

उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस के मरीजों के इलाज के लिए ओपेक कैली अस्पताल में एल-3 और जवाहर नवोदय विद्यालय रूधौली, जयराम उपाध्याय बालिका महाविद्यालय पड़रीबाबू, परसरामपुर, सीएचसी मुण्डेरवा और जेल में कोविड अस्पताल बनाया गया है. इस समय जिले के अलावा अन्य जिलों सिद्धार्थ नगर, संतकबीर नगर, देवरिया के मरीज भी भर्ती किए जा रहे हैं और इनका इलाज किया जा रहा है. साथ ही ओपेक कैली अस्पताल में कुल 40 वेन्टीलेटर की व्यवस्था की गई है, ताकि गम्भीर रोगियों का समुचित इलाज किया जा सके. उन्होंने बताया कि कोरोना मरीजों की निगरानी के लिए जिले के हर गांव और नगर क्षेत्र के वार्ड में निगरानी समितियां गठित की गई हैं. प्रत्येक ब्लाक में दो-दो रैपिड रिस्पान्स टीम (आरआरटी) गठित करके सम्भावित कोविड रोगियों का सैम्पल इकट्ठा किया गया है.

डीएम ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान जिले में आए प्रवासी कामगारों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए ग्राम विकास, कृषि, उद्यान, मत्स्य, निर्माण कार्यदायी संस्थाओं, कौशल विकास मिशन, आरसेटी और बैंकों से मिलकर कार्यवाही की गई है. गरीब कल्याण रोजगार अभियान के तहत 3.34 करोड़ में 120 दिन के अभियान में लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया गया है. अभी तक 16733 परियोजनाओं के सापेक्ष 15096 परियोजनाएं पूरी करते हुए लोगों को रोजगार मुहैया कराया गया है. डीएम ने बताया कि जिले में कुल 1204 गांव में 50 हजार 474 प्रवासी कामगार आए हैं. इन सभी 1204 गांव में मनरेगा का काम चल रहा है और 36278 कामगारों को रोजगार उपलब्ध कराया गया है.

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