बस्ती: 4 साल की मासूम माही आज जिंदगी और मौत से जूझ रही है. माही के दिल मे छेद है और इलाज के लिए उसे दर-दर भटकना पड़ रहा. मोदी सरकार गरीबों को सुगम और सस्ता इलाज मुहैया कराने के लिए आयुष्मान योजना की शुरुवात की है, लेकिन माही के पिता आयुष्मान कार्ड के लिए सरकारी दफ्तरों का चक्कर काट कर थक गए और उनका कार्ड नहीं बन पाया.
ऐसे में माही आज बिस्तर पर ही पड़ी रहती है और अपनी जिंदगी के एक एक दिन को गिन रही है. दिल्ली में मैक्स अस्पताल के डॉक्टरों ने जल्द आपरेशन करने को कहा है, लेकिन आर्थिक तंगी की वजह से माही का इलाज नहीं हो पा रहा है. पिता ने बताया कि माही के मुह से अब खून भी आ रहा है. उसे सांस लेने में तकलीफ होने लगी है. ऐसे में अगर आपरेशन नहीं कराया तो उसकी बेटी की मौत हो जाएगी.
माही के पिता कपड़े की दुकान पर काम कर के किसी तरह दो जून की रोटी का जुगाड़ कर पाते हैं और ऐसे में बेटी की बीमारी ने उनके परिवार की कमर तोड़ कर रख दी है. लखनऊ, दिल्ली से लेकर गुणगांव में इलाज के लिए दौड़ लगा चुके है, लेकिन हर जगह से उन्हें निराशा ही हाथ लगी है.
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डॉक्टरों के मुताबिक माही का इलाज 3 लाख आएगा और यह आपरेशन जल्द होना जरूरी है, लेकिन पिता के पास अपनी बेटी का इलाज कराने का कोई इंतेजाम नहीं है. माही के इलाज के लिए उसके पिता सांसद, डीएम और सीएम तक से गुहार लगा चुके हैं, लेकिन उन्हें वहां से कोई मदद नहीं मिली और थक हारकर माही को उसके पिता ने उसके हाल पर छोड़ दिया है और अब उसे उस फरिस्ते का इन्तेजार है जो माही के जीवन को बचा सके.