बस्तीः जिले के वशिष्ठ मेडिकल कॉलेज के ओपेक कैली हॉस्पिटल के लिफ्ट में बुधवार की शाम को मिले नरकंकाल की गुत्थी सुलझाने में पुलिस और फॉरेंसिक टीम लगी है. पुलिस ने नरकंकाल को इकठ्ठा कर डीएनए जांच के लिए भेज दिया गया है. जांच के बाद ये पता चल पाएगा कि यह नर कंकाल किसका और कितने साल पुराना है. यह नर कंकाल 24 वर्ष पुराना माना जा रहा है, क्योंकि 1997 से लिफ्ट बंद है.
दरअसल, सन 1991 में बस्ती जनपद में 500 बेड का ओपेक कैली हॉस्पिटल का निर्माण शुरू हुआ था. लेकिन अभी तक तक सारी बिल्डिंग कार्यदायी संस्था ने हॉस्पिटल प्रबंधन को हैंड ओवर नहीं किया है. पुलिस ने बताया कि 1997 तक लिफ्ट चल रही था, उसके बाद लिफ्ट खराब होने की वजह से बंद हो गई थी. इसके बाद लिफ्ट वाले हिस्से को पैक कर दिया गया था, इसके बाद से इस लिफ्ट का इस्तेमाल नहीं किया गया. अब 24 साल बाद लिफ्ट को मरम्मत के लिए खोला गया तो उसमें नर कंकाल बरामद हुआ. सूचना पर पहुंची पुलिस और फॉरेंसकि टीम ने साक्ष्य इकट्ठा कर जांच शुरू कर दी थी. एएसपी दीपेंद्रनाथ भी मौके पर जाकर जायजा लिया था. फिलहाल पूरे मामले को लेकर कई बिंदुओं पर पुलिस जांच कर रही है.
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एएसपी दीपेंद्र नाथ चौधरी के अनुसार नरकंकाल की गुत्थी सुलझाने के लिए जिले के थानों में 24 वर्ष पुराने गुमशुदगी की रिपोर्ट के सारे रिकॉर्ड खंगाले जा रहे हैं. डीएनए रिपोर्ट के आधार पर 24 साल पहले लापता लोगों के परिजनों के डीएनए से मैच कराया जाएगा. उन्होंने बताया कि नरकंकाल की जल्द ही पहचान करके आगे की वैधानिक कार्रवाई की जाएगी.
फिलहाल यह रहस्य बना हुआ है कि मरने वाला व्यक्ति कौन है, उसकी पहचान क्या है कैसे मौत हुई है. इतने सालों से लिफ्ट में कैसे फंसा रहा, क्या लिफ्ट में फंस कर दम घुटने से मौत हुई या किसी ने हत्या कर शव को लिफ्ट में छिपा दिया. बहरहाल डीएनए रिपोर्ट आने के बाद ही मौत की गुत्थी सुलझेगी.