बस्ती: महर्षि वशिष्ठ मेडिकल कॉलेज के चिकित्सक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के 24 घंटे के भीतर मेडिकल कॉलेज फिर से सुर्खियों में आ गया है. यहां के 22 जूनियर डॉक्टरों ने प्राचार्य डॉ. नवनीत कुमार पर उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए इस्तीफा दे दिया है.
इस मामले को लेकर जूनियर डॉक्टर मंगलवार को कलेक्ट्रेट पहुंचे. वहीं प्राचार्य डॉ. नवनीत कुमार ने जूनियर डॉक्टरों के इस्तीफे की पुष्टि करते हुए कहा कि जूनियर डॉक्टरों का अनुबंध समाप्त होने वाला है. इसे आगे बढ़ाने के लिए वे दबाव बनाने के लिए इस्तीफा दे रहे हैं. सब कुछ नियमानुसार हो रहा है.
कलेक्ट्रेट पहुंचे जूनियर डॉक्टरों ने मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ. नवनीत कुमार पर तानाशाही का आरोप लगाते हुए कहा कि प्राचार्य ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अवहेलना कर तीन माह का वेतन रोक लिया है. मेस में खाने के लिए भी दबाव बनाते हैं. ऐसा न करने पर वेतन से कटौती की चेतावनी दी जाती है.
जूनियर डॉक्टरों ने कहा कि प्राचार्य जूनियर डॉक्टरों को उनके आवास से नर्सिंग हॉस्टल में शिफ्ट करने का दबाव बना रहे हैं. वहीं प्राचार्य डॉ. नवनीत कुमार ने आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि जूनियर डॉक्टरों का छह-छह माह का अनुबंध होता है, जो समाप्त होने वाला है. किसी का कोई वेतन नहीं रोका गया है. नियमानुसार कार्यवाही की जा रही है.