बरेली: जिले में अप्रैल माह के शुरुआत के साथ ही गेहूं की खरीद शुरू हो गई. हालांकि अभी तक जिले के सभी तोल केंद्रों पर गेहूं खरीद की शुरू नहीं हो सकी है. 15 क्रय केंद्रों पर किसान खरीद शुरू होने का इंतजार कर रहे हैं.
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15 केंद्रों में नहीं बिका एक भी दाना
बरेली जिले में 15 केंद्र पर अभी तक गेहूं का एक भी दाना नहीं खरीदा गया. तौल केंद्रों पर अभी ताला लगा हुआ है. बरेली जनपद में 116 क्रय केंद्र बनाने का प्लान तैयार किया गया था. हालांकि अभी भी सरकारी तंत्र की लापरवाही के चलते किसान अपनी फसल को तौल केंद्र पर बिक्री के लिए नहीं ले आ पा रहा है.
जिले में बनाए गए 116 गेंहू क्रय केंद्र
जनपद में इस बार कुल 116 गेंहू क्रय केंद्र बनाने का प्लान अधिकारियों की तरफ से तैयार किया गया था. इस बारे में जिला विपणन अधिकारी सुनील भारती से बात की तो उन्होंने बताया कि बरेली में अभी 112 क्रय केंद्र खुल चुके हैं. बताया कि उनमें से कई तौल केंद्रों पर जल्द गेहूं की खरीद शुरु कर दी जाएगी.
भुगतान में भी लग रहा समय
जिले में अभी तक करीब 1580 किसानों से गेहूं की खरीद हो पाई है. जिले में अब तक 8 हजार 3 सौ 83 टन गेहूं खरीदा जा चुका है. इसकी कीमत 16 करोड़ 55 लाख रुपये से अधिक बतायी जा रही है. हालांकि भुगतान सिर्फ 5 करोड़ 55 लाख का ही हो पाया है.
गेहूं तौल केंद्रों पर नहीं चस्पा की जा रही सूची
ग्रामीणों की सबसे बड़ी परेशानी ये है कि तोल केंद्रों पर संबंधित गांवों की सूची तक कर्मचारियों ने चस्पा नहीं की है. इस वजह से कई बार क्रय केंद्र पर पहुंचने के बाद किसानों को पता चला कि उस केंद्र पर उनके गांव के किसानों का गेहूं नहीं खरीदा जाएगा.
'की जा रही है व्यवस्था'
विपणन अधिकारी सुनील भारती ने बताया कि लापरवाही होने की जानकारी मिली है. पूरी कोशिश है कि एक दो दिन में सबकुछ ठीक हो जाएगा. फिर सब कुछ सामान्य ढंग से संचालित होने लगेगा. बताया कि बोरों की कोई कमी न हो, इसके लिए भी व्यवस्था की जा रही है.