बरेली : जिले के 300 बैड हॉस्पिटल में जिम्मेदारों ने कागजो में ऐसा खेल खेला कि जिसे भी जानकारी हुई वो चौंक गया. अस्पताल में यूं तो 5 जून के बाद कोई मरीज भर्ती नहीं हुआ, लेकिन महकमे के घपलेबाजों ने बिना मरीजों के ही पांच सौ वेलकम किट साफ कर दी. हैरानी की बात ये है कि बिना मरीजों के ही ये किट 5 जून से अब तक उनके रिकॉर्ड में मरीजों को बांट दी गई हैं.
कोरोना की दूसरी लहर में हर कोई परेशान था, लोग अपने मरीजों के उपचार के लिए जगह जगह घूम रहे थे, वहीं बरेली में बनाए गए 300 बेड के हॉस्पिटल में भी कोरोना संक्रमितों को भर्ती कर उनका इलाज किया जा रहा था. अब यहां एक घोटाला उजागर हुआ है. बरेली के इस कोविड हॉस्पिटल में तो आपदा में अवसर तलाशने वालों ने बिना मरीजों के ही 500 वेलकम किट पर हाथ साफ कर दिया.
आपदा में अवसर तलाश धोखाधड़ी कर डाली
चोंकाने वाली बात ये है कि जब कोविड हॉस्पिटल में कोई मरीज 5 जून के बाद भर्ती ही नहीं हुआ तो आखिर ये किट वितरित कहां की गईं. इस मामले में जब कोविड हॉस्पिटल के नए प्रभारी को जानकारी हुई तो उन्होंने स्टॉक चेक कराया, लेकिन स्टॉक खाली था. इतना ही नहीं कोविड में सेवा देने वाले चीफ फार्मेसिस्ट समेत अब कई अन्य कर्मी भी लपेटे में आ गए हैं. इस घपले में अब कई लोगों की गर्दन फंस चुकी है.
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क्या होता है वेलकम किट
कोविड के पेशेंट्स को नियमानुसार एडमिट होते समय टूथब्रश, टूथपेस्ट, कपड़े धोने और नहाने के साबुन, डस्टर, हेयर ऑयल समेत कुछ आवश्यक चीजें दी जाती है, जबकि इलाज कराने के लिए पूरे कोरोना काल में सिर्फ 550 से 600 के बीच मरीज कोविड हॉस्पिटल में एडमिट हुए थे तो महज 45 किट ही मरीजों को वितरित करने का रिकॉर्ड जिम्मेदार दे पाते हैं, लेकिन अब जब हॉस्पिटल में कोविड का कोई मरीज ही नहीं था तो 5 जून से अब तक 500 किट मरीजों को यहां वितरित कर दी गई हैं.
बंद पड़े आईसीयू में भी 100 किलो वाशिंग पाउडर से लग गया पोंछा
हैरानी की बात तो ये है कि आइसीयू बंद पड़ा पड़ा है, उसमें ताला लगा हुआ है, लेकिन इमरजेंसी के पास बनाई फार्मेसी के लिए वहां साफ-सफाई और पोंछा करने के लिए 100 किलो वाशिंग पाउडर भी जारी कर दिया गया. फिलहाल आपदा में अवसर तलाश कर घपला करने वालों के नाम विभाग के पास हैं, लेकिन विभागीय जांच और उसके बाद कार्रवाई की बात वो कह रहे हैं, लेकिन ये कार्रवाई क्या होगी और कब तक होगी कुछ कहा नहीं जा सकता. ये गोलमाल नए प्रभारी ने पकड़ा है और इस मामले को गंभीरता से लेकर जांच की बात कही जा रही हैं, जबकि सीएमओ का कहना है कि ये बेहद ही शर्मनाक है. मामले में कार्रवाई की जाएगी.