बरेली: सूबे में अब किसानों को पशुओं के इलाज के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा, क्योंकि महज एक कॉल कर वो भी घर बैठे बीमार पशुओं का इलाज होगा. इसके लिए प्रदेश की योगी सरकार जल्द ही वेटरनरी मोबाइल सेवा शुरू करने जा रही है. जिसके तहत प्रत्येक जिले में एक वेटरनरी मोबाइल सेवा की व्यवस्था होगी, जो किसानों के घर जाकर उनके बीमार पशुओं का इलाज करेगी. इतना ही नहीं खेतों, सड़कों और शहरों में घूमने वाले गोवंशों को अब पकड़कर गोवंश आश्रय स्थल भेजा जाएगा और 1 साल के भीतर कोई भी निराश्रित गोवंश सड़क या किसानों के खेतों में नजर नहीं आएंगे.
वहीं, इस विषय पर सूबे के पशुधन एवं दुग्ध विकास मंत्री धर्मपाल सिंह ने बरेली के विकास भवन में आयोजित विभागीय बैठक में अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए. जिसमें जनपद व मंडल के अधिकारियों ने हिस्सा लिया. बैठक में मंत्री धर्मपाल सिंह ने गौशालाओं में गोवंशओं के रखरखाव उनकी देखरेख और खान-पान से लेकर स्वास्थ संबंधी व्यवस्थाओं पर बातचीत की. इतना ही नहीं उन्होंने गोवंशों को संरक्षित करने के भी आदेश दिए. इधर, मंत्री की समीक्षा बैठक में शामिल अधिकारियों ने अपने-अपने सुझाव दिए, ताकि गोवंशों के क्षेत्र में किए जा रहे काम धरातल पर नजर आ सके.
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि किसानों के पशुओं को बीमार होने पर उचित इलाज मिले और वो भी घर बैठे इसके लिए सूबे के सभी जिलों में वेटरनरी मोबाइल सेवा शुरू की जाएगी, जिसका एक टोल फ्री नंबर 1862 है. जिस पर किसान अगर कॉल कर अपनी बीमार पशुओं के बारे में बताएंगे तो उन्हें एक घंटे के भीतर सेवाएं मुहैया कराई जाएगी और वो भी घर बैठे. उन्होंने आगे बताया कि चिकित्सक खुद किसान के घर पहुंचेंगे और आवश्यकता पड़ी तो अपने वाहन से बीमार पशु को अस्पताल लेकर आएंगे. मंत्री ने बताया कि किसानों के पशुओं को उनके ही स्थान पर उचित इलाज मिल सके इसके लिए प्रदेश की योगी सरकार पूरी सक्रियता से लगी है.
गोबर से बनेगी सीएनजी: वहीं, विभागीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक करने के बाद मीडियाकर्मियों से मुखातिब हुए प्रदेश के पशुधन मंत्री धर्मपाल सिंह ने कहा कि अब किसानों को उनके पशुओं से मिलने वाले दूध से ही आमदनी नहीं होगी, बल्कि पशुओं के गोबर को भी किसानों की आमदनी का जरिया बनाया जाएगा. इसके लिए प्रदेश में जल्द ही एक एजेंसी को पशुओं के गोबर से सीएनजी बनाने का काम दिया जाएगा और इस काम का शुभारंभ बरेली मंडल से करने की योजना है. ताकि जो किसान अपने पशुओं को दूध न देने की सूरत में खुला छोड़ देते हैं, वो भी अब उसके गोबर को बेच सकेंगे.
वहीं, प्रदेश में बिजली की समस्या को लेकर समाजवादी पार्टी के मुखिया व सूबे के पूर्व सीएम अखिलेश यादव की टिप्पणी पर उन्होंने कहा कि वह बिजली नहीं देते थे, लेकिन हम बिजली दे रहे हैं. खैर, जो समस्या है वो अल्पकालीन है. जिसका हल शीघ्र किया जाएगा.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप