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बरेली जिला अस्पताल में दो साल बाद भी नहीं शुरू हो सका 'वेंटिलेटर' - famous shire doctor wasim barelavi

पूर्व एमएलसी और मशहूर शायर डॉक्टर वसीम बरेलवी ने अपनी एमएलसी निधि से दो साल पहले 25 लाख रुपए जिला अस्पताल को दिए थे. यह रुपये उन्होंने अस्पताल में वेटिंलेटर लगवाने के लिए दिए थे, लेकिन अभी तक वेटिंलेटर की सुविधा मरीजों को नहीं मिल सकी है. अब इस मामले में सीडीओ ने कड़ा रूख अपनाया है.

जिला अस्पताल के सीएमएस के खिलाफ होगी कार्रवाई.
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Published : Jun 10, 2019, 1:05 PM IST

बरेली: समाजवादी पार्टी के एमएलसी रहे डॉ. वसीम बरेलवी ने दो साल पहले जिला अस्पताल में बच्चों के इलाज के लिए वेंटिलेटर सुविधा शुरू करने के लिए 25 लाख रुपये दिए थे. अब यहां मशीन तो लग गई है, लेकिन अभी तक बच्चों के इलाज की सुविधा शुरू नहीं हो सकी है.

जिला अस्पताल के सीएमएस के खिलाफ होगी कार्रवाई.

क्या है पूरा मामला

  • बरेली के मशहूर शायर डॉक्टर वसीम बरेलवी ने साल 2016 में जिला अस्पताल में नवजात शिशु के इमरजेंसी इलाज की सुविधा शुरू करने के लिए अलग से बोर्ड शुरू करने की पहल की थी.
  • इस दिशा में वसीम बरेलवी ने अपनी एमएलसी निधि से जिला अस्पताल को 25 लाख रुपए अनुदान देकर वेंटिलेटर मंगवाया था.
  • जिला अस्पताल के सीएमएस ने इमरजेंसी बोर्ड शुरू करने के लिए बहुत ही लचर रवैया अपनाया.
  • दो साल बीत जाने के बावजूद भी वेंटिलेटर को चलाने के लिए कोई भी टेक्निशियन अभी तक जिला अस्पताल को नहीं मिल सका है.
  • सीडीओ सत्येंद्र कुमार ने सीएमएस डॉ. केएस गुप्ता को नोटिस जारी कर बच्चों के इलाज की सुविधा न शुरू करने पर एमएलसी निधि से जारी 25 लाख रुपये की रिकवरी करने की चेतावनी दी है.
  • सीडीओ ने साथ ही यह भी कहा है कि जब तक रिकवरी नहीं होती तब तक सीएमएस का वेतन रोका जाएगा.

जिला अस्पताल को न तो अभी तक कोई टेक्निशियन मिला है और न ही उनकी कोई ट्रेनिंग कराई गई है, जिससे वेंटिलेटर को सुचारू रूप से चालू कराया जा सके. प्रशासन को भी इस बात से कई बार अवगत कराया गया है, लेकिन अभी तक कोई भी टेक्निशियन हमें मिला नहीं है.

-डॉ. केएस गुप्ता, सीएमएस, बरेली

बरेली: समाजवादी पार्टी के एमएलसी रहे डॉ. वसीम बरेलवी ने दो साल पहले जिला अस्पताल में बच्चों के इलाज के लिए वेंटिलेटर सुविधा शुरू करने के लिए 25 लाख रुपये दिए थे. अब यहां मशीन तो लग गई है, लेकिन अभी तक बच्चों के इलाज की सुविधा शुरू नहीं हो सकी है.

जिला अस्पताल के सीएमएस के खिलाफ होगी कार्रवाई.

क्या है पूरा मामला

  • बरेली के मशहूर शायर डॉक्टर वसीम बरेलवी ने साल 2016 में जिला अस्पताल में नवजात शिशु के इमरजेंसी इलाज की सुविधा शुरू करने के लिए अलग से बोर्ड शुरू करने की पहल की थी.
  • इस दिशा में वसीम बरेलवी ने अपनी एमएलसी निधि से जिला अस्पताल को 25 लाख रुपए अनुदान देकर वेंटिलेटर मंगवाया था.
  • जिला अस्पताल के सीएमएस ने इमरजेंसी बोर्ड शुरू करने के लिए बहुत ही लचर रवैया अपनाया.
  • दो साल बीत जाने के बावजूद भी वेंटिलेटर को चलाने के लिए कोई भी टेक्निशियन अभी तक जिला अस्पताल को नहीं मिल सका है.
  • सीडीओ सत्येंद्र कुमार ने सीएमएस डॉ. केएस गुप्ता को नोटिस जारी कर बच्चों के इलाज की सुविधा न शुरू करने पर एमएलसी निधि से जारी 25 लाख रुपये की रिकवरी करने की चेतावनी दी है.
  • सीडीओ ने साथ ही यह भी कहा है कि जब तक रिकवरी नहीं होती तब तक सीएमएस का वेतन रोका जाएगा.

जिला अस्पताल को न तो अभी तक कोई टेक्निशियन मिला है और न ही उनकी कोई ट्रेनिंग कराई गई है, जिससे वेंटिलेटर को सुचारू रूप से चालू कराया जा सके. प्रशासन को भी इस बात से कई बार अवगत कराया गया है, लेकिन अभी तक कोई भी टेक्निशियन हमें मिला नहीं है.

-डॉ. केएस गुप्ता, सीएमएस, बरेली

Intro:(सीएमएस से होगी विधायक निधि से दिए गए 25 लाख कि रिकवरी)
समाजवादी पार्टी के एमएलसी डॉ वसीम बरेलवी ने 2 साल पहले जिला अस्पताल में बच्चों के इलाज के लिए वेंटिलेटर सुविधा शुरू करने के लिए 25 लाख रूपए दिए थे। जिसमें जिला अस्पताल में वेंटिलेटर लगवा कर उसे चालू करना था मगर 2 साल बाद मशीन तो लग गई लेकिन बच्चों के इलाज की सुविधा शुरू नहीं हो सकी।


Body:पूरी दुनिया में मशहूर बरेली के मशहूर शायर वसीम बरेलवी ने समाजवादी पार्टी में एमएलसी रहते। बरेली जिला हॉस्पिटल को विधायक निधि से 25 लाख रुपए अनुदान देकर वेंटिलेटर मंगवाया था। ताकि गरीब लोगों तक वेंटिलेटर की सुविधा पहुंच सके। लेकिन 2 साल बीत जाने के बावजूद भी वेंटिलेटर को चलाने के लिए कोई भी टेक्नीशियन अभी तक जिला अस्पताल को नहीं मिल सका है जिसके कारण यह वेंटिलेटर सफेद हाथी के रूप में रह गया है।
बाइट:- सत्येंद्र कुमार सीडीओ बरेली
लेकिन अब बरेली के सीडीओ इस पर सख्त रुख अपनाते हुए जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ केस गुप्ता को नोटिस जारी कर बच्चों के इलाज की सुविधा ना शुरू करने पर विधायक निधि से जारी ₹2500000 की रिकवरी करने की चेतावनी दी है साथ ही यह भी कहा है कि जब तक रिकवरी नहीं होती तब तक सीएमएस का वेतन रोका जाएगा।
बाइट:-डॉ के एस गुप्ता सीएमएस बरेली जिला हॉस्पिटल
डॉ के एस गुप्ता भी मानते हैं कि वेंटिलेटर ना चालू होने का प्रमुख कारण जिला अस्पताल को ना तो अभी तक कोई टेक्निशन मिला है ना ही उनकी कोई ट्रेनिंग कराई गई है जिससे वेंटिलेटर को सुचारू रूप से चालू कर आ जा सके प्रशासन को भी इस बात से कई बार अवगत कराया है लेकिन अभी तक कोई भी टेक्नीशियन हमें मिला नहीं है।



Conclusion:पूर्व में एमएलसी विधायक डॉक्टर वसीम बरेलवी ने वर्ष 2016 में जिला अस्पताल में नवजात शिशु के इमरजेंसी इलाज की सुविधा शुरू करने के लिए अलग से बोर्ड शुरू करने की पहल की थी। इस दिशा में उन्होंने अपनी विधायक निधि से 2500000 रुपए भी जिला अस्पताल को दिए थे जिला अस्पताल के सीएमएस ने इमरजेंसी बोर्ड शुरू करने के लिए बहुत ही लाचार रवैया अपनाया। लंबे समय तक विधायक निधि की रकम रिलीज नहीं हुई बाद में किसी तरह बमुश्किल विधायक निधि की रकम रिलीज हो पाई। तो वेंटीलेटर के लिए मशीन खरीदने में देरी हुई अब किसी तरह मशीन तो लग गई। लेकिन जिला अस्पताल की ओर से बार-बार यह बहाना बनाया जा रहा है कि 24 घंटे ड्यूटी करने वाला कोई स्टाफ नहीं है। इस तरह की लापरवाही को सीडीओ ने गंभीरता से लिया है और नोटिस जारी कर, सीडीओ ने कहा कि तुरंत डॉक्टर की व्यवस्था कर वेंटिलेटर मशीन चलाई जाए। वरना विधायक निधि से लिए गए 25 लाख रुपए वापस किए जाएं। निर्णय न होने तक सीएमएस का वेतन रोकने की चेतावनी दी गई है
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