बरेली: यूपी बोर्ड के हाईस्कूल और इंटर का परीक्षा परिणाम मंगलवार को घोषित हुआ. हाईस्कूल में सीतापुर की प्रियांशी सोनी ने पूरे प्रदेश में टॉप किया तो वहीं सीतापुर के ही रहने वाला बरेली की सेंटर जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहा बंदी प्रताप सिंह ने पूरे प्रदेश की जेलों के परीक्षार्थियों में प्रथम स्थान प्राप्त किया है. वहीं, इंटर की परीक्षा में बरेली की सेंट्रल जेल में सजा काट रहा बंदी छोटेलाल ने भी पूरे प्रदेश की जेलों के परीक्षार्थियों में टॉप कर बरेली सेंटर जेल का परचम लहराया.
यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा में जहां आम परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी थी, वहीं उत्तर प्रदेश की जेलों में बंद बंदियों और कैदियों ने भी जेल में बने परीक्षा केंद्रों पर हाईस्कूल और इंटर की परीक्षा दी थी. उत्तर प्रदेश की जेलों में सजा काट रहे बंदी और कैदियों द्वारा दी गई दसवीं और बारहवीं की परीक्षा का परिणाम भी यूपी बोर्ड ने मंगलवार को घोषित कर दिया.
बरेली की सेंट्रल जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहे बंदी प्रताप सिंह ने यूपी बोर्ड से दसवीं की परीक्षा दी थी. बंदी प्रताप सिंह ने बरेली के सेंट्रल जेल में बने परीक्षा केंद्र पर ही जेल में रहते हुए परीक्षा देकर उत्तर प्रदेश की जेलों में परीक्षा देने वाले बंदियों और कैदियों में टॉप करते हुए 600 में से 503 नंबर प्राप्त किए. प्रताप सिंह ने पूरे प्रदेश की जिलों में टॉप किया है. बरेली की सेंटर जेल के आजीवन कारावास की सजा काट रहे बंदी प्रताप सिंह के जिलों में टॉप करने के बाद साथी बंधुओं ने उन्हें बधाई दी.
यूपी बोर्ड के इंटरमीडिएट के परीक्षा परिणाम में जेल में बंद बंदियों और कैदियों में बरेली के केंद्रीय कारागार में बंद बंदी छोटेलाल ने पूरे प्रदेश की जेलों में टॉप किया है. 12वीं की परीक्षा में 367/500 अंक पाकर उत्तर प्रदेश की जेलों में टॉप करने वाला बंदी छोटेलाल 10 वर्ष की सजा के लिए बरेली की केंद्रीय कारागार में बंद है. जेल में रहते हुए उसने कड़ी मेहनत से पढ़ाई कर जिलों के परीक्षार्थियों में टॉप किया है.
तीसरे नंबर पर रही रामपुर जिला जेल की महिला बंदी
जिला कारागार रामपुर में निरुद्ध सिद्धदोष महिला बंदी नईमा पुत्री मोहम्मद इस्लाम ने हाईस्कूल की परीक्षा में 436/600 अंक प्राप्त करके जेलों में द्वितीय स्थान प्राप्त किया है. नईमा की यह उपलब्धि सिर्फ़ इसलिए अतिविशिष्ट नहीं है कि महिला होते हुए भी कारागार में निरुद्ध रखते हुए उसने यह उपलब्धि हासिल की है, बल्कि इसलिए भी यह ख़ास है कि नईमा का परीक्षा केंद्र केंद्रीय कारागार बरेली में था, जहां महिला बंदियों को रखे जाने की व्यवस्था नहीं है. जबकि, वह जिला जेल रामपुर में निरुद्ध थी. शिक्षा के प्रति उसकी लगान और रुचि को देखते हुए कारागार मुख्यालय द्वारा उसे जिला जेल रामपुर से लाकर बरेली में रखने की विशेष व्यवस्था की गई.
यहां रहकर उसने केंद्रीय कारागार बरेली में हाईस्कूल की परीक्षा दी.
बरेली केंद्रीय कारागार के वरिष्ठ जेल अधीक्षक आरएन पांडे ने बताया कि यूपी बोर्ड की परीक्षा के लिए बरेली सेंट्रल जेल को परीक्षा केंद्र बनाया जाता है. मंगलवार को आए 10वीं और 12वीं के परीक्षा परिणाम में बरेली सेंट्रल जेल के दो बंधुओं ने पूरे प्रदेश की जेलों में टॉप किया है. जेल में बंद बंदियों को उनके पढ़ने के लिए पर्याप्त व्यवस्था की जाती है और बंदी भी काफी मेहनत कर पढ़ाई करते हैं.
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