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चिन्मयानंद प्रकरण: दुष्कर्म पीड़िता नहीं दे सकी एग्जाम, कुलपति ने बताई यह वजह

स्वामी चिन्मयानंद पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली छात्रा आखिरकार एलएलएम के थर्ड सेमेस्टर परीक्षा में शामिल नहीं हो पाई. वीसी प्रो. अनिल शुक्ला ने बताया कि छात्रा की उपस्थिति शून्य है. इस कारण उसे परीक्षा में शामिल नहीं कराया जा सकता है.

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दुष्कर्म पीड़िता नहीं दे सकी एग्जाम.
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Published : Nov 26, 2019, 3:31 PM IST

बरेली: पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वामी चिन्मयानंद पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली छात्रा आखिरकार एलएलएम के थर्ड सेमेस्टर परीक्षा में शामिल नहीं हो पाई. छात्रा मंगलवार सुबह शाहजहांपुर जेल से पुलिस सुरक्षा में एग्जाम देने पहुंची, लेकिन उसको एग्जाम नहीं देने दिया गया. रंगदारी के मामले में शाहजहांपुर जेल में बंद छात्रा पेपर देने के लिए मंगलवार को साढ़े तीन घण्टे यूनिवर्सिटी में रुकी रही.

दुष्कर्म पीड़िता नहीं दे सकी एग्जाम.

महात्मा गांधी ज्योतिबा फुले रुहेलखंड विश्वविद्यालय के कैम्पस में मंगलवार सुबह छात्रा अपनी एलएलएम की परीक्षा देने पहुंची, लेकिन उसके पास न एडमिट कार्ड था और न ही उसको यूनिवर्सिटी की तरफ से एग्जाम में बैठने की परमीशन थी. साथ ही उसकी उपस्थिति भी जीरो होने के कारण एलएलएम की परीक्षा में नहीं बैठने दिया गया.

ये भी पढ़ें-योगी और मोदी सिरिंज लगाकर चूस रहे जनता का खून: ओम प्रकाश राजभर

विश्वविद्यालय आई छात्रा का कहना है कि अटेंडेंस शार्ट होने की वजह से उसे एग्जाम देने की अनुमति नहीं दी गई. उसका कहना है कि वह हाईकोर्ट में पहले ही अटेंडेंस का प्रोफार्मा भरकर दे चुकी है, लेकिन उसके बावजूद उसे एग्जाम नहीं देने दिया गया.

ये भी पढ़ें- उन्नाव: बाबा के सपने को रवि ने किया पूरा, हेलीकॉप्टर से दुल्हनिया लेकर पहुंचा गांव

काफी इंतजार के बाद उसे वापस लौटना पड़ा. वीसी प्रो. अनिल शुक्ला ने बताया कि उपस्थिति में सिर्फ 10 फीसदी की छूट देने की अनुमति है. छात्रा की उपस्थिति शून्य है. इस कारण उसे परीक्षा में शामिल नहीं कराया जा सकता है. हालांकि यदि कोर्ट बाद में परीक्षा कराने का आदेश देता है तो विशेष परीक्षा कराई जाएगी.

बरेली: पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वामी चिन्मयानंद पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली छात्रा आखिरकार एलएलएम के थर्ड सेमेस्टर परीक्षा में शामिल नहीं हो पाई. छात्रा मंगलवार सुबह शाहजहांपुर जेल से पुलिस सुरक्षा में एग्जाम देने पहुंची, लेकिन उसको एग्जाम नहीं देने दिया गया. रंगदारी के मामले में शाहजहांपुर जेल में बंद छात्रा पेपर देने के लिए मंगलवार को साढ़े तीन घण्टे यूनिवर्सिटी में रुकी रही.

दुष्कर्म पीड़िता नहीं दे सकी एग्जाम.

महात्मा गांधी ज्योतिबा फुले रुहेलखंड विश्वविद्यालय के कैम्पस में मंगलवार सुबह छात्रा अपनी एलएलएम की परीक्षा देने पहुंची, लेकिन उसके पास न एडमिट कार्ड था और न ही उसको यूनिवर्सिटी की तरफ से एग्जाम में बैठने की परमीशन थी. साथ ही उसकी उपस्थिति भी जीरो होने के कारण एलएलएम की परीक्षा में नहीं बैठने दिया गया.

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विश्वविद्यालय आई छात्रा का कहना है कि अटेंडेंस शार्ट होने की वजह से उसे एग्जाम देने की अनुमति नहीं दी गई. उसका कहना है कि वह हाईकोर्ट में पहले ही अटेंडेंस का प्रोफार्मा भरकर दे चुकी है, लेकिन उसके बावजूद उसे एग्जाम नहीं देने दिया गया.

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काफी इंतजार के बाद उसे वापस लौटना पड़ा. वीसी प्रो. अनिल शुक्ला ने बताया कि उपस्थिति में सिर्फ 10 फीसदी की छूट देने की अनुमति है. छात्रा की उपस्थिति शून्य है. इस कारण उसे परीक्षा में शामिल नहीं कराया जा सकता है. हालांकि यदि कोर्ट बाद में परीक्षा कराने का आदेश देता है तो विशेष परीक्षा कराई जाएगी.

Intro:एंकर- पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वामी चिन्मयानंद पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली छात्रा आखिरकार एलएलएम के थर्ड सेमेस्टर परीक्षा में शामिल नहीं हो पाई। छात्रा आज सुबह शाहजहापुर जेल से पुलिस सुरक्षा में एग्जाम देने पहुची पर उसको एग्जाम नहीं देने दिया गया । रंगदारी के मामले में शाहजहांपुर जेल में बंद छात्रा पेपर देने के लिए मंगलवार को साढ़े तीन घण्टे यूनिवर्सिटी में रुकी रही। 





Body:वीओ1- महात्मा गांधी ज्योतिबा फुले रुहेलखंड विश्वविद्यालय के कैम्पस में आज चिन्मयानंद पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली छात्रा अपनी एलएलएम की परीक्षा देने सुबह ही पहुची पर उसके पास न एडमिट कार्ड था न ही उसको यूनिवर्सिटी की तरफ से एग्जाम में बैठने की परमीशन थी। साथ ही उसकी उपस्थिति भी ज़ीरो होने के कारण एलएलएम की परीक्षा में नहीं बैठने दिया गया । काफी इंतजार के बाद उसे वापस लौटना पड़ा । वीसी प्रो अनिल शुक्ला ने बताया कि कुलपति को उपस्थिति में सिर्फ दस फीसदी की छूट देने की अनुमति है। छात्रा की उपस्थिति शून्य है। इस कारण उसे परीक्षा में शामिल नहीं कराया जा सकता है। हालांकि यदि कोर्ट बाद में परीक्षा कराने का आदेश देता है तो विशेष परीक्षा कराई जाएगी। 


बाइट- प्रो अनिल शुक्ला कुलपति एमजेपी रुहेलखंड यूनिवर्सिटी बरेली 


वीओ2- उधर विश्वविद्यालय आई छात्रा का कहना है की अटेंडेंस शार्ट होने की वजह से उसे एग्जाम देने की अनुमति नही दी गई। उसका कहना है जबकि हम हाईकोर्ट में पहले ही अटेंडेंस का प्रोफार्मा भरकर दे चुके है। लेकिन उसके बावजूद मुझे एग्जाम नही देने दिया गया। उसका कहना है कि अगर कोर्ट चाहता तो मुझे ज्यूडिशियल कस्टडी में क्लास अटेंड करवा सकता था और एग्जाम दिलवा सकता था। 


 बाइट- एलएलएम छात्रा




Conclusion:fvo:- अटेंडेंस शार्ट होने की वजह से एग्जाम ना दे पाने के कारण छात्रा चिंता में है अब देखना ये है कि किस तरह से इस समस्या का निवारण किया जाएगा।
रंजीत शर्मा
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