बरेली: पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वामी चिन्मयानंद पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली छात्रा आखिरकार एलएलएम के थर्ड सेमेस्टर परीक्षा में शामिल नहीं हो पाई. छात्रा मंगलवार सुबह शाहजहांपुर जेल से पुलिस सुरक्षा में एग्जाम देने पहुंची, लेकिन उसको एग्जाम नहीं देने दिया गया. रंगदारी के मामले में शाहजहांपुर जेल में बंद छात्रा पेपर देने के लिए मंगलवार को साढ़े तीन घण्टे यूनिवर्सिटी में रुकी रही.
महात्मा गांधी ज्योतिबा फुले रुहेलखंड विश्वविद्यालय के कैम्पस में मंगलवार सुबह छात्रा अपनी एलएलएम की परीक्षा देने पहुंची, लेकिन उसके पास न एडमिट कार्ड था और न ही उसको यूनिवर्सिटी की तरफ से एग्जाम में बैठने की परमीशन थी. साथ ही उसकी उपस्थिति भी जीरो होने के कारण एलएलएम की परीक्षा में नहीं बैठने दिया गया.
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विश्वविद्यालय आई छात्रा का कहना है कि अटेंडेंस शार्ट होने की वजह से उसे एग्जाम देने की अनुमति नहीं दी गई. उसका कहना है कि वह हाईकोर्ट में पहले ही अटेंडेंस का प्रोफार्मा भरकर दे चुकी है, लेकिन उसके बावजूद उसे एग्जाम नहीं देने दिया गया.
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काफी इंतजार के बाद उसे वापस लौटना पड़ा. वीसी प्रो. अनिल शुक्ला ने बताया कि उपस्थिति में सिर्फ 10 फीसदी की छूट देने की अनुमति है. छात्रा की उपस्थिति शून्य है. इस कारण उसे परीक्षा में शामिल नहीं कराया जा सकता है. हालांकि यदि कोर्ट बाद में परीक्षा कराने का आदेश देता है तो विशेष परीक्षा कराई जाएगी.