ETV Bharat / state

जानिए... बरेली के नौ देवी मंदिर की महिमा, भक्त ने एक पैर पर खड़े होकर करवाया था निर्माण

यूपी के बरेली में मां दुर्गा का एक ऐसा मंदिर स्थित है, जहां माता के 9 स्वरूपों के दर्शन होते हैं. मंदिर देवी का इतिहास 300 साल पुराना बताया जाता है. नवरात्र की नवमी तिथि को यहां बड़ा मेला लगता है.

नौ देवी का प्राचीन मंदिर
author img

By

Published : Oct 7, 2019, 9:08 PM IST

बरेली: शहर के प्राचीन नौ देवी मंदिर में नवरात्र का त्योहार बड़ी धूमधाम से मनाया जा रहा है. इस प्राचीन मंदिर में माता के 9 स्वरूपों के दर्शन होते हैं. मंदिर की ऐसी मान्यता है कि जो भक्त सच्चे मन से मुराद लेकर आता है, उसकी मुराद मां पूरी होती है. वहीं नौ देवी मंदिर 300 साल पुराना है. कहा जाता है गुरु रामचरण ने 300 साल पहले एक पैर पर खड़े होकर इस मंदिर को बनवाया था. वहीं नवरात्र की नवमी तिथि को यहां बड़ा मेला लगता है.

नौ देवी मंदिर में भक्तों की सभी मनाकामनाएं होती है पूरी.

पढ़ें: सैकड़ों वर्षों से मुस्लिम कारीगर बनाते हैं रावण-मेघनाद के पुतले, रावण वाली गली के नाम से प्रसिद्ध


एक पैर पर खड़े होकर मंदिर का का करवाया था निर्माण
जानकारों के मुताबिक महंत एक दिन भैरो मंदिर में विश्राम कर रहे थे. इसी दौरान उन्हें स्वप्न में मां दुर्गा ने दर्शन दिए और मां ने कहा कि एक पैर पर खड़े होकर मंदिर का निर्माण कराया जाए. वहीं जो भी भक्त सच्चे मन से मां के दर्शन करने आता है. मां दुर्गा उसकी सभी मुराद पूरी करती है.

पुजारी अतुल कुमार तिखा ने जानकारी दी
मनोकामना पूरी होने के बाद जो भक्त माता के दरबार में हाजिरी लगाने आते हैं. वह मंदिर को मांगी गई मुराद के हिसाब से कुछ न कुछ अवश्य दान में देते हैं. मंदिर में लगे घंटे,फर्श और अन्य कई सामान भक्तों ने ही उपलब्ध कराए हैं. पुजारी ने कहा कि नवरात्र में अपार भीड़ यहां पहुंचती है. प्रसिद्व सिद्ध पीठ गोरक्षधाम गोरखपुर के महंत और वर्तमान में प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने इस मंदिर की जिम्मेदारी ग्रहण करने के आदेश दिए थे. यहां आकर भक्तों के कल्याण, देश उन्नति की मां से रोज कामना करते हैं. नवरात्रि का पर्व बड़ी धूमधाम से मंदिर में मनाया जाता है.

बरेली: शहर के प्राचीन नौ देवी मंदिर में नवरात्र का त्योहार बड़ी धूमधाम से मनाया जा रहा है. इस प्राचीन मंदिर में माता के 9 स्वरूपों के दर्शन होते हैं. मंदिर की ऐसी मान्यता है कि जो भक्त सच्चे मन से मुराद लेकर आता है, उसकी मुराद मां पूरी होती है. वहीं नौ देवी मंदिर 300 साल पुराना है. कहा जाता है गुरु रामचरण ने 300 साल पहले एक पैर पर खड़े होकर इस मंदिर को बनवाया था. वहीं नवरात्र की नवमी तिथि को यहां बड़ा मेला लगता है.

नौ देवी मंदिर में भक्तों की सभी मनाकामनाएं होती है पूरी.

पढ़ें: सैकड़ों वर्षों से मुस्लिम कारीगर बनाते हैं रावण-मेघनाद के पुतले, रावण वाली गली के नाम से प्रसिद्ध


एक पैर पर खड़े होकर मंदिर का का करवाया था निर्माण
जानकारों के मुताबिक महंत एक दिन भैरो मंदिर में विश्राम कर रहे थे. इसी दौरान उन्हें स्वप्न में मां दुर्गा ने दर्शन दिए और मां ने कहा कि एक पैर पर खड़े होकर मंदिर का निर्माण कराया जाए. वहीं जो भी भक्त सच्चे मन से मां के दर्शन करने आता है. मां दुर्गा उसकी सभी मुराद पूरी करती है.

पुजारी अतुल कुमार तिखा ने जानकारी दी
मनोकामना पूरी होने के बाद जो भक्त माता के दरबार में हाजिरी लगाने आते हैं. वह मंदिर को मांगी गई मुराद के हिसाब से कुछ न कुछ अवश्य दान में देते हैं. मंदिर में लगे घंटे,फर्श और अन्य कई सामान भक्तों ने ही उपलब्ध कराए हैं. पुजारी ने कहा कि नवरात्र में अपार भीड़ यहां पहुंचती है. प्रसिद्व सिद्ध पीठ गोरक्षधाम गोरखपुर के महंत और वर्तमान में प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने इस मंदिर की जिम्मेदारी ग्रहण करने के आदेश दिए थे. यहां आकर भक्तों के कल्याण, देश उन्नति की मां से रोज कामना करते हैं. नवरात्रि का पर्व बड़ी धूमधाम से मंदिर में मनाया जाता है.

Intro:बरेली के प्राचीन नौ देवी मंदिर में नवरात्रि का त्यौहार बड़ी धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस प्राचीन मंदिर में माता के 9 स्वरूपों के दर्शन होते हैं। मंदिर की ऐसी मानता है की जो भक्त सच्चे मन से मुराद लेकर आता है उसकी मुराद माँ पूरी होती है । यह मंदिर 300 साल पुराना है कहा जाता है गुरु रामचरण ने 300 साल पहले एक पैर पर खड़े होकर इस मंदिर को बनवाया था। नवदुर्गा में नवमी को यहां बड़ा मेला लगता है


Body:जानकारों के मुताबिक महंत एक दिन भैरो मंदिर में विश्राम कर रहे थे. इसी दौरान उन्हें स्वप्न में माँ दुर्गा ने दर्शन दिये की एक पैर पर खड़े होकर मंदिर का निर्माण कराया जाये।और जो भी भक्त सच्चे मन से यहाँ मुराद लेकर आएगा उसकी सभी मुराद पूरी होंगी।
मनोकामना पूरी होने के बाद जो भक्त माता के दरबार में हाजिरी लगाने आते हैं. वह मंदिर को मांगी गई मुराद के हिसाब से कुछ न कुछ अवश्य दान में देते हैं. मंदिर के घंटे, फर्श व अन्य कई सामान भक्तों ने ही उपलब्ध कराए हैं. कहा कि नवरात्र में अपार भीड़ यहां पहुंचती है. प्रसिद्व सिद्ध पीठ गोरक्षधाम गोरखपुर के महंत व वर्तमान में प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने इस मंदिर की जिम्मेदारी ग्रहण करने के आदेश दिए थे. यहां आकर भक्तों के कल्याण, देश उन्नति की मां से रोज कामना करते हैं. नवरात्रि का पर्व बड़ी धूमधाम से मंदिर में मनाया जाता है।ये प्राचीन मंदिर 300 साल पुराना है।

बाइट--अतुल कुमार तिखा (पुजारी)
बाइट-पायल देवल (भक्त)
राम चरन (भक्त)

सुनील सक्सेना
बरेली।





Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.