बरेलीः दिल्ली में तबलीगी जमात के मरकज से जुड़े कई लोगों में कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद से हड़कंप मच गया है. वहीं जिले में भी दहशत का माहौल है. क्योंकि बरेली भी कहीं न कहीं इस्लामिक कल्चर और इस्लामिक गतिविधियों से जुड़ा हुआ है. आशंका जताई जा रही है कि, जिले के कुछ लोग इस तबलीगी जमात से जुड़े हुए हो सकते हैं, जिसके चलते जिला प्रशासन काफी सतर्क है.
तबलीगी जमात में शामिल थे 11 राज्य
दिल्ली निजामुद्दीन में तबलीगी जमात का कनेक्शन दिल्ली समेत 11 राज्यों से जुड़ रहा है. इनमें महाराष्ट्र, असम, उत्तर प्रदेश, तेलंगाना, पुडुचेरी, तमिलनाडु, कर्नाटक, अंडमान-निकोबार, आंध्र प्रदेश और श्रीनगर शामिल हैं. 1 से 15 मार्च के दौरान हुए इस कार्यक्रम में देश और विदेश के 5 हजार से ज्यादा लोग शामिल हुए थे.
आला हजरत दरगाह पूरे विश्व में मशहूर
बरेली जिले के अंदर आला हजरत दरगाह पूरे विश्व में मशहूर है. जिसमें कई तरह के कल्चर एक्टिविटी होती रहती है. वहीं ऐसे कई मदरसे हैं, जो इस्लामिक कल्चर और इस्लामिक शिक्षा को बढ़ाने का काम करते हैं. आशंका जताई जा रही है कि, कुछ छात्र इससे जुड़े हो सकते हैं, जिसको लेकर प्रशासन लगातार छानबीन कर रहा है.
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उलेमा को सरकार को देनी चाहिए थी सूचना
आला हजरत कमेटी से जुड़े मौलाना शहाबुद्दीन (जनरल सेक्रेटरी आल इंडिया तन्जीम उलमा-ए-इस्लाम) का कहना है कि, पहले लॉकडाउन के दौरान वहां के उलेमा को सरकार को सूचना देनी चाहिए थी. अगर उलेमा सरकार को इसकी खबर कर देते तो सरकार सभी लोगों की जांच कराकर सुरक्षित जगह शिफ्ट कर देती, जिसके कारण इस तरह की भयानक स्थिति नहीं हो पाती.
तबलीगी जमात के ऑफिस से संपर्क
मौलाना शहाबुद्दीन ने सभी मुस्लिम संगठनों से अपील की है, कि वह लोग अपने-अपने शहरों के तबलीगी जमात के ऑफिस से संपर्क करें और पता लगाएं, कि उनके यहां के लोग तो उसमें शामिल नहीं हुए थे. जिले में भी इन तबलीगी जमात के ऑफिसों में पता लगाया जा रहा है कि, तबलीगी जमात में कोई शामिल तो नहीं हुआ था.