बरेली: फतेहगंज पश्चिमी सीएचसी का एसडीएम अचानक निरीक्षण करने पहुंचे, जहां चिकित्सा अधीक्षक नदारद मिले. इस पर एसडीएम ने चिकित्सा अधीक्षक से फोन पर बात की, जिस पर चिकित्सा अधीक्षक ने एसडीएम के साथ बहस कर ली. इस पर एसडीएम ने तुरन्त सीएमओ को भी लाइन पर लिया और निरीक्षण में पाई गई तमाम खामियों की रिपोर्ट बनाकर उच्च अधिकारी को भेज दिया.
जानिए क्या पूरा मामला
- ज्वाइंट मजिस्ट्रेट आईएएस ईशान प्रताप सिंह मीरगंज के एसडीएम हैं.
- एसडीएम ने शुक्रवार को गांव खिरका में स्थित फतेहगंज पश्चिमी सीएचसी का औचक निरीक्षण किया.
- निरीक्षण में चिकित्सा अधीक्षक डॉ. संचित शर्मा गायब मिले.
- फोन करने पर उन्होंने एसडीएम को पीएचसी शाही में होने की बात बताई.
- एसडीएम ने एसओ शाही को पीएचसी में चिकित्सा अधीक्षक की मौजूदगी के बारे में बताने का निर्देश दिया.
- पुलिस पीएचसी शाही पहुंची और चिकित्सा अधीक्षक वहां नहीं मिले.
- एसडीएम ने फिर फोन मिलाया तो चिकित्सा अधीक्षक ने कहा कि आपको अस्पताल में निरीक्षण का अधिकार नहीं है और रिकॉर्ड दिखाने से मना कर दिया.
- एसडीएम ने सीएमओ को फोन कर बताया तो सीएमओ ने चिकित्सा अधीक्षक के व्यवहार पर खेद जताया.
- इसके बाद एसडीएम ने अस्पताल का निरीक्षण किया और जांच आख्या सीएमओ व जिलाधिकारी को भेज दी.
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मुझे फोन पर एसडीएम ईशान प्रताप सिंह ने जानकारी दी थी कि निरीक्षण के दौरान एमओआईसी ने विरोध किया है. हमारी कोशिश है कि सभी विभाग आपसी समन्वय से काम करें. विवाद की जांच कराकर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी.
-डॉ. वीके शुक्ल, सीएमओएसडीएम को सीएचसी का निरीक्षण करने का अधिकार नहीं है. डीएम द्वारा नामित अधिकारी ही निरीक्षण कर सकता है. मेरे अंडर में 32 सब सेंटर हैं. मैं अपने किसी भी सेंटर पर जा सकता हूं. विजिट के समय मैं क्षेत्र में ही था.
-संचित शर्मा, चिकित्सा अधीक्षक, सीएचसी फतेहगंज पश्चिमी
एमओआईसी अस्पताल में नहीं थे. पूछने पर पीएचसी शाही में होने की सूचना दी. चेक कराने पर वह पीएचसी शाही में नहीं मिले. मुख्य रिकार्ड एमओआईसी अपने साथ ले गए थे, इसलिए स्टाक की जांच नहीं हो सकी.
-ईशान प्रताप सिंह, एसडीएम