बरेलीः बरेली में विश्व हिंदू परिषद की नेता साध्वी प्राची ने ज्ञानवापी मामले में तीखा बयान देते हुए कहा कि उनके पुरखे उर्दू चाटते-चाटते मर गए पर ज्ञानवापी का अर्थ नहीं समझ पाए. इतना ही नहीं समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के बीच हुई तीखी नोकझोंक पर अखिलेश यादव को संस्कारों का परिचय देने की बात कही.
वार्ता में विश्व हिंदू परिषद की नेता साध्वी प्राची ने ज्ञानवापी मामले में कहा कि बाबा विश्वनाथ का मंदिर हमारा था, हमारा है और हमारा ही रहेगा, यह जो शिवलिंग और बहुत सारे मंदिरों की आकृतियां निकल रही है इससे निश्चित रूप से पूरा देश जानता है लेकिन कुछ लोग सच को छुपाने का काम कर रहे हैं. बाबा विश्वनाथ हमारे ही रहेंगे, इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि उनके पुरखे उर्दू चाटते-चाटते मर गए पर ज्ञानवापी का अर्थ नहीं जानते. वह मंदिर था, है और रहेगा.
साध्वी प्राची बोलीं, उर्दू चाटते-चाटते मर गए पर ज्ञानवापी का अर्थ नहीं समझ पाए
विश्व हिंदू परिषद की नेता साध्वी प्राची ने ज्ञानवापी मामले में विवादित बयान दिया है. उनका कहना है कि उर्दू चाटते-चाटते मर गए लेकिन ज्ञानवापी का अर्थ नहीं समझ पाए.
बरेलीः बरेली में विश्व हिंदू परिषद की नेता साध्वी प्राची ने ज्ञानवापी मामले में तीखा बयान देते हुए कहा कि उनके पुरखे उर्दू चाटते-चाटते मर गए पर ज्ञानवापी का अर्थ नहीं समझ पाए. इतना ही नहीं समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के बीच हुई तीखी नोकझोंक पर अखिलेश यादव को संस्कारों का परिचय देने की बात कही.
वार्ता में विश्व हिंदू परिषद की नेता साध्वी प्राची ने ज्ञानवापी मामले में कहा कि बाबा विश्वनाथ का मंदिर हमारा था, हमारा है और हमारा ही रहेगा, यह जो शिवलिंग और बहुत सारे मंदिरों की आकृतियां निकल रही है इससे निश्चित रूप से पूरा देश जानता है लेकिन कुछ लोग सच को छुपाने का काम कर रहे हैं. बाबा विश्वनाथ हमारे ही रहेंगे, इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि उनके पुरखे उर्दू चाटते-चाटते मर गए पर ज्ञानवापी का अर्थ नहीं जानते. वह मंदिर था, है और रहेगा.