बरेली: राष्ट्रीय स्वयं सेवक के सर संघचालक डॉ. मोहन भागवत ने भविष्य के भारत को लेकर संघ के दृष्टिकोण पर व्याख्यान दिया. इस दौरान उन्होंने जनसंख्या पर मीडिया में चल रही खबरों का खंडन करते हुए अप्रत्यक्ष रूप से विपक्ष पर निशाना भी साधा.
मोहन भागवत ने जनसंख्या कानून पर दो बच्चों के कानून पर चल रही मीडिया की खबरों का खंडन किया और विपक्ष पर अप्रत्यक्ष रूप से निशाना साधा. उन्होंने कहा कि हमने दो बच्चों के कानून की बात नहीं कही. हमने कहा कि जनसंख्या एक समस्या भी है और साधन भी है.
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इसका विचार करके एक नीति बननी चाहिए, सरकार ने नीति बनाई है, लेकिन इस पर और विचार करने की जरूरत है. सबका मन बनाकर कानून बनना चाहिए, जिसके बाद यह सभी पर लागू होना चाहिए.
'संघ को समाप्त करने वाले खुद समाप्त हो गए'
मोहन भागवत ने कहा कि संघ के इतिहास में कितने ऐसे प्रसंग आए कि संघ समाप्त हो जाएगा, लेकिन वे खुद समाप्त हो गए. उन्होंने कहा कि वहम पैदा करके, वहम का डर दिखाकर अपने पीछे भीड़ जमा करना, लेकिन हम भीड़ जमा करने पर विश्वास नहीं करते. हमको किसी को हराना नहीं, हमारा कोई दुश्मन नहीं है. यह सब लोग जो ऐसा कर रहे हैं, वह भी हमारे अपने ही हैं. हमको उन्हें भी जोड़ना है. उसमें से कोई नहीं छूटेगा क्योंकि ये सब हमारे अपने हैं.
'हमें कोई चुनाव नहीं लड़ना, वोटों की चिंता नहीं है'
संघ प्रमुख ने कहा कि हमारे मन में गुस्सा भी नहीं है, ये जो सारे प्रचार के हथकंडे चलते हैं, अज्ञानता के कारण चलते हैं. उन्होंने कहा कि संघ को समाप्त करने वाले खुद ही समाप्त हो गए. मोहन भागवत ने कहा कि हमें कोई चुनाव नहीं लड़ना है, इसलिए हमें वोटों की चिंता नहीं है.
'CAA और NRC का विरोध करने वालों को जानकारी नहीं'
संघ के इस कार्यक्रम में पहुचे केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार ने कहा कि जनसंख्या पर मोहन भागवत जी ने जो दिशा-निर्देश दिए हैं, उन पर हमें काम करना है. उन्होंने कहा कि जो लोग एनआरसी और सीएए का विरोध कर रहे हैं, उन्हें इसकी जानकारी ही नहीं है.