बरेली: मुस्लिमों के पैगंबर के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करने के मामले में जुमे की नवाज के बाद बरेली की प्रमुख दरगाह आला हजरत के काजी ए हिन्द मुफ्ती असजद रजा कादरी की सरपरस्ती में हजारों की संख्या में लोग सड़कों पर उतर आए. मुस्लिम समुदाय का कहना है कि "हमारे नवी की शान में गुस्ताखी करने वाले डासना के महंत नरसिम्हानंद के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाए.
डासना के महंत नरसिम्हानंद के द्वारा पैगंबर ए इस्लाम को लेकर अभद्र टिप्पड़ी किए जाने का मामला गरमाता जा रहा है. जुमे की नवाज के बाद मुस्लिम समुदाय ने सिटी मजिस्ट्रेट को महंत नरसिम्हानंद के खिलाफ प्राथनापत्र दिया है, जिसमे उनके खिलाफ धार्मिक भावनाओ को ठेस पहुंचाने और देश में सौहार्द बिगाड़ने का आरोप लगाते हुए तत्काल मुकदमा दर्ज करने की मांग की गई है.
हाजी लतीफ कुरैशी ने बताया कि "सोशल मीडिया के माध्यम से एक वीडियो सामने आया है, जिसमें जिला गाजियाबाद के डासना निवासी महंत नरसिम्हानंद ने इस्लाम धर्म के पैगंबर हजरत सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के खिलाफ अभद्र टिप्पणी की है. उनकी शान में बड़ी गुस्ताखी की है, जिसके चलते दुनिया के तमाम मुसलमानों में गुस्सा भरा हुआ है. महंत नरसिम्हानंद के खिलाफ केस दर्ज कर कार्रवाई होनी चाहिए."
प्रयागराज में भी प्रदर्शन
नरसिम्हानंद सरस्वती के खिलाफ प्रयागराज में भी लोगों ने प्रदर्शन किया. नरसिंहानंद सरस्वती के खिलाफ मुंबई में ईशनिंदा का केस भी दर्ज किया गया है. प्रयागराज में मुस्लिम समाज के लोगों संग आटाला चौराहा पहुंचे और पैगंबर मोहम्मद साहब के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले डासना मंदिर के मुख्य पुजारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की. इस दौरान लोगों ने जमकर नारेबाजी की और पुलिस द्वारा मुकदमा नहीं लिखे जाने पर नाराजगी जताई. एसपी सिटी दिनेश सिंह ने कहा कि कोविड-19 की गाइडलाइन के तहत यह उसका उल्लंघन है और कुछ लोग मना करने के बाद भी यहां से नहीं गए थे, उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी.