बरेली: जिला जेल में बंद बंदी ने बैरक में बने शौचालय में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. बंदी फरवरी 2021 से बरेली की जिला जेल में एनडीपीएस के मुकदमे में बंद था. जहां उसने जेल के बैरक में बने शौचालय में अगोंछे से फंदा लगाकर अपनी जान दे दी.
जिले के थाना सिरौली के भदकरा गांव का रहने वाले 51 वर्षीय भूरा पर बरेली के सिरौली थाने की पुलिस ने एनडीपीएस का 2001 में मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा था. इसके बाद आरोपी भूरा कोर्ट से जमानत मिलने के बाद बाहर आ गया था, बताया जा रहा है कि कोर्ट में लगने वाली तारीखों पर जब आरोपी भूरा कोर्ट में कई बार पेश नहीं हुआ तो अदालत की तरफ से आरोपी भूरा के खिलाफ वारंट जारी किया गया. जिसके बाद सिरौली पुलिस में फरवरी 2021 में भूरा को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया. जहां से उसे अदालत ने जेल भेज दिया. तब से आरोपी भूरा जिला जेल में बंद था. बंदी भूरा को बरेली की जिला जेल के बैरक नंबर एक में बंद किया था. बैरग में बने शौचालय में बंदी भूरा ने अंगोछे से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली.
दूसरे बंदी ने देखा तो पता
रात में जब अन्य बंदी शौचालय में गए तो वहां का नजारा देखकर दंग रह गए. शौचालय के गेट पर बंदी भूरा अगोंछे के सहारे लटका हुआ था, जिसके बाद बंदियों ने घटना की सूचना जिला जेल प्रशासन को दी और देखते ही देखते जेल में हड़कंप मच गया. घटना की सूचना पर जेल के अधिकारी और जेल अस्पताल के डॉक्टर मौके पर पहुंचे. जहां जेल के डॉक्टरों के द्वारा चेक करने पर भूरा मृत पाया गया. जिसके बाद मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में बंदी भूरा के शव का पंचनामा भर पोस्टमार्टम को भेज दिया है. साथ ही उसके परिजनों को घटना की सूचना दे दी गयी है.
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जिला जेल के जेल अधीक्षक विजय विक्रम सिंह ने बताया कि रात में बंदी ने अपनी बैरक में बने शौचालय में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है. घटना की न्यायिक जांच हेतु अनुरोध किया जा रहा है.