बरेली: जिले में अस्पताल जा रही गर्भवती की हालत रास्ते में बिगड़ी तो एंबुलेंस चालक और स्टाफ ने सूझबूझ का परिचय देते हुए न केवल उसकी जान बचाई बल्कि सुरक्षित प्रसव भी कराया. एंबुलेंस को सड़क किनारे खड़ी कर गर्भवती की डिलीवरी कराई. अब जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ हैं और उनको सीएचसी पर भर्ती कराया गया है.
गर्भवती का एंबुलेंस में कराया गया प्रसव
ईएमटी व आशा की सूझबूझ से एक गर्भवती व उसके गर्भ में पल रहे बच्चे की जान बच गई. प्रसव पीड़ा शुरू होने पर एंबुलेंस में ही गर्भवती का सुरक्षित प्रसव कराकर तुरंत उसे निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं.
जिले के बहेड़ी क्षेत्र के गांव भुरा बहादरपुर निवासी सोमपाल की पत्नी आठ माह की गर्भवती थी. सोमपाल ने बताया कि उसकी पत्नी नीरज आठ माह की गर्भवती थी. गुरुवार को उसे प्रसव पीड़ा शुरू हुई. इस पर 102 एंबुलेंस को सूचित किया गया. सूचना मिलने पर मुड़िया की 102 एंबुलेंस उसके घर पहुंची. अस्पताल पहुंचने से पहले ही नीरज की हालत गंभीर हो गई. इसे देख प्रशिक्षित ईएमटी राधे श्याम व आशा कमला ने रास्ते में एंबुलेंस को रोककर प्रसव कराया.
इसे भी पढ़ें-न ही जवाब आया और न ही खुद लौटे बरेली के 11 डॉक्टर
प्रसूता ने स्वस्थ बच्ची को जन्म दिया. बाद में बच्ची को प्राथमिक स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए मुड़िया नवी बक्श के निजी अस्पताल में भर्ती कराया. जिला प्रभारी समर श्रीवास्तव ने बताया कि इस सप्ताह में ये दूसरा मामला है. जब कुशल ईएमटी ने सूझबूझ का परिचय देते हुए सुरक्षित प्रसव कराया है. इस उत्कृष्ट कार्य के लिए जल्द ही इन कर्मचारियों को संस्था सम्मनित करेगी.