बरेली: शहर में बढ़ता प्रदूषण शहरवासियों के लिए मुसीबत बनता जा रहा है. इस बढ़ती समस्या से निजात दिलाने के लिए नगर निगम ने शहरवासियों से बड़े-बड़े दावे किए थे, लेकिन उसके सभी दावे हवा हवाई साबित हो रहे हैं. क्योंकि सफाई निरीक्षक के क्षेत्र में कूड़ा जलता मिला. लिहाजा नगर निगम दोषी अधिकारी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की बात कह रहा है. शहर में कई जगह कूड़े में आग लगने से चारों तरफ धुआं ही धुआं आसमान में छा गया. अब सवाल यह है कि इन निगमकर्मियों पर जुर्माना कौन लगाएगा, जबकि बढ़ते प्रदूषण की वजह से बीमारियों ने कई लोगों को चपेट में ले लिया है.
सीएम योगी ने वीडियो कांफ्रेसिंग कर जताई थी नाराजगी
शुक्रवार को सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वीडियो कांफ्रेसिंग के दौरान बढ़ते प्रदूषण को लेकर खासी नाराजगी जताई थी. उन्होंने अधिकारियों को किसी भी हाल में कूड़ा नहीं जलाए जाने के निर्देश दिए थे. सीएम के आदेशानुसार नगर स्वास्थ्य अधिकारी ने वार्डों में निरीक्षण करने के लिए अधिकारियों को कहा था.
कूड़े में आग लगाने वाले कर्मचारियों से वसूला जाएगा जुर्माना
कूड़े में आग लगाने वाले दोषियों पर 500, 1000 या 5000 तक का जुर्माना लगाने का फरमान जारी किया था. इतना ही नहीं नगर स्वास्थ्य अधिकारी ने कहा अगर किसी कर्मचारी ने कूड़े में आग लगाई तो पहली बार में वेतन काटने और दूसरी बार में सस्पेंड जैसी कार्रवाई की जाएगी.
मलिन बस्तियों ने नगर निगम फेंक रहा शहर का कूड़ा
शहर के समाजसेवी नदीम शमसी ने बताया कि शहर के लोग प्रदूषण से परेशान हैं . इसके बावजूद मलिन बस्तियों के आसपास कूड़ा डालना बंद नहीं हुआ है. रोजाना कूड़े में आग लगा दी जाती है, जिसकी वजह से क्षेत्र के लोग धुएं के कारण काफी परेशान हैं. इसके बावजूद नगर निगम किसी प्रकार की रोकथाम नहीं कर रहा है.