बरेली: जनपद पुलिस ने नकली आभूषण गिरवी रखकर ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने इस मामले में महिला सहित कुल तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. पकड़े गए आरोपी नकली सोने के आभूषणों को असली बताकर सर्राफा व्यापारी के यहां गिरवी रखते और गिरवी के पैसे लेकर फरार हो जाते.
जिले के किला थाना क्षेत्र के सर्राफा व्यापारी उमंग अग्रवाल की किला में सर्राफे की दुकान है. वह सोने-चांदी के आभूषणों को बेचने के साथ-साथ गिरवी गांठ का भी काम करते हैं. सर्राफा व्यापारी उमंग अग्रवाल का कहना है कि मंगलवार को उनकी दुकान पर एक महिला अपने दो साथियों के साथ सोने के आभूषणों को गिरवी रखने आई और गिरवी के पैसे मांगने लगी. तभी व्यापारी ने शक होने पर पुलिस को बुला लिया और तीनों को गिरफ्तार कर लिया.
सर्राफा व्यापारी उमंग अग्रवाल का कहना है कि ठग महिला हीराकली और उसके दो साथी सुभाष यादव और अरविंद पटेल इससे पहले भी दो बार उनकी दुकान से नकली सोने को असली बताकर 47 हजार रुपये ले जा चुके हैं. उन्हें जब इस बात की जानकारी हुई तो उन्होंने दूसरी बार गिरवी रखे सोने के आभूषणों की जांच कराई. तब सच्चाई पता सामने आई. वहीं मंगलवार को फिर से ठगी करने वाला गिरोह सर्राफा व्यापारी के पास गहने गिरवी रखने पहुंचा था.
किला थाने के इंस्पेक्टर राजकुमार तिवारी ने बताया कि पुलिस की गिरफ्त में आए तीनों नकली सोने के आभूषणों को असली बताकर गिरवी रखते थे और फिर सर्राफा व्यापारी से पैसे लेकर फरार हो जाते थे. पुलिस की पूछताछ में पता चला कि यह नकली सोने के आभूषण मेरठ से बंधेल के नाम से खरीद कर लाते थे और फिर सीधे-साधे सर्राफा व्यापारियों को अपनी बातों में फंसाकर उसकी कीमत से आधी कीमत पर गिरवी रखकर धोखाधड़ी करते थे. व्यापारी भी आधी कीमत में रखने का लालच में आकर पैसे दे देता था.
किला पुलिस ने महिला हीराकली, सुभाष यादव और अरविंद पटेल को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है. पुलिस ने इनके पास से नकली सोने के दो झुमके, तीन अंगूठी पीली धातु की, चार पायजेब और पांच हजार नगद बरामद किए हैं. फिलहाल पुलिस अब इनसे पूछताछ कर यह पता लगाने में लगी है कि इससे पहले भी और कितने व्यापारियों को अपना निशाना बनाया है.
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